प्राचीन भारतीय इतिहास : पाषाण युग प्रश्न श्रृंखला भाग - 2 ., - Study Search Point

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प्राचीन भारतीय इतिहास : पाषाण युग प्रश्न श्रृंखला भाग - 2 .,

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1- निम्नलिखित कथनों पर विचार करते हुए गलत विकल्प का चुनाव करें?
(A) बेलन नदी घाटी से पुरापाषाण काल से संबंधित 44 पुरास्थल प्राप्त हुए हैं।
(B) बेलन नदी घाटी के लोहदा नाला क्षेत्र से पुरापाषाण काल की अस्थि निर्मित मातृदेवी की प्रतिमा मिलती है।
(C) फलकों की अधिकता के कारण पुरापाषाण काल को फलक संस्कृति भी कहा जाता है।
(D) फलक संस्कृति के तहत उपकरणों का निर्माण क्वार्टर जाइट पत्थरों से किया गया है।
(E) पुरापाषाण कालीन मानव का जीवन पूर्णत: प्रकृति पर निर्भर नहीं था, इसी काल में मानव को पशुपालन तथा कृषि का ज्ञान हो गया था।

2- निम्नलिखित विकल्पों में से मध्य पाषाण काल के विषय में कौन-सा कथन गलत है?
(A) लंघनाज स्थल गुजरात राज्य में स्थित है जहां से 14 मानव कंकाल ओं के साथ पशुओं की हड्डियां कब्रिस्तान तथा कुछ मिट्टी के बर्तन प्राप्त हुए हैं।
(B) मध्य पाषाण कालीन स्थल महदहा के बूचड़खाना संकुल क्षेत्र से हड्डी एवं सिंह निर्मित उपकरण और आभूषण बड़े पैमाने पर मिलते हैं।
(C) दमदमा स्थल के उत्खनन के फलस्वरुप इस स्थल के पश्चिमी तथा मध्यवर्ती क्षेत्रों से कुल मिलाकर 31 मानव सावधान प्राप्त हुए हैं।
(D) सराय नाहर राय से ऐसी समाधि मिलती है जिसमें 4 मानव कंकाल एक साथ दफनाए गए हैं, इसी जगह में कब्रें अंडाकार आकर की मिलती है।

3- नीचे दिए गए कथनों को ध्यानपूर्वक पढ़कर कूट का प्रयोग कर सही कथनों को चुने?
1. विंध्य क्षेत्र के लेखहिया की शिलाश्रय संख्या 1 से 17 मानव कंकाल प्राप्त हुए हैं, इसी स्थल से जॉन आर लुकास को 27 मानव कंकाल ओं की अस्थियां मिली है।
2. मध्य पाषाण काल का मानव शिकार कर, मछली पकड़कर और खाद्य वस्तुओं का संग्रह कर पेट भरता था।
3. सर्वप्रथम खाद्यान्न का उत्पादन नवपाषाण काल में आकर के आरंभ हुआ इसी काल में गेहूं की कृषि भी प्रारंभ हुई।
4. रायसेन जिले में स्थित भीमबेटका शैल चित्रकला प्रागैतिहासिक काल की एक चित्रकला का उत्कृष्ट उदाहरण नहीं है।
सही कूट को चुने -
(A) 1, 2, और 3,
(B) 1, 3, और 4,
(C) 1, 2, और 4,
(D) उक्त सभी,

4- नवपाषाण काल से संबंधित स्थलों के बारे में निम्न कथनों पर विचार करें?
1. भारतीय उपमहाद्वीप क्षेत्र में प्राचीनतम कृषि के साक्ष्य संत कबीर नगर जिले में स्थित लहुरादेव से प्राप्त होते हैं।
2. भारतीय उपमहाद्वीप क्षेत्र में प्राचीनतम कृषि के साक्ष्य बलूचिस्तान में स्थित मेहरगढ़ स्थल से प्राप्त होते हैं।
3. बेलन नदी घाटी में स्थित कोल्डिहवा नामक स्थल से प्राचीनतम चावल के साक्ष्य प्राप्त होते हैं।
4. मेहरगढ़ में पाषाण संस्कृति से लेकर हड़प्पा संस्कृति तक के सांस्कृतिक अवशेष मिलते हैं।
5. कश्मीर स्थित बुर्जहोम से गर्त आवास के साथ मानव की कब्र में कुत्ता दफनाने के साक्ष्य मिलते हैं।
सही कथन के कूट का चयन करें -
(A) 1, 2, 3, और 5,
(B) 1, 3, 4, और 5,
(C) 1, 2, 4, और 5,
(D) उपरोक्त सभी,

5- निम्नलिखित कथनों में से कौन सा कथन गलत है?
(A) गुफकराल नवपाषाण स्थल कश्मीर में स्थित है।
(B) सारण जिले में स्थित चिराद नामक स्थल एक नवपाषाण का स्थल हैं, जहां से प्राप्त उपकरण हिरण के सींगों से निर्मित हैं।
(C) दक्षिण भारत में मृतकों को दफनाये बृहदपाषाण स्मारकों की पहचान नवपाषाण युगीन स्थल के रूप में नहीं की जाती है।
(D) कर्नाटक मैसूर के पास स्थित संगनकल्लू स्थल के साथ पिकलीहल स्थल को नवपाषणिक पुरास्थल में "राख के टीले" के रूप में जाना जाता है।

6- निम्नलिखित कथनों में से कौन सा कथन सही है?
(A) मानव द्वारा आग का उपयोग करना मध्य पाषाण काल की महत्वपूर्ण उपलब्धि थी।
(B) धातु में सबसे पहले कांसे का प्रयोग आरंभ हुआ, जिस कारण नवपाषाण युग को कैलकोलिथिल कल्चर भी कहा जाता है।
(C) दक्षिण पूर्वी राजस्थान में उत्खनित स्थलों में अहाड़ एवं गिलुद ताम्र पाषाण संस्कृति के स्थल नहीं है।
(D) अहाड़ के मकान पत्थरों की चारदीवारी से घिरे मिले, तो वहीं गिलुद में मिट्टी की इमारत के अलावा पक्की ईंट भी मिलती है।

7- ताम्र पाषाण संस्कृति से संबद्ध किन स्थलों से मृदभांड के ऊपर सफेद रंग की चित्रकारी मिलती है?
(A) नवदाटोली, और एरण,
(B) कायथा और नवदाटोली,
(C) एरण और अहार,
(D) अहार और गिलुद

8- काले लाल रंग के मृदभांडों के ऊपर किस ताम्रपाषणिक स्थल में ज्यामितीय आरेख उत्तीर्ण किए गए हैं?
(A) नवदाटोली से,
(B) अहार से,
(C) गिलुद से,
(D) उपरोक्त सभी से,

9- निम्नलिखित कथनों पर विचार कूट का प्रयोग करते हुए सही कथनों को चुने?
1. कायथा संस्कृति हड़प्पा संस्कृति की कनिष्ठ समकालीन रही है, इस संस्कृति की लगभग 40 बस्तियां मालवा क्षेत्र से प्राप्त होती हैं।
2. मालवा संस्कृति की विशेषता इसके उत्कृष्ट मृदभांडों का होना है।
3. कायथा और एरण के साथ इनामगांव की बस्तियां किलेबंद प्रकार की बस्तियां रही हैं।
4. जोरवे संस्कृति में अब तक 200 स्थलों की पहचान की गई है, जिसमें नेवास, दैमाबाद, सोनगांव, प्रकाश, चंदौली, और नासिक स्थलों में दैमाबाद सबसे बड़ा स्थल रहा है।
सही कथन के कूट का चयन करें -
(A) 1, 2 और 4,
(B) 1, 3 और 4,
(C) 1, 2 और 4,
(D) उपरोक्त सभी,

10- जोरवे संस्कृति के अंतर्गत निम्नलिखित में से किस स्थल से पटसन के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं?
(A) नेवास से,
(B) दैमाबाद से,
(C) सोनगांव से ,
(D) प्रकाश से,

11- निम्नलिखित कथनों पर विचार कर उपयुक्त कूट का चयन करें?
1. आरंभिक ताम्र पाषाण अवस्था से संबंधित गोलाकार गड्ढे वाले मकान और चूल्हे इनामगांव से मिले हैं।
2. इनामगांव की बस्ती किले बंद होने के साथ खाई से घिरी हुई थी, बस्ती में शिल्पी (पंसारी) लोग पश्चिमी छोर पर निवास करते थे।
3. बिहार, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में रहने वाले ताम्रपाषाण के लोग टोटी वाले जलपात्र और गोड़ीदार तश्तरियों बनाते थे।
4. ताम्र पाषाण युग के लोग शिल्प कर कार्य में दक्ष नहीं थे और वे लोग कताई और बुनाई से भी अनभिज्ञ थे।
गलत कथन के कूट का चयन करें -
(A) 1 और 2,
(B) केवल 3,
(C) 2 और 3,
(D) केवल 4,

12- निम्नलिखित कथनों पर विचार कर उपयुक्त कूट का चयन करें?
1. ताम्र पाषाण कालीन स्थल महाराष्ट्र से पटसन और सेमल की रूई के बने धागे मिलते हैं।
2. इनामगांव में कुम्हार, धातुकार, हाथी दांत के शिल्पी, खिलौने की मिट्टी की मूर्ति (टेराकोटा) बनाने वाले कारीगर दिखाई देते हैं।
3. इनामगांव से प्राप्त मातृदेवी की प्रतिमा पश्चिम एशिया में प्राप्त प्रतिमा के समान नहीं है।
4. रूढ शैली में निर्मित मिट्टी की वृषभ मूर्तिकार मालवा और राजस्थान के क्षेत्र से मिलती हैं जो धार्मिक पंथ का प्रतीक है।
गलत कथन के कूट का चयन करें -
(A) 1 और 4,
(B) केवल 1,
(C) 3 और 4,
(D) केवल 3,

13- निम्नलिखित में से किन दो स्थानों से बस्तियों में कुछ बच्चों के गले में दाने के मानकों का हार पहनाकर उन्हें दफनाने का साक्ष्य मिलता है?
(A) सोनपुर और ताराडीह से,
(B) खैराडीह और नरहन से
(C) चंदोली और नेवास से,
(D) दैमाबाद, और पांडूराजार डिब्बी से,

14- निम्नलिखित कथनों में से असत्य कथन का चयन करें?
(A) महाराष्ट्र में मृतकों को पूर्व-पश्चिम दिशा में जबकि दक्षिण भारत में मृतकों को उत्तर-दक्षिण दिशा में रखकर दफनाया जाता था।
(B) पश्चिमी भारत में लगभग पूर्ण समाधान (एक्सटेडेड बरियल) जबकि पूर्वी भारत में आंशिक शवाधान (फ्रैक्सनल बरियल) की प्रथा चली थी।
(C) मध्य प्रदेश के गुलेरिया नामक स्थान से सबसे बड़ी प्राचीन निधियां प्राप्त हुई है, जिसमें 424 ताबे के औजार तथा 102 चांदी के पतले पंतर हैं।
(D) कायथा से ताबे के 29 कंगन और दो अद्वितीय प्रकार की कुल्हाड़ियों प्राप्त होती हैं।

15- नीचे दिए गए तथ्यों पर विचार करते हुए, असत्य कथनों का चयन करें?
1. कायथा से स्टेटाइट और कार्नेलियन जैसी कीमती पत्थरों की गोलियों के हार मिलते हैं।
2. गणेश्वर स्थल राजस्थान में सीकर झुंझुनू क्षेत्र के तांबे की समृद्ध खान के निकट स्थित स्थल है।
3. दक्षिण भारत में ताम्र पाषाण युगीन बस्तियों के साक्ष्य ब्रह्मगिरि, पिकलिहल, संगनकल्लू, हल्लूर, मास्की से मिलते हैं।
4. दक्षिण भारत में चरवाहा संस्कृति की अपेक्षा कृषक संस्कृति का अधिक प्रमाण मिलता है।
गलत कथन के कूट का चयन करें -
(A) केवल 1,
(B) 1 और 4,
(C) 1 और 2
(D) केवल 4,

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