उत्तराखंड जनपद विशेष : जनपद देहरादून, - Study Search Point

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उत्तराखंड जनपद विशेष : जनपद देहरादून,

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उपनाम- द्रोणागिरी, पहाड़ों की रानी (मसूरी)
अस्तित्व- 1857 में, 1817 में जिला बनाकर मेरठ मंडल के अधीन शामिल,
तहसील- 7 विकास खंड- 6 विधानसभा क्षेत्र- 10
सीमा विस्तार - पूर्व में पौड़ी - टिहरी - उत्तरकाशी, पश्चिम में हिमाचल प्रदेश, उत्तर में हिमांचल – उत्तरकाशी, दक्षिण में हरिद्वार,
➠ उत्तराखण्ड राज्य की अस्थायी राजधानी है, यह राज्य का सबसे पश्चिमी जिला है, देहरादून जिले को चार जिले स्पर्श करते है, देहरादून जिला उतरप्रदेश व हिमाचल प्रदेश से सीमा बनाता हैराज्य की पश्चिमी सीमा टोंस नदी बनाती है
➠ देहरादून बाह्य हिमालय व मध्य हिमालय के बीच दून घाटी में बसा है
➠ देहरादून की स्थापना 1817 में हुयी। देहरादून को 1817 में जिला बनाकर मेरठ मंडल में शामिल किया गया,1975 में गढवाल मंडल में शामिल किया गयादिसम्बर 1998 को देहरादून को नगर निगम बनाया गया1699 में पंजाब से आए गुरू रामराय ने यहां एक गुरूद्वारा बनाया था।
➠ 1804 तक देहरादून गढवाल नरेशों के अधीन व 1815 तक गोरखा शासको के अधीन रहा, तथा 1815 के बाद 1947 तक ब्रिटिश शासन के अधीन रहा।
➠ देहरादून का क्षेत्रफल 3088 वर्ग किमी है, हरिद्वार के बाद देहरादून सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला जिला है।
➠ देहरादून दशकीय वृद्धि दर के मामले में ऊधमसिंह नगर के बाद दूसरा स्थान पर है,
➠ देहरादून का जनघनत्व 549 प्रति वर्ग किलोमीटर जो राज्य में तृतीय स्थान पर हैदेहरादून जनपद का लिंगानुपात 902 है।
➠ साक्षरता में देहरादून जिले का प्रथम स्थान है, यहां की साक्षरता दर 84.25 प्रतिशत है।
 महिला साक्षरता में देहरादून का प्रथम स्थान है। सर्वाधिक नगरीय जनसंख्या (55%) देहरादून जिले में है। सर्वाधिक प्रतिव्यक्ति आय देहरादून की है।

प्रसिद्ध मंदिर –
➤ राम राज दरबार साहिब - उदासीन संप्रदाय के गुरु राम राय द्वारा 1699 में खुड़बुड़ा (धामा वाला) मैदान पर डेरा डालने के पश्चात 1707 में गुरुद्वारे का निर्माण माता पंजाब कौर के द्वारा कराया गया।
➤ टपकेश्वर मंदिर - प्राकृतिक शिल्प का अनूठा उदाहरण प्रत्येक वर्ष शिवरात्रि को विशाल मेले का आयोजन होना।
देहरादून में चार शक्तिपीठ -
➤ लक्ष्मण सिद्ध पीठ - पूर्व दिशा में,
➤ कालू सिद्धपीठ - भनियावाला के पास स्थित,
➤ मांणक सिद्धपीठ - पश्चिम दिशा में भूद्द गांव के पास,
➤ मांडू सिद्ध पीठ - प्रेम नगर के पास स्थित,
➤ लाखामंडल - मूर्तियों का भंडार के रूप में प्रसिद्ध स्थल, उत्तराखंड शैली का बना शिव मंदिर प्रसिद्ध, यह यमुना और रिखवाड़ नदी के संगम पर स्थित है।
➤ हनोल मंदिर - टोंस नदी के किनारे जौनसार बाबर के क्षेत्र में महासू के प्रसिद्ध तीर्थ में से एक, महासू देवता की माता देवलाडी थैना) है।
➤ भद्र राजमंदिर - मसूरी के पास स्थित भगवान बलभद्र को समर्पित मंदिर,
➤ डाट काली मंदिर-
➤ संतला देवी मंदिर-
➤ चन्द्रबनी मंदिर - देहरादून के पछवा दून परगने में है।
➤ बालनी देवी का मंदिर - चकराता में है।
➤ कालसी स्थल - कालसी का स्थानीय नाम चित्रशिला है,
➤ बुद्धा टेंपल - क्लेमनटाउन देहरादून में, स्थापना अक्टूबर 2002 में,
➤ ऋषिकेश - गंगा तथा चंद्रभागा नदी के संगम पर स्थित, उपनाम - ब्रह्म कुंड कुब्रजाम्रक,
➤ लक्ष्मण तथा राम झूला - ऋषिकेश में देहरादून तथा पौड़ी जनपद को जोड़ने वाले झूले,
➤ तपोवन - लक्ष्मण की तपस्थली ऋषिकेश में स्थित,
➤ भरत मंदिर - ऋषिकेश का सबसे प्राचीन मंदिर,
➤ कैलाश मंदिर - त्रिंबकेश्वर मंदिर नाम से भी जाना जाता है, यह 13 मंजिला मंदिर पौड़ी जिले में स्थित है(टिहरी)
➤ कुटिला - कुटिया नाम से विख्यात 1967 में स्थापित,
➤ शत्रुघ्न मंदिर - ऋषिकेश से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित,
➤ शिवानंद आश्रम - आध्यात्मिक केंद्र के रूप में प्रसिद्ध शिवानंद झूला राम झूला नाम से भी जाना जाता है, (टिहरी)

प्रसिद्ध मेले एवं उत्सव -
➣ नुड़ाई मेला - जौनसार बावर क्षेत्र में भेड़ पालकों का विशेष पर्व यह पर्व काडोई क्षेत्र में विशेष रूप से आयोजित किया जाता है।
➣ कवानू मेला - दीपावली पर चकराता क्षेत्र में आयोजित,
➣ जखोली मेला - चकराता क्षेत्र देहरादून में आयोजित,
➣ जागरा /जागडा मेला - महासू देवता का विशेष पर्व हनोल जौनसार क्षेत्र में आयोजित,
➣ टपकेश्वर मेला - शिवरात्रि पर देहरादून में आयोजित,
➣ विशू मेला - चकराता जौनसार बावर क्षेत्र में देहरादून तथा उत्तरकाशी जनपदों में आयोजित,
➣ खंगला मेला - सागर ताल नालापानी देहरादून में आयोजित,
➣ दूधली भद्र राज मेला - मसूरी के पास देहरादून में आयोजित,
➣ झंडा मेला - देहरादून में, मार्च माह में 15 दिवसीय उत्सव, गुरु राम राय के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित उत्सव,
➣ दशहरा मेला - लखवाड कालसी क्षेत्र में आयोजित,
➣ शहीद वीर केसरी मेला - प्रतिवर्ष 3 मई को चकराता क्षेत्र में आयोजित उत्सव,

प्रमुख /ताल /झील /कुंड /पर्वत /गुफा -
➲ चंद्रबानी ताल - गौतम कुंड नाम से भी प्रसिद्ध,
➲ कासरो ताल सागर ताल,
प्रमुख दर्रा -
➲ तिमली पास दर्रा,
➲ सहस्त्रताल देहरादून में वाल्दी नदी के तट पर स्थित है। यहां गंधकयुक्त जल मिलता है।
➲ गुच्चुपानी देहरादून में रोबर्स केब है।
➲ मैसी जल प्रपात देहरादून में,
➲ टाइगर फॉल प्रपात चकराता में हैजो 50 मी ऊँचाई पर स्थित है,
➲ गौतम कुंड चन्द्रबनी देहरादून में है।
➲ कैराना पहाडीखतनु नदी चकराता में स्थित,
➲ बुधेर टाप चकराता में है,
➲ चोरो की गुफा देहरादून में,
➲ देववन पठार देहरादून जिले में है,

प्रमुख नदी परियोजनाएं -
➠ ढकरानी परियोजना - यमुना नदी में, स्थापना - 1965 में 33.7 मेंगावाट
➠ ढालीपुर परियोजना - यमुना नदी में, स्थापना - 1965-70 में 51 मेंगावाट
➠ कुल्हास परियोजना - यमुना नदी में,
➠ छिबरो परियोजना - टोंस नदी में, स्थापना - 1970-74 में, 240 मेगावाट
➠ ग्लोंगी परियोजना – भाटा फ़ाल में 24 मई 1909 को विद्युत उत्पादन कार्य शुरू हुआ था। उतर भारत की पहली जल विद्युत परियोजना ग्लोगी है,
➠ आसन वैराज - डाकपत्थर में 1967 में बनाया गया।
➠ किशौ बांध परियोजना - टोंस नदी पर देहरादून में 600 मेगावाट, राज्य में टिहरी बांध के बाद दूसरा ऊँचा बांध किशौ बांध हैजिसकी ऊंचाई 236 मी है।
➠ लखवाड बांध - यमुना नदी, लखवाड बांध की ऊँचाई 192 मी है, 300 मेगावाट,

प्रमुख संस्थान एवं मुख्यालय -
➤ भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण विभाग - 13 फरवरी 1890 में औपचारिक रूप से, 29 मार्च 1954 में भारत सरकार द्वारा अनुमोदित, 13 अगस्त 1956 में स्थाई रूप से स्थापित,
➤ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग - देहरादून में,
➤ सर्वे ऑफ इंडिया (भारतीय सर्वेक्षण विभाग) - देहरादून में 1767 में स्थापित, देश में भू-सर्वेक्षण और मानचित्र बनाने वाला एक मात्र अभिकरण, भारत में प्रथम डाक टिकट 1854 में भारतीय सर्वेक्षण विभाग ने जारी किया था।
➤ इंस्टिट्यूट ऑफ ड्रिलिंग टेक्नोलॉजी - देहरादून में,
➤ ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) - देहरादून में 1956 में स्थापित,
➤ वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी - देहरादून में, स्थापना 1968 में,
➤ राष्ट्रीय दृष्टि बाधिता संस्थान - देहरादून में,
➤ राष्ट्रीय जल सर्वेक्षण कार्यालय - देहरादून में,
➤ केंद्रीय भूजल संरक्षण अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र - देहरादून में,
➤ भारतीय खान ब्यूरो - देहरादून में,
➤ भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान (आइ आइ आर एस) – हथीबड़कला देहरादून मेंस्थापना 1966 में,
➤ भारतीय वन्यजीव संस्थान - देहरादून में,
➤ भारतीय वन अनुसंधान संस्थान - देहरादून मेंस्थापना 1906 में, एफआरआई भवन का निर्माण 1929 में हुआजिसके वास्तुकार सीजी ब्लोम फिल्ड थेएफआरआई भवन के मुख्य गेट का नाम ब्रेडिस गेट है। 1878 में देश का प्रथम वन महाविद्यालय देहरादून में खोला गया उस समय इसका नाम फारेस्ट स्कूल आफ देहरादून रखा गया था। 1906 से इसका नाम इम्पीरियल फारेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट रखाजो अब एफआरआई नाम से जाना जाता है। एफआरआई को 1991 में विवि का दर्जा दिया गया। 2006 में एफ.आर.आई. ने प्लेटिनम जुबली मनायी।
➤ इंस्ट्रूमेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट इस्टैब्लिशमेंट - देहरादून में, स्थापना 
➤ आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र - देहरादून में,
➤ उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग - देहरादून में, स्थापना 17 सितंबर 2014,
➤ राज्य अभिलेखागार - देहरादून में,
➤ डॉक्टर पीतांबर दत्त बडथ्वाल हिंदी अकादमी - देहरादून में 24 फरवरी 2010 में स्थापित,
➤ पंजाबी अकादमी - देहरादून में 2014-15 में स्थापित,
➤ उत्तराखंड जल विद्युत निगम - देहरादून में स्थापना 1 अप्रैल 2001,
➤ राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड - देहरादून में,
➤ डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स एप्लीकेशन लैबोरेट्री - देहरादून में, (DEAL) डी. आर. डी. ओ. द्वारा संचालित है।
➤ भारतीय सैन्य अकादमी - देहरादून में स्थापना 1 अक्टूबर 1932 में, सर फिलिप चेटवुडबर्ड द्वारा, IMA के पहले बैच के स्वतंत्र भारत के पहले फील्ड मार्शल सर मानेकशाह थे। राज्य का प्रथम सैनिक स्कूल - देहरादून में है स्थापित,
➤ हिमालय संस्कृति केंद्र (राज्य स्तरीय प्रेक्षा गृह) - देहरादून में,
➤ हिमालय म्यूजियम - ऋषिकेश देहरादून में,
➤ वन संग्रहालय - देहरादून में स्थापना 1914 में, राज्य का सबसे पुराना संग्रहालय,
➤ हिमालयन एक्शन एंड रिसर्च सेंटर - देहरादून में, स्थापना 1988 में,
➤ उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा परिषद - देहरादून में,
➤ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी - रानीपोखरी  देहरादून में,
➤ राज्य का पहला महिला इंजीनियरिंग कॉलेज - सुद्धोवाला देहरादून में,
➤ राज्य का प्रथम मेडिकल विश्वविद्यालय - हिमालयन हिमालय इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज जौलीग्रान्ट देहरादून में, 1989 में स्वामी राम द्वारा स्थापित, हिमालय इस्टीट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट को राज्य का प्रथम मेडिकल कालेज तथा विवि का दर्जा 2007 को मिला।
➤ तकनीकी विश्वविद्यालय - देहरादून में, स्थापना 2005 में, अब इसके नाम के आगे माधो सिह भण्डारी नाम जोडा गया है।
➤ राज्य का पहला महिला बैंक - देहरादून में,
➤ गो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान - पशुलोक ऋषिकेश में,
➤ संस्कृति साहित्य एवं कला परिषद - देहरादून में स्थापना 2004 में,
➤ विनोवा भावे ग्रामोउद्योग की स्थापना - 1954 में देहरादून में,
➤ महादेवी कन्या पाठशाला - स्थापना 1902 में देहरादून में,
➤ उत्तराखण्ड स्टेट आर्गेनिक सर्टिफिकेशन एजेंसी – स्थापना - 2006 से देहरादून में,
 उत्तराखण्ड पशुधन विकास बोर्ड - देहरादून में।
➤ विज्ञानधाम या साइंस सिटी - झाझरा देहरादून में,
➤ मनसिक रोग संस्थान - सेलाकुँई देहरादून में,
➤ महात्मा गांधी शताब्दी नेत्र केन्द्र - देहरादून में है,
➤ खेल अकादमी - स्थापना 2001 में, देहरादून में,
➤ साइबर ट्रेनिग सेंटर - स्थापना 2016 में देहरादून में,
➤ उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद का कार्यालय – देहरादून मे 2016 में कार्य आरंभ।
➤ उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम - स्थापना 1 अप्रैल 2001 में देहरादून में,
➤ राज्य औद्योगिक विकास निगम लि0 – स्थापना - 2002 से देहरादून में,
➤ लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी - स्थापना 1 सितम्बर 1959 में, मसूरी में,
➤ इंडियन इन्स्टीट्यूट ऑफ पैट्रोलियम – स्थापना - 2003 से देहरादून में,
➤ वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट आफ इंडिया - चंदरबनी देहरादून में,
➤ इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी – स्थापना - 1938 में देहरादून में की गयी।
➤ उत्तराखण्ड राज्य सूचना आयोग का गठन - 3 अक्तूबर 2005 में देहरादून में,
➤ उत्तराखण्ड मानवधिकार आयोग - स्थापना 13 मई 2013 को देहरादून में, उतराखण्ड मानवधिकार आयोग के प्रथम चेयरपरसन जस्टिस वीरेन्द्र दीक्षित थे।
➤ सेन्ट जोजफ एकेडमी की स्थापना - 1934 में देहरादून में हुई।
➤ उत्तराखण्ड भाषा संस्थान - स्थापना_24 फरवरी 2010 में, देहरादून में,
➤ उत्तराखण्ड हिन्दी अकादमी - स्थापना 2009 में, देहरादून में, 2011 से उत्तराखण्ड हिन्दी अकादमी के आगे पीताम्बर दत बड़थ्वाल नाम जोडा दिया गया। पीताम्बर दत बड़थ्वाल हिन्दी विषय से डाक्ट्रेट करने वाले राज्य के प्रथम व्यक्ति थे।
➤ दून राजकीय मेडिकल की स्थापना 2016 में हुयी।
➤ संस्कृतिसाहित्य एंव कला परिषद् का गठन 2004 में देहरादून में हुआ
➤ भातखण्डे हिन्दुस्तानी संगीत संस्थान - देहरादून में है। भातखण्डे हिन्दुस्तानी संगीत संस्थान के अन्तर्गत देहरादून अल्मोडापौडी में तीन महाविद्यालयों की स्थापना की गई है।
➤ उत्तराखण्ड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड यू.पी.सी.एल. – देहरादून में, यह 132 केवी से नीचे सब स्टेशनों पर काम करते है।
➤ पॉवर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन ऑफ उत्तराखण्ड लिमिटेड - मुख्यालय देहरादून में, स्थापना - जून 2004 में,
➤ प्रदेश में रेशम उद्योग का प्रारम्भ - 1958 से देहरादून में, रेशम कीट फार्म से प्रारम्भ हुआ।
➤ ऑर्डिनेस फैक्ट्री  -देहरादून रायपुर में, स्थापना - 1943
➤ रेशम सहकारी संघ - प्रेमनगर देहरादून में।
➤ हिमगिरी नभ विश्व विद्यालय - सूचना प्रौद्योगिकी से सम्बन्धितजो सेलाकुई देहरादून में स्थित है।
➤ देहरादून में आयुर्वेद वि.वि - स्थापना 2009 में की गई।
➤ श्री गुरूरामराय एजुकेशन मिशन देहरादून की स्थापना - 1950 में की गई थी।
➤ डी00वीकालेज की स्थापना - 1902 में ठाकुर पूर्ण सिह नेगी ने एक संस्कृत विद्यालय के रूप में की थी।
➤ दून स्कूल की स्थापना - 1935 में सी आर दास ने की, दून स्कूल एशिया का पहला पंजीकृत स्कूल है।
➤ डोईवाला शुगर मिल की स्थापना - 1930 में हुई,
➤ राज्य का पहला वॉर मेमोरियल देहरादून के चीड़बाग क्षेत्र में बनाया जा रहा है,
➤ राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड का गठन - 1984 में देहरादून में किया गया।
➤ इंडियन फारेस्ट रेंजर कॉलेज  स्थापना - 1929 में देहरादून के कालागढ में,
➤ भारतीय लघु उद्योग बैंक - स्थापना देहरादून में।
➤ देहरादून में तार सेवा का प्रारम्भ - 1865 में हुआ था।
➤ चन्द्रकुँवर बाल शोध पीठ - मसूरी में है,
➤ देहरादून में 30 जून 2006 को रिजर्व बैंक आफ इंडिया की एक नई शाखा खोली गई।
➤ देहरादून में 2007 में सिल्क पार्क का निर्माण कार्य प्रारम्भ
➤ जडी-बूटी उद्योग केन्द्र हरिद्वार में 300 से अधिक और देहरादून में 184 से अधिक उद्योग हैं।
➤ सर्वाधिक सीमेन्ट फैक्ट्रियां देहरादून जनपद में हैं।
➤ गढ़वाल यूनियन तथा हितकारिणी सभा की स्थापना - 1901 में, देहरादून में, तारा दत्त गैरोला के द्वारा,

प्रमुख उद्यान अभ्यारण -
➣ राजा जी राष्ट्रीय उद्यान - स्थापना 1983 में की गई, राजा जी राष्ट्रीय उद्यान तीन जिलो देहरादूनपौडी व हरिद्वार में फैला है, राजा जी राष्ट्रीय उद्यान का क्षेत्रफल 820 वर्ग किमी है, राजा जी राष्ट्रीय उद्यान राज्य का दूसरा सबसे बड़ा उद्यान है, 2015-16 में, राजा जी राष्ट्रीय उद्यान 48 वां टाइगर रिजर्व में शामिल होने वाला दूसरा राष्ट्रीय उद्यान है। राजा जी राष्ट्रीय उद्यान का मुख्यालय देहरादून में है,
➣ मसूरी वन्यजीव बिहार स्थापना - 1993 में 10.82 वर्ग किलोमीटर में विस्तार,
➣ आसन वेटलैंड संरक्षण आरक्षित केंद्र - स्थापना 2005 में 440.40 वर्ग हेक्टेयर में विस्तार, आसन वेटलैंड संरक्षण आरक्षित राज्य का पहला वेटलैंड संरक्षण आरक्षित है,
➣ राज्य का प्रथम चिडिया घर - मालसी डियर जू देहरादून में है।
➣ देहरादून इको सेंसटिव जोन में 1996 में शामिल किया गया।
➣ रामताल गार्डन व देवबन चकराता में है।
➣ शहीद दुर्गामल योगा पार्क का लोकापर्ण गढीकैंट देहरादून में हुआ।

ऋषिकेश -
➲ देहरादून का एक उपनगर है, ऋषिकेश गंगा व चन्द्रभागा नदी के संगम पर स्थित है।
➲ केदारखण्ड में ऋषिकेश को कुब्जाम्रक कहा गया है। ऋषिकेश को संतनगरी व विश्व योग की राजधानी कहा जाता है।
➲ ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट में तीन नदियो का संगम माना जाता है।
➲ लक्ष्मण झूला ऋषिकेश में 140 मी लम्बा व 22 मी ऊंचा है। लक्ष्मण झूला का निर्माण 1930 में किया गया।
➲ 1986 में ऋषिकेश के शिवानंद आश्रम के पास राम झूला बनाया गया।
➲ नीलकंठ महादेव का मंदिर ऋषिकेश में है, कैलाश निकेतन मंदिर ऋषिकेश में 13 मंजिला है।
➲ ऋषिकेश का सबसे पुराना मंदिर भरत मंदिर है।
➲ अयप्पा मंदिर ऋषिकेश में है।
➲ ऋषिकेश में शत्रुघ्न मंदिर भी है।
➲ 84 कुटिया की स्थापना 1967 में महेश योगी के द्वारा की गई।
➲ स्वर्ग आश्रम ऋषिकेश में हैस्वर्ग आश्रम की स्थापना स्वामी विशुद्धानंद ने की थी।
➲ ऋषिकेश नगर निगम की प्रथम महापौर अनीता ममगाई है।

मसूरी -
➠ मसूरी को गंगोत्री व यमुनोत्री का प्रवेश द्वार कहते हैंमसूरी अथवा पर्वतो की रानी की स्थापना - 1824 में की गई, मसूरी की समुद्र तल से औसत ऊँचाई 2005 मी है। मसूरी का क्षेत्रफल 65 वर्ग किमी है। मसूरी का संस्थापक आयरिश अफसर कैप्टन यंग को माना जाता है,1820 में सुदर्शन शाह ने मसूरी की वर्तमान भूमि 80 वर्षो के लिए पट्टे में दी थी। मसूरी की पहली इमारत मलिंगार होटल 1828 में बनी।  कर्नल एवरेस्ट ने 1832 में यहां अपना घर बनाया, मसूरी नाम यहां उगने वाले मंसूर पौधे के नाम पर पड़ा था। मसूरी रोपवे 1970 में बनाया गया।
➠ मसूरी वन्य जीव विहार - स्थापना 1993 में हुई थी, राज्य का सबसे छोटा वन्य जीव विहार है। क्षेत्रफल 10.82 वर्ग किमी हैमसूरी वन्य जीव विहार माउन्टेन क्वेल (पहाडी बटेर) के लिए प्रसिद्ध हैकैम्पटी फॉल मसूरी से 17 किमी की दूरी पर स्थित है। कैम्पटी प्रपात की ऊंचाई लगभग 40 फुट है।
➠ संतरा देवी का मंदिर मसूरी- कैम्पटी फॉल मार्ग पर है,
➠ गनहिल पहाड़ी पर 400 मी लम्बा रोपवे लगा हुआ है। मसूरी नगरपालिका राज्य की सबसे पुरानी नगर पालिका है, जो 1842 में बनी। (देहरादून नगरपालिका 1967 में बनी) मसूरी लाइब्रेरी की स्थापना 1843 में हुई।
➠ मसूरी में क्लाउडस एंड - 1838 में बनाया गया बंग्ला है।
➠ सेंट जार्ज विद्यालय 1853 में मसूरी में स्थापित हुआ था।
➠ वुडस्टाक स्कूल की स्थापना 1901 में मसूरी में हुई।
➠ मसूरी में पहले चर्च की स्थापना 1836 में केप्टन रेनी टेलर ने की थी
➠ 2 सितम्बर 1994 में मसूरी गोलीकांड हुआ था।
➠ मसूरी की दूसरी सबसे ऊंची चोटी गनहिल पहाडी है, जबकि मसूरी की सबसे ऊंची चोटी लाल टिब्बा है
➠ मसूरी में म्यूनिसिपल गार्डन या कंपनी गार्डन का निर्माण फाकनर लोगी ने कियाइसका आजादी से पहले नाम बॉटनिकल गार्डन था।
➠ मसूरी में हार्डी प्रपात व भट्टा फाल प्रपात है। मसूरी में झंडी पानी फाल भी है। "हैप्पी वैली और लेक मिस्ट पर्यटक स्थल मसूरी में है।
➠ मसूरी में कैमल बैक 3 किमी लम्बा है।
➠ मसूरी में ज्वालाजी का मंदिर है।
➠ मसूरी में नागदेवता का मंदिर है।
➠ कुलडी व लंढौर बाजार मसूरी में है। मसूरी का सबसे पुराना बाजार लण्ढौर बाजार है।
सितम्बर 2009 से मसूरी नगरपालिका द्वारा ईको टैक्स वसूला जा रहा है।

भाषा साहित्य पत्रिका व्यक्ति विशेष -
➤ युगवाणीपर्वतजन और उतराखण्ड दर्शन, देहरादून से प्रकाशित होने वाली मासिक पत्रिकाए है।
➤ धाद पत्रिका देहरादून से प्रकाशित होती है। पत्र का प्रकाशन 2001 से लोकेश नवानी द्वारा किया गया।
➤ गढवाल केसरी पत्रिका का प्रकाशन देहरादून से होता है।
➤ रन्त रैबार गढवाली भाषा का समाचार पत्र देहरादून से 1998 से प्रकाशित होता है।

ऐतिहासिक घटनाएं -
➣ कालसी अम्लावा नदी के तट पर है, देहरादून में बहने वाली आसन नदी यमुना की सहायक नदी है
➣ देहरादून को वर्ष 1900 में रेलवे लाइन से जोडा गया।
➣ 1937 में देहरादून भूकम्प से प्रभावित हुआ था।
➣ बैराटगढ चकराता के चौराणी चोटी पर स्थित स्थल,  बैराटगढ महाभारत काल में पुलिन्द राजा विराट की। राजधानी थी।
➣ गेहूं उत्पादन में देहरादून का प्रथम व चावल उत्पादन में द्वितीय स्थान हैदेहरादून को भारत सरकार ने लीची निर्यात जोन में सम्मिलित किया ।
➣ राष्ट्रीय राजमार्ग 307 देहरादून से होकर गुजरता है।
➣ सर्वाधिक अतिसघन वन नैनीताल में एवं द्वितीय स्थान देहरादून जनपद का है।
➣ देहरादून के मंदारम व बारकोट क्षेत्र चूना पत्थर के लिप्रसिद्ध है
➣ दून घाटी में दर्शियरी प्रकार की मृदाएं मिलती है।
➣ नाला गढ देहरादून में है।
➣ लच्छीवाला देहरादून में पिकनिक स्पॉट है,
➣ शिवपुरी नामक स्थान ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग के लिए प्रसिद्ध स्थल है।
➣ कालसी का स्थानीय नाम चित्रशिला है।
➣ संगमरमर के लिए देहरादून जिला प्रसिद्ध है,
➣ 16 दिसम्बर 2016 में राजीव गांधी अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का लोकापर्ण किया गया।
➣ जौली ग्रांट एयरपोर्ट का नाम अटल बिहारी जी के नाम पर रखा गया है।
➣ अगस्त 2018 में नैनीदून जनशताब्दी ट्रेन काठगोदाम से देहरादून जनपद के बीच चलाई गई।

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