आज का इतिहास 28 अप्रैल, - Study Search Point

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आज का इतिहास 28 अप्रैल,

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1555- ईसवी को जर्मनी के आग्सबर्ग नगर में इसी नाम का एक सम्मेलन आयोजित हुआ। सम्मेलन में पोप पाल चतुर्थ के नेतृत्व में कैथोलिक धर्मगुरूओं ने पहली बार प्रोटिस्टेन्ट ईसाइयों की स्वतंत्रता को स्वीकार किया। सम्मेलन में यह भी तय किया गया कि प्रोटिस्टेंट ईसाइयों की जो सम्पत्ति छीन ली गई थी उन्हें लौटा दी जाए। इस सम्मेलन में होने वाला समझौता व्यवहारिक नहीं हो सका और प्रोटिस्टेंट व कैथोलिक ईसाइयों के बीच युद्ध इसके बाद भी वर्षों तक चलता रहा।

1786- बंगाल के पहले गवर्नर जनरल वॉरेन हैस्टिंग्स के खिलाफ भ्रष्टाचार के नये मामले शुरु।

1829- यूरोपीय देश नीदरलैंड की संसद ने नये प्रेस कानून पारित किये।

1847- जार्ज बी. वेशन अमेरिका के न्यूयॉर्क न्यायालय में जाने वाले पहले अश्वेत नागरिक बने।

1964-जापान आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) में शामिल हुआ।

1965- ईसवी को अमरीकी सरकार ने अपने नागरिकों की रक्षा के बहाने डोमिनिकन देश पर आक्रमण कर दिया। इस आक्रमण से पूर्व डोमिनिकन की जनता ने तानाशाही रूप में शासन कर रहे सैनिकों के विरुद्ध विद्रोह कर दिया था। कुछ सैनिक भी क्रान्तिकारियों के साथ मिल गए जिसके बाद विद्रोहियों ने सैनिक सरकार और सेना को पराजित कर दिया। इसके बाद अमरीका ने इस देश के क्रान्तिकारियों से युद्ध करने के लिए पहले तो डेढ़ हज़ार सैनिक भेजे किंतु फिर उसने यह संख्या बढ़ाकर चालीस हज़ार कर दी। अमरीका ने 37 युद्धक नौकाओं से डोमिनिकन की घेराबंदी कर ली किंतु देश के भीतर क्रान्तिकारियों ने अपनी सरकार बना ली और अमरीका की एक न चल सकी।

1992- ईसवी को अफ़ग़ानिस्तान के संघर्षकर्ता संगठनों ने पूर्व सोवियत संघ की सेना और काबुल में उसकी पिटठू सरकार से तेरह वर्षों के युद्ध के बाद विजय प्राप्त की। दस वर्षो तक अफ़ग़ानिस्तान का अतिग्रहण जारी रखने के बाद वर्ष 1989 में सोवियत संघ की सेना अफ़ग़ानिस्तान से बाहर निकलने पर विवश हुई। अप्रैल वर्ष 1992 में तालेबान ने काबुल पर अधिकार कर लिया था और अमरीका ने आतंकवाद के बहाने युद्ध करके तालेबान सरकार को समाप्त कर दिया था।

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