आज का इतिहास 26 अप्रैल, - Study Search Point

निरंतर कर्म और प्रयास ही सफलता की कुंजी हैं।

आज का इतिहास 26 अप्रैल,

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1630- को विश्व का पहला समाचार पत्र जर्मनी से प्रकाशित हुआ। लोज़ नामक इस समाचार पत्र ने विश्व में एक ऐसे उद्योग और पेशे को अस्तित्व प्रदान किया जो इस समय राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृति का एक महत्त्वपूर्ण भाग समझा जाता है।

1841- बॉम्बे गैजेट अखबार पहली बार रेशम के कपड़े पर प्रकाशित किया गया।

1920- प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन का चेन्नई में निधन।


1928- मोम की मूर्तियों के लिए मशहूर 'मैडम तुसाद प्रदर्शनी' लंदन में दिखाई गई।
1933- ईसवी को जर्मनी में ख़तरनाक संगठन गेशटापू अस्तित्व में आया। इस संगठन की स्थापना हिटलर के सेना कमान्डर हरमैन गोरयंग ने की थी गेशटापू का अर्थ सरकार की गुप्त पुलिस होता है। इस संगठन को बनाने का उददेश्य हिटलर या नाज़ीइज़्म के विरोधियों को पकड़ कर मार डालना था।

1954- ईसवी को ऐतिहासिक जेनेवा कांफ़्रेंस स्वीज़रलैंड के नगर जेनेवा में आरंभ हुई जिसमें 19 देशों के विदेशमंत्रियों ने भाग लिया। इस कांफ़्रेंस में एशिया, यूरोप और अमरीका के विदेशमंत्रियों ने सूदूर क्षेत्र के विषयों और घटनाओं के बारे में विचार विमर्श किया। जेनेवा कांफ़्रेंस 77 दिन के बाद आंशिक सफलता प्राप्त करने के बाद समाप्त हो गयी। 

1964- ईसवी को ज़ंज़ीबार और तांगानीका देशों को मिलाकर तंज़ानिया देश अस्तित्व में आया। इससे पहले। दोनों देश विभिन्न शक्तियों के अधीन रहे। अंत में इन पर ब्रिटेन का अधिकार था दोनों की जनता के निरंतर विरोध और कड़े संघर्ष के पश्चात 1961 में तांगानीका और 1963 में ज़ंज़ीबार ब्रिटेन से स्वतंत्र हो गये। 1964 ईसवी में जूलियस नायरे रे ने, जिन्होंने ब्रिटेन के विरुद्ध तांगानीका की जनता के संघर्ष का नेतृत्व किया और जो इस देश के पहले राष्ट्रपति बने, अपने देश और ज़ंज़ीबार के विलय की मांग की। 

1980- स्थितीय खगोल विज्ञान केंद्र कलकत्ता (अब कोलकाता) में स्थापित किया गया।

1986- ईसवी को यूक्रेन के चरनोबेल परमाणु बिजलीघर में धमाकी हुआ जिसके बाद अत्येत घातक पदार्थ विशेषकर रेडियो एक्टिव लहरें बड़े भाग में फैल गयीं। सोवियत संघ ने आरंभ में तो परमाणु बिजली घर में धमाके की रिपोर्ट का खंडन किया किंतु परमाणु धमाके के चिन्ह सामने आ जाने के बाद सोवियत संघ ने इस घटना को स्वीकार किया और इसे तकनीकी खराबी का परिणाम बताया।

1990- वीआरपी मेनन ने लगातार 463 घंटे डिस्को डांस कर विश्व रिकार्ड बनाया।

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