विश्व और भारतीय इतिहास की प्रमुख घटनाएं Part-2, - Study Search Point

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विश्व और भारतीय इतिहास की प्रमुख घटनाएं Part-2,

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  1. 1537 ई. गुजरात के शासक बहादुरशाह की मृत्यु।
  2. 1538 ई. शेरशाह के हाथों बंगाल का शासक महमूदशाह परास्त, हुमायूँ का बंगाल पर आक्रमण, सिक्ख गुरु नानक देव का निधन।
  3. 1539 ई. चौसा के युद्ध में हुमायूँ शेरशाह से पराजित।
  4. 1540 ई. शेरशाह दिल्ली की गद्दी पर बैठा।
  5. 1542 ई. मारवाड़ के राजा मालदेव के आमंत्रण पर हुमायूँ जोधपुर पहुँचा, अमरकोट में (15 अक्टूबर) अकबर का जन्म।
  6. 1544 ई. हुमायूँ फ़ारस के तहमस्प शाह की शरण में।
  7. 1545 ई. शाह तहमस्प की मदद से कंधार-काबुल पर पुनः हुमायूँ का अधिकार, शेरशाह की मृत्यु, इस्लाम शाह सूर गद्दी पर बैठा।
  8. 1553 ई. सूर वंशी शासक इस्लाम शाह की मृत्यु।
  9. 1555 ई. लाहौर पर हुमायूँ का अधिकार।
  10. 1556 ई. हुमायूँ की मृत्यु (24 जनवरी), बैरम ख़ाँ के संरक्षण में अकबर मुग़ल सम्राट बना, पानीपत के दूसरे युद्ध (5 नवम्बर) में अकबर के द्वारा मुहम्मद आदिलशाह का दीवान हेमू पराजित, पुर्तग़ाल से पहला प्रेस भारत पहुँचा, जिसे जेसुइट पादरी गोवा लेकर आए थे।
  11. 1557 ई. ख़िज़्र ख़ाँ के साथ लड़ाई में आदिलशाह मारा गया, सिकन्दर सूर को हराकर मानकोट के क़िले पर अकबर का अधिकार।
  12. 1560 ई. अकबर के द्वारा बैरम ख़ाँ का निष्कासन।
  13. 1561 ई. अकबर की मालवा पर विजय।
  14. 1562 ई. आमेर की राजकुमारी (राजा भारमल की पुत्री) से अकबर का विवाह, युद्ध-बंन्दियों को दास बनाये जाने की 'दास प्रथा' का उन्मूलन।
  15. 1563 ई. अकबर द्वारा तीर्थयात्रा-कर की समाप्ति।
  16. 1564 ई. अकबर द्वारा जज़िया कर की उगाही बन्द, रानी दुर्गावती को परास्त कर गोंडवाना मुग़ल राज्य में सम्मिलित, रानी द्वारा आत्महत्या।
  17. 1564–1567 ई. उज़बेकों का विद्रोह।
  18. 1565 ई. विजयनगर के शासक रामराय और बहमनी सुल्तानों के बीच तालिकोटा का युद्ध, विजयनगर पराजित।
  19. 1567 ई. राधावल्लभ सम्प्रदाय के प्रवर्तक श्रीहरिवंश का देवबन्द (सहारनपुर) में जन्म।
  20. 1568 ई. अकबर की चित्तौड़ पर विजय।
  21. 1569 रणथम्भौर और कालिंजर पर अकबर का अधिकार, युवराज सलीम (जहाँगीर) का जन्म।
  22. 1571 ई. अकबर द्वारा फ़तेहपुर सीकरी का निर्माण तथा राजधानी बनाने का निर्णय।
  23. 1572 ई. राणा उदयसिंह की मृत्यु, जालौर के राजा और मेवाड़ सेनापतियों के द्वारा राणा प्रताप को गद्दी पर बैठाया गया।
  24. 1573 ई. कबीर का निधन, गुजरात पर अकबर का आधिपत्य।
  25. 1574–76 ई. अकबर की बिहार-बंगाल पर विजय।
  26. 1575 ई. ठुकरोई (उड़ीसा) का युद्ध, अकबर द्वारा दाऊद ख़ाँ पराजित फ़तेहपुर सीकरी में इबादतख़ाना की स्थापना।
  27. 1576 ई. हल्दीघाटी का युद्ध, अकबर द्वारा राणा प्रताप पराजित, अकबर का बंगाल पर अधिकार, दाऊद ख़ाँ की मृत्यु।
  28. 1578 ई. भारतीय भाषा की पहली पुस्तक "डुट्रिना क्रिस्टा' (तमिल भाषा में) मुद्रित व प्रकाशित, इस पुस्तक के लिए टाइप जुआबों गुंजाल्बेज नाम के स्पेनी लुहार ने क्किलोन (केरल) में ढाले थे। (दक्षिण भारत)
  29. 1579–1580 ई. अकबर ने 'महजरनामा' (इन्फैलिबिलिटी डिक्री) जारी किया, बंगाल-बिहार में विद्रोह, अकबर के दरबार में गोवा से प्रथम जेसुइट मिशन आया (1580)।
  30. 1580–1611 ई. गोलकुण्डा में सुल्तान क़ुली क़ुतुबशाह द्वितीय के आश्रय में रेख्ता (हिन्दुस्तानी के आदि रूप) के कवियों को प्रोत्साहन।
  31. 1611–1656 आदिलशाह बीजापुर की गद्दी पर आसीन।
  32. 1582 ई. अकबर के द्वारा 'दीन-ए-इलाही' की घोषणा।
  33. 1583 ई. पहले पाँच अंग्रेज़ व्यापारी ('जॉन न्यूबरी', 'रिचर्ड स्टेपर', 'राल्फ़', 'जेम्स स्टोरी' तथा 'विलियम लीड्स') अकबर के नाम महारानी एलिजाबेथ का पत्र लेकर भारत पहुँचे, अकबर से इनकी मुलाक़ात नहीं हो पाई, लेकिन लीड्स को अकबर के यहाँ 'झवेरी' की नौकरी मिल गई, फिंच आठ साल तक भारत-बर्मा की यात्रा करने के बाद 26 अप्रैल, 1591 को लन्दन पहुँचा, फिंच के विवरण से ही अंग्रेज़ व्यापारियों की भारत से व्यापार करने की लालसा बलवती हुई।
  34. 1585 ई. कश्मीर पर अकबर का आधिपत्य।
  35. 1589 ई. राजा टोडरमल की मृत्यु।
  36. 1590–1592 ई. अकबर की सिंध पर विजय।
  37. 1591 ई. फ़ैज़ी को मुग़ल राजदूत बनाकर दक्कन के राज्यों में भेजा गया।
  38. 1592 ई. उड़ीसा पर अकबर का अधिकार।
  39. 1595 ई. अकबर की कंधार विजय, बलूचिस्तान मुग़ल साम्राज्य में सम्मिलित।
  40. 1597 ई. राणा प्रताप की मृत्यु।
  41. 1600 ई. अहमदनगर का पतन, लन्दन में महारानी एलिजाबेथ द्वारा अपने भाई जॉर्ज, अर्ल ऑफ़ कम्बरलैंड तथा सर जॉन हॉर्ट की ईस्ट इंडिया कम्पनी ('द गवर्नर एंड कम्पनी ऑफ़ लन्दन ट्रेडिंग इन टु द ईस्ट इंडीज') को भारत से व्यापार करने के लिए अधिकार पत्र प्रदान किया गया।
  42. 1601 ई. अकबर का असीरगढ़ पर अधिकार।
  43. 1602 ई. अबुल फ़ज़ल की मृत्यु, 'डच यूनिवर्सल यूनाइटेड ईस्ट इंडिया कम्पनी' की स्थापना, 13 वर्षों में ही हॉलैण्ड के एशिया व्यापार में असाधारण वृद्धि।
  44. 1601–1603 ई. अकबर के पुत्र सलीम का विद्रोह।
  45. 1605 ई. अकबर की मृत्यु (16 अक्टूबर), जहाँगीर गद्दी पर बैठा (24 अक्टूबर)।
  46. 1606 ई. शहज़ादा ख़ुसरो का विद्रोह, जहाँगीर के आदेशानुसार पाँचवें सिक्ख गुरु अर्जुन देव को प्राणदण्ड, ईरानियों द्वारा कंधार का घेराव, जहाँगीर की मेवाड़ पर चढ़ाई।
  47. 1607 ई. मुग़लों के द्वारा कंधार मुक्त।
  48. 1608 ई. अहमद नगर पर मलिक अम्बर का पुनः अधिकार, इंग्लैण्ड के राजा जेम्स प्रथम का पत्र लेकर विलियम हाकिंस जहाँगीर के दरबार में भारत आया तथा तीन साल तक उसके दरबार में रहा, 1612 में वापस इंग्लैण्ड लौटकर भारत यात्रा का विवरण लिखा, संत तुकाराम का जन्म।
  49. 1609 ई. पुलिकट में डच फैक्टरी स्थापित।
  50. 1611 ई. मसुलीपत्तम में अंग्रेज़ फैक्टरी स्थापित, जहाँगीर का नूरजहाँ से विवाह।
  51. 1611-1625 ई. गोलकुण्डा में सुल्तान मुहम्मद कुतुबशाह का शासनकाल।
  52. 1612 ई. शहज़ादा ख़ुर्रम (शाहजहाँ) का मुमताज़ महल से विवाह, बंगाल की राजधानी राजमहल से ढाका स्थानान्तरित।
  53. 1614 ई. मेवाड़ के राणा अमर सिंह से जहाँगीर की संधि।
  54. 1615 ई. मेवाड़ पर जहाँगीर का अधिकार, इंग्लैण्ड के शासक जेम्स प्रथम के राजदूत के रूप में सर टॉमस रो जहाँगीर के दरबार में आया।
  55. 1620 ई. कांगड़ा पर मुग़लों का अधिकार।
  56. 1622 ई. कंधार पर फ़ारस का पुनः अधिकार, शाहजहाँ का विद्रोह, गोस्वामी तुलसीदास का जन्म।
  57. 1625-1674 ई. गोलकुण्डा की गद्दी पर सुल्तान अब्दुल्ला क़ुतुबशाह बैठा।
  58. 258 1624 ई. अहमदनगर के मलिक अम्बर के हाथों मुग़ल सेना पराजित।
  59. 259 1626 ई. महावत ख़ाँ का विद्रोह।
  60. 1627 ई. जहाँगीर की मृत्यु (29 अक्टूबर), जुन्नार (पूना) के निकट शिवनेर के क़िले में शिवाजी का जन्म (20 अप्रैल)।
  61. 1628 ई. शाहजहाँ मुग़ल सम्राट बना (6 फ़रवरी)।
  62. 1631 ई. मुमताज़ महल की मृत्यु (7 जून)।
  63. 1632 ई. बीजापुर पर मुग़ल आक्रमण, पुर्तग़ालियों के विरुद्ध सैन्य अभियान, हुगली में उनकी बस्ती नष्ट।
  64. 1633 ई. अहमदनगर के निज़ामशाही वंश का अन्त, अहमदनगर मुग़ल साम्राज्य में सम्मिलित, दौलताबाद के क़िले पर अधिकार।
  65. 1634 ई. अंग्रेज़ों को बंगाल में व्यापार करने का फ़रमान मिला, महावत ख़ाँ की मृत्यु।
  66. 1636 ई. बीजापुर और गोलकुण्डा से मुग़लों की संधि, औरंगज़ेब दक्कन का सूबेदार नियुक्त।
  67. 1638 ई. अली मर्दान द्वारा कंधार मुग़लों को समर्पित।
  68. 1638 ई. शाहजहाँ द्वारा नए राजधानी शहर शाहजहाँनाबाद का निर्माण प्रारम्भ।
  69. 1639 ई. अंग्रेज़ों द्वारा मद्रास में सेंट जॉर्ज क़िले की आधारशिला रखी गई। (दक्षिण भारत)
  70. 1646 ई. बल्ख पर मुग़लों का अधिकार, तोरण पर शिवाजी का अधिकार।
  71. 1649 ई. कंधार पर पर पुनः फ़ारस का अधिकार।
  72. 1650 ई. मराठी संत तुकाराम का निधन।
  73. 1656 ई. शिवाजी का जावली पर आधिपत्य।
  74. 1657 ई. बीदर का पतन और मुग़लों द्वारा बीजापुर की घेराबन्दी, शाहजहाँ के अस्वस्थ होने पर 'उत्तराधिकारी का युद्ध' प्रारम्भ, बीजापुर के साथ द्वितीय सन्धि।
  75. 1658 ई. धरमत के युद्ध (5 मई) तथा सामूगढ़ के युद्ध (8 जून) में दारा शिकोह की औरंगज़ेब के हाथों पराजय, शाहजहाँ आगरा में बन्दी (5 जून), औरंगज़ेब का राज्याभिषेक (31 जुलाई)।
  76. 1659 ई. दारा शिकोह को मृत्युदण्ड, शिवाजी के हाथों अफ़ज़ल ख़ाँ की मृत्यु।
  77. 1660 ई. मीर जुमला बंगाल का सूबेदार नियुक्त, शिवाजी के द्वारा दक्षिण कर्नाटक क्षेत्र में चारों ओर हमले।
  78. 1661 ई. शहज़ादा मुराद की हत्या, पुर्तग़ालियों द्वारा इस शर्त पर बम्बई अंग्रेज़ों को हस्तांतरित की गयी कि वे डचों को इस क्षेत्र में व्यापार से बाहर खदेड़ने में इनका साथ देंगे।
  79. 1662 ई. मीर जुमला का असम अभियान।
  80. 1663 ई. मीर जुमला की मृत्यु, शाइस्ता ख़ाँ बंगाल का सूबेदार नियुक्त।
  81. 1664 ई. शिवाजी का सूरत पर आक्रमण, स्थानीय पुर्तग़ाली उपनिवेश द्वारा शिवाजी को वार्षिक नज़राना देना स्वीकार, फ़्राँसीसी ईस्ट इंडिया कम्पनी की स्थापना।
  82. 1665 ई. राजा जयसिंह के हाथों शिवाजी की पराजय, मुग़लों के साथ शिवाजी की पुरन्दर की सन्धि।
  83. 1666 ई. शाहजहाँ की मृत्यु, मुग़ल दरबार में शिवाजी बन्दी (मई), नज़रबन्दी से मुक्त।
  84. 1668 ई. औरंगज़ेब द्वारा हिन्दुओं के विरुद्ध नये आदेश, ईस्ट इंडिया कम्पनी का पूर्ण अधिकार।
  85. 1669 ई. मथुरा में जाट सरदार गोकुल का विद्रोह, बम्बई पर अंग्रेज़ 'ईस्ट इंडिया कम्पनी' का पूर्ण अधिकार।
  86. 1670 ई. शिवाजी का सूरत पर दूसरा आक्रमण।
  87. 1671 ई. छत्रसाल के नेतृत्व में बुंदेलों का विद्रोह।
  88. 1672 ई. अफ्रीदी तथा सतनामी विद्रोह, दम लौहेम के नेतृत्व में फ़्राँसीसियों ने श्रीलंका में त्रिंकोमाली तथा चेन्नई के निकट सेंट टोम पर अधिकार किया, कुछ समय के पश्चात् डचों ने फ़्राँसीसियों से दोनों स्थानों को छीन लिया।
  89. 1673 ई. शिवाजी का सूरत पर तीसरा आक्रमण, हिन्दी कवि धनानंद का जन्म।
  90. 1674 ई. फ़्राँसीसी कप्तान फ़्राँसिस मार्टिन के द्वारा पांण्डिचेरी की स्थापना, शिवाजी द्वारा राज्याभिषेक (रायगढ़ में) तथा 'छत्रपति' की उपाधि धारण, 'स्वराज' की स्थापना।
  91. 1675 ई. सिक्ख गुरु तेगबहादुर सिंह को औरंगज़ेब द्वारा मृत्युदण्ड।
  92. 1677 ई. कर्नाटक में शिवाजी की विजय।
  93. 1679 ई. औरंगज़ेब द्वारा जज़िया कर पुनः आरोपित, मारवाड़ अभियान।
  94. 1680 ई. शिवाजी की मृत्यु, शंभाजी पेशवा बना, अलंकारवादी हिन्दी कवि केशवदास का जन्म।
  95. 1681 ई. असम पुनः स्वतंत्र, औरंगज़ेब का दक्षिण में अभियान।
  96. 1685 ई. अंग्रेज़ ईस्ट इण्डिया कम्पनी का मुख्य व्यापार कार्यालय सूरत से बम्बई (वर्तमान मुम्बई) स्थानान्तरित।
  97. 1686 ई. औरंगज़ेब का बीजापुर पर अधिकार।
  98. 1687 ई. गोलकुण्डा मुग़ल साम्राज्य में सम्मिलित, ईस्ट इण्डिया कम्पनी द्वारा औरंगज़ेब के विरुद्ध युद्ध की घोषणा।
  99. 1689 ई. औरंगज़ेब द्वारा शंभाजी को प्राणदण्ड, राजाराम सत्तारूढ़, शाहू को बन्दी बनाया गया।
  100. 1699 ई. मालवा पर मराठों का प्रथम आक्रमण।
  101. 1700 ई. शंभाजी के छोटे भाई राजाराम की मृत्यु, ताराबाई के संरक्षण में शिवाजी द्वितीय (राजाराम का पुत्र) गद्दी पर बैठा।
  102. 1702 ई. इंग्लैंण्ड में रानी ऐन गद्दी पर बैठीं, गोडोल्फिन के हस्तक्षेप से पुरानी और नयी कम्पनियों को एकीकरण कर नयी ईस्ट इंडिया कम्पनी का उदय।
  103. 1703 ई. मराठों का बरार पर आक्रमण।
  104. 1706 ई. मराठों का गुजरात पर आक्रमण, बड़ौदा ध्वस्त।
  105. 1707 ई. औरंगज़ेब की मृत्यु, बहादुरशाह प्रथम (राजकुमार मुहम्मद मुअज्जम) मुग़ल सम्राट बना, शाहू मुक्त, ताराबाई तथा शाहू समर्थकों के मध्य खेड़ा का युद्ध, मराठा राज्य दो भागों में विभक्त, [[सतारा]] में शाहू का राज्य तथा कोल्हापुर में ताराबाई (या शिवाजी द्वितीय) का राज्य, पेशवा बालाजी विश्वनाथ शाहू के साथ।
  106. 1708 ई. शाहू का राज्याभिषेक छत्रपति के रूप में, बालाजी विश्वनाथ को 'सेनाकर्ते' की उपाधि, सिक्खों के अन्तिम गुरु गोविंद सिंह का निधन (नांदेड़ में)।
  107. 1712 ई. बहादुरशाह प्रथम की मृत्यु, जहाँदारशाह उत्तराधिकारी बना।
  108. 1713 ई. जहाँदारशाह की हत्या, सैय्यद बन्धुओं की मदद से फ़र्रुख़सियर सिंहासनारूढ़।
  109. 1714 ई. बालाजी विश्वनाथ की 'पेशवा' के पद पर पदोन्नति, हुसैन अली दक्षिण का सूबेदार, हुसैन अली की मराठों से सन्धि।
  110. 1715 ई. सिक्ख नेता बन्दा बहादुर को प्राणदण्ड।
  111. 1717 ई. ईस्ट इंडिया कम्पनी को बादशाह फ़र्रुख़सियर का स्वतंत्र व्यापार (ड्यूटी-फ़्री) फ़रमान, कलकत्ता के निकट 37 गाँवों को ख़रीदने का अधिकार भी मिला।
  112. 1719 ई. फ़र्रुख़सियर की हत्या, मुहम्मदशाह गद्दी पर आसीन (दो अल्पकालिक शासकों रफ़ी-उद-दौला तथा रफ़ी-उद-दरजात की मृत्यु के उपरान्त), मुग़ल सम्राट द्वारा सनद प्रदान कर 'चौथ' तथा 'सरदेशमुखी' वसूलने का अधिकार तथा दक्कन के 6 सूबों को स्वराज्य प्रदान किया गया।
  113. 1720 ई. बाजीराव प्रथम पेशवा बना, सैय्यद बन्धुओं का अन्त, मराठों का उत्तरी अभियान प्रारम्भ।
  114. 1723 ई. शिवाजी के गुरु समर्थ रामदास की मृत्यु, पेशवा का मालवा पर आक्रमण।
  115. 1724 ई. सआदत ख़ाँ अवध का सूबेदार नियुक्त, दक्षिण में निज़ाम स्वतंत्र।
  116. 1725 ई. शुजाउद्दीन बंगाल का सूबेदार।
  117. 1731 ई. गॉटनबर्ग में सम्राट फ़्रेडरिक द्वारा 'स्वीडिश ईस्ट इंडिया' का गठन।
  118. 1735 ई. मुग़ल बादशाह द्वारा पेशवा बाजीराव प्रथम को मालवा के शासक के रूप में स्वीकृति।
  119. 1738 ई. तुलसीदास ('रामचरितमानस' के रचयिता) का निधन।
  120. 1739–40 ई. दिल्ली पर नादिरशाह का आक्रमण, 'कोहिनूर हीरा' एवं 'तख़्तेताऊस' नादिरशाह के क़ब्ज़े में, खुरासान में नादिरशाह की उसके ही सेनापतियों के द्वारा हत्या।
  121. 1740 ई. सरफ़राज ख़ाँ की हत्या कर अलीवर्दी ख़ाँ बंगाल का नवाब बना, बालाजी बाजीराव पेशवा बने, अर्काट पर मराठों का आक्रमण।
  122. 1742 ई. बंगाल पर मराठों का आक्रमण, डूप्ले पांण्डिचेरी का गवर्नर नियुक्त।
  123. 1744 ई. यूरोप में फ्राँस तथा इंग्लैण्ड के बीच युद्ध आरम्भ, दोनों के विभिन्न उपनिवेशों में तनाव तथा संघर्ष।
  124. 1746–48 ई. प्रथम कर्नाटक युद्ध।
  125. 1745 ई. रूहेलखण्ड रूहिलों के अधिकार में।
  126. 1746 ई. ला बोर्दने के नेतृत्व में फ़्राँसीसियों का चेन्नई पर अधिकार।
  127. 1747 ई. अहमदशाह अब्दाली का भारत पर आक्रमण।
  128. 1748 ई. हैदराबाद के निज़ाम आसफ़जाह की मृत्यु, पुत्र नासिर जंग तथा मुजफ़्फ़र जंग में सत्ता के लिए संघर्ष, संघर्ष के कारण निज़ाम का प्रभाव क्षीण तथा गद्दी के लिए कर्नाटक के नवाब चंदा साहब तथा नवाब अनवरुद्दीन के बीच संघर्ष।
  129. 1748–51 ई. अहमदशाह अब्दाली का अफ़ग़ानिस्तान और पंजाब पर अधिकार, मुहम्मदशाह की मृत्यु के पश्चात् अहमदशाह मुग़ल बादशाह बना (1748)।
  130. 1749 ई. यूरोप में ब्रिटिश और फ़्राँसीसियों के बीच 'एक्स-ला-शापेल' की सन्धि, भारत में अंग्रेज़ी और फ़्राँसीसी कम्पनियों में भी युद्ध विराम, फ़्राँसीसियों द्वारा चेन्नई अंग्रेज़ों को वापस, शाहू की मृत्यु तथा रामराज का छत्रपति के रूप में राज्याभिषेक।
  131. 1750–1754 ई. द्वितीय कर्नाटक युद्ध, डूप्ले की सहायता से चंदा साहब की अनवरुद्दीन पर विजय, हैदराबाद की निज़ामत मुजफ़्फ़र जंग को दिलाने के लिए चंदा साहब तथा डूप्ले का नासिर जंग पर सम्मिलित हमला, नासिर जंग को 600 सैनिकों की सहायता, कर्नाटक की गद्दी के लिए मुहम्मद अली को भी अंग्रेज़ मदद।
  132. 1751 ई. अर्काट के क़िले पर राबर्ट क्लाइव का अधिकार, जिससे फ़्राँसीसी त्रिचरापल्लि से हटे, मुजफ़्फ़र जंग की मृत्यु, सलावत जंग निज़ाम बना, अलीवर्दी ख़ाँ की मराठों से सन्धि।
  133. 1754 ई. डूप्ले फ़्राँस वापस, गोडेहू नया फ़्राँसीसी डायरेक्टर जनरल, गोडेहू तथा अंग्रेज़ गवर्नर सांडर्स के बीच सन्धि, दोनों का भारतीय रियासतों के आन्तरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने का निर्णय, फ़्राँसीसियों द्वारा अंग्रेज़ समर्थित मुहम्मद अली कर्नाटक का नवाब स्वीकृत, आलमगीर द्वितीय मुग़ल बादशाह बना।
  134. 1756 ई. अलीवर्दी ख़ाँ की मृत्यु, सिराजुद्दौला बंगाल की गद्दी पर आसीन तथा कलकत्ता पर अधिकार, तृतीय कर्नाटक युद्ध।
  135. 1757 ई. प्लासी का युद्ध (23 जून) में अंग्रेज़ों द्वारा सिराजुद्दौला पराजित, मीर ज़ाफ़र नवाब बनाया गया (28 जून), अंग्रेज़ों का कलकत्ता पर पुनः अधिकार, सिराजुद्दौला को मृत्युदण्ड (2 जुलाई), अंग्रेज़ों का राजनीतिक प्रभुत्व स्थापित।
  136. 1758 ई. फ़्राँसीसी गवर्नर मारकुइस डि बुसी का भारत आगमन, अंग्रेज़ों के विरुद्ध अभियान आरम्भ, फ़ोर्ट सेंट डेविड पर क़ब्ज़ा, पंजाब पर मराठों का अधिकार।
  137. 1759 बंगाल में अंग्रेज़ों द्वारा डच पराजित, बीदर का युद्ध, गाज़ीउद्दीन इमामुलमुल्क द्वारा आलमगीर द्वितीय की हत्या, शाहआलम द्वितीय बादशाह बना (1759-1806)।
  138. 1760 ई. वाडीवाश के युद्ध में अंग्रेज़ों के हाथों फ़्राँसीसी पराजित, रॉबर्ट क्लाइब इंग्लैण्ड वापस, मीर क़ासिम बंगाल का नवाब बना।
  139. 1761 ई. अहमदशाह अब्दाली तथा मराठों के बीच पानीपत का तीसरा युद्ध (14 जनवरी), मराठे पराजित, फ़्राँसीसियों द्वारा पांण्डिचेरी अंग्रेज़ों को समर्पित, पेशवा बाजीराव का निधन, माधवराव सिंहासनारूढ़, हैदर अली मैसूर का नवाब, अवध का नवाब शुजाउद्दौला वज़ीर बना।
  140. 1762 ई. माधवराव के सिंहासनारूढ़ होने के उपरान्त रघुनाथराव द्वारा निज़ाम से मदद की माँग।
  141. 1763 ई. अंग्रेज़ों द्वारा पांण्डिचेरी फ़्राँसीसियों को वापस, बंगाल एवं बिहार पर मीर क़ासिम का अधिकार समाप्त, मीर क़ासिम निष्कासित, मीर ज़ाफ़र पुनः नबाब बना, रघुनाथराव का सत्ता पर क़ब्ज़ा, माधवराव बन्दी।
  142. 1764 ई. बक्सर का युद्ध, शाहआलम, शुजाउद्दौला तथा मीर क़ासिम की संयुक्त सेनायें अंग्रेज़ों से पराजित।
  143. 1765 ई. रॉबर्ट क्लाइब दूसरी बार पुनः बंगाल का गवर्नर बनकर वापस आया, शुजाउद्दौला, शाहआलम तथा ईस्ट इंडिया कम्पनी के मध्य 'इलाहाबाद की सन्धि', शाहआलम ने बिहार, बंगाल तथा उड़ीसा की 'दीवानी' कम्पनी को सौंपी, मीर जाफ़र की मृत्यु।
  144. 1766 ई. निज़ाम ने उत्तरी सरकार (Northern Sarkars) क्षेत्र अंग्रेज़ों को दिया।
  145. 1767 ई. रॉबर्ट क्लाइब इंग्लैण्ड वापस, वेरेलस्ट बंगाल का गवर्नर बना।
  146. 1767–69 ई. प्रथम मैसूर युद्ध, अंग्रेज़ों ने अपमानजनक शर्तों पर हैदर अली से सन्धि की, हैदर अली का चेन्नई अभियान।
  147. 1769 ई. निज़ाम और मराठों के साथ अंग्रेज़ों की 'चेन्नई की सन्धि'।
  148. 1770 ई. बंगाल में भीषण अकाल, पेरिस में दिवालिया हो जाने के कारण 'फ़्राँसीसी ईस्ट इंडिया कम्पनी' भंग।
  149. 1771 ई. मराठों का हैदर अली पर आक्रमण, दिल्ली पर मराठों का क़ब्ज़ा, शाहआलम द्वितीय को अंग्रेज़ों के बन्धन से मुक्ति।
  150. 1772 ई. वारेन हेस्टिंग्स बंगाल का गवर्नर नियुक्त, मराठों का रुहेलखंड पर आक्रमण, भारतीय मामलों के लिए ब्रिटिश संसद की दो संसदीय समितियों का गठन, पेशवा माधवराव की मृत्यु, नारायणराव पेशवा बना पर ही शीघ्र मृत्यु, अवध के नवाब और रूहिलों का मराठों के विरुद्ध समझौता, ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा द्वैध शासन के समाप्ति की तथा खुद दीवान का कार्य अपने हाथों में लेने की घोषणा।
  151. 1772–1833 ई. राजा राममोहन राय का जीवनकाल।
  152. 1773 ई. ब्रिटिश संसद द्वारा रेग्युलेटिंग एक्ट पारित, कम्पनी पर संसद का आंशिक नियंत्रण, चेन्नई तथा बम्बई प्रेसीडेन्सियों पर 'कलकत्ता प्रेसीडेन्सी' का आंशिक नियंत्रण, रघुनाथराव पेशवा बना, अंग्रेज़ों और अवध के नवाब के बीच रुहेलखंड पर संयुक्त रूप से चढ़ाई का समझौता।
  153. 1774 ई. वारेन हेस्टिंग्स बंगाल का गवर्नर-जनरल बना, कलकत्ता में पहले उच्चतम न्यायालय की स्थापना, माधवराव नारायण पेशवा बना।
  154. 1775 ई. कम्पनी और अवध के वज़ीर आसफ़उद्दौला के बीच (एक-दूसरे के विरुद्ध कार्रवाई न करने की) मैत्री सन्धि, नवाब ने अंग्रेज़ों से सैन्य सहायता लेने के बदले 2,60,000 रुपये प्रतिमाह देना स्वीकार किया, नन्द कुमार पर मुक़दमा तथा मृत्युदण्ड (6 मई), रघुनाथराव तथा अंग्रेज़ों के बीच 'सूरत की सन्धि'।
  155. 1775–1782 ई. 'प्रथम आंग्ल-मराठा युद्ध'।
  156. 1776 ई. अंग्रेज़ों (कर्नल आप्टन) तथा मराठों (रघुनाथराव के विरोधियों) के बीच 'पुरन्दर की सन्धि'।
  157. 1777 ई. सन् 1857 के विद्रोही वीर कुँवर सिंह का जन्म।
  158. 1778 ई. यूरोप में अंग्रेज़-फ़्राँस युद्ध, भारत में फ़्राँसीसी उपनिवेशों पर अंग्रेज़ों का अधिकार।
  159. 1779 ई. मराठों तथा अंग्रेज़ों के बीच 'बड़गाँव समझौता' (Convention of Wadgaon) मराठों ने 1773 में खोए हुए क्षेत्र पुनः प्राप्त किए, हैदर अली, हैदराबाद के निज़ाम तथा मराठे अंग्रेज़ों का विरोध करने को एकजुट।
  160. 1780 ई. कैप्टन पोफम के नेतृत्व में ईस्ट इण्डिया कम्पनी का ग्वालियर पर अधिकार, द्वितीय मैसूर युद्ध प्रारम्भ, हैदर अली द्वारा कर्नाटक ध्वस्त, महाराजा रणजीत सिंह का जन्म, जेम्स हिक्की द्वारा 'बंगाल गजट' का प्रकाशन।

आगे पढ़ें - इतिहास की प्रमुख घटनाएं पार्ट 3
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