अनुमानित (नॉमिनल) GDP और वास्तविक (रियल) GDP में क्या अंतर होता है?
➠ सकल घरेलू उत्पाद (GDP) किसी
देश की आर्थिक स्थिति में बारे में बताता है। जिस देश की GDP बढती जाती है वह विकास की नयी ऊँचाइयों पर चढ़ता जाता है। जीडीपी की गणना
के दो प्रमुख प्रकार हैं। एक है नोमिनल GDP और दूसरा है रियल
GDP, आइये जानते हैं इन दोनों के बीच अंतर को -
➠ वर्तमान समय में भारत की विकास दर घटती जा रही है।
वित्त वर्ष 2019-20 के लिए भारत की विकास दर दूसरे क्वार्टर
में घटकर 4.5% पर आ गयी है, जबकि पिछले
क्वार्टर में यह 5 फीसदी थी। क्या आप जानते हैं कि यह कौन सी
जीडीपी विकास दर है अनुमानित या वास्तविक,
सकल घरेलू उत्पाद की परिभाषा (Definition of Gross Domestic Product)
➠ सकल घरेलू उत्पाद से मतलब एक वित्त वर्ष में देश की सीमा के अंदर उत्पादित
समस्त अंतिम वस्तुओं और सेवाओं का मूल्य होता है, इसमें देश की सीमा के अंदर रहकर जो विदेशी लोग उत्पादन करते हैं उसे जीडीपी
में जोड़ लिया जाता है और जो भारतीय लोग विदेशों में उत्पादन करते हैं उसे जीडीपी
से घटा दिया जाता है।
नॉमिनल (अनुमानित) GDP का अर्थ (Meaning of Nominal
GDP)
➠ जब एक वर्ष में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के मूल्यों की गणना बाजार मूल्यों या कर्रेंट
पर प्राइस की जाती है तो जो GDP की वैल्यू प्राप्त होती है उसे नॉमिनल
जीडीपी कहते हैं।
रियल GDP का अर्थ (Meaning of Real GDP)
➠ जब एक वर्ष में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के
मूल्यों की गणना आधार वर्ष के मूल्य या स्थिर प्राइस
पर की जाती है तो जो GDP की
वैल्यू प्राप्त होती है उसे रियल जीडीपी कहते हैं।
➠ यहाँ पर यह बताना जरूरी है कि नॉमिनल GDP में देश की जीडीपी अधिक होती है क्योंकि इसमें इन्फ्लेशन की वैल्यू जुडी
होती है।
➠ क्रय शक्ति समता (Purchasing power
parity-PPP) के आधार पर भारत, दुनिया की तीसरी
सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और आकार 11 ट्रिलियन डॉलर से
ज्यादा है जबकि स्थिर प्राइस के हिसाब देखा जाये तो भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और इसका आकार 2.9 ट्रिलियन
डॉलर के बराबर है।
अनुमानित
(नॉमिनल) GDP और वास्तविक
(रियल) GDP के बीच अंतर -
तुलना
का आधार
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रियल GDP
|
नॉमिनल GDP
|
अर्थ
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स्थिर
मूल्य पर वस्तुओं और सेवाओं का कुल मूल्य।
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बाजार
मूल्य पर वस्तुओं और सेवाओं का मूल मूल्य।
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गणना का सूत्र
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उत्पादों
की संख्या X
स्थिर मूल्य।
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उत्पादों
की संख्या X
बाजार मूल्य।
|
जीडीपी डेटा
|
कुल
उत्पाद की वैल्यू कम दिखती है क्योंकि इसमें मुद्रा स्फीति घटा दी जाती है।
|
कुल
उत्पाद की वैल्यू ज्यादा दिखती है क्योंकि इसमें मुद्रा स्फीति नहीं घटायी
जाती है।
|
गणना की सुविधा
|
गणना
आसानी से हो जाती है।
|
इसकी
गणना बहुत कठिन होती है।
|
विश्वसनीयता
|
इसके
आंकड़े विश्वसनीय माने जाते हैं,क्योंकि वे इकॉनमी की सही हालत
दिखाते हैं।
|
इसके
आंकड़े कम विश्वसनीय माने जाते हैं क्योंकि वे इकॉनमी की सही हालत नहीं दिखाते
हैं।
|
भारत की अर्थव्यवस्था
का आकार
|
2.9
ट्रिलियन डॉलर।
|
11.32
ट्रिलियन डॉलर।
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भारत की विश्व में
स्थिति
|
इसके
हिसाब से भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
|
इसके
हिसाब से भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
|
निष्कर्ष - ऊपर दिए गये विश्लेषण से यह बात स्पष्ट है कि नॉमिनल GDP की तुलना में रियल GDP का डेटा ज्यादा विश्वसनीय
होता है, क्योंकि यह अर्थव्यवस्था की सही तस्वीर दिखाता है।
यही कारण है कि अर्थशास्त्रियों और रिसर्चर के बीच रियल जीडीपी को ज्यादा पसंद
किया जाता है।
साभार - जागरण जोश,
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