विश्व और भारतीय इतिहास की प्रमुख घटनाएं Part-3, - Study Search Point

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विश्व और भारतीय इतिहास की प्रमुख घटनाएं Part-3,

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  • 1781 ई. कम्पनी ने बनारस के राजा चेतसिंह को गद्दी से हटाया, पोर्टोनोवा में हैदर अली पराजित, रेग्युलेटिंग एक्ट में संशोधन, वारेन हेस्टिंग्स द्वारा 'कलकत्ता मदरसा' की स्थापना, बंगाल में 'बोर्ड ऑफ़ रेवेन्यू' की स्थापना।
  • 1782 ई. अंग्रेज़, मराठा और हैदर अली के बीच 'सल्बाई की सन्धि' हैदर अली की मृत्यु, 'बंगाल की खाड़ी' में अंग्रेज़ों तथा फ़्राँसीसियों के बीच नौसेनिक युद्ध, अंग्रेज़ों की मदद से आसफ़ुद्दौला द्वारा अवध की बेगमों से धन उगाही।
  • 1782–99 ई. टीपू सुल्तान मैसूर का शासक बना।
  • 1783 ई. फाक्स का इंडिया बिल ब्रिटिश संसद में अस्वीकृत।
  • 1784 ई. टीपू सुल्तान के साथ 'मंगलौर की सन्धि', द्वितीय आंग्ल-मैसूर युद्ध की समाप्ति, भारतीय मामलों के लिए 'बोर्ड ऑफ़ कन्ट्रोल' की स्थापना हेतु पिट का इंडिया एक्ट ब्रिटिश संसद में पारित, 'एसियाटिक सोसाइटी ऑफ़ बंगाल' की स्थापना।
  • 1785 ई. वारेन हेस्टिंग्स का त्यागपत्र, पंजाब में सिक्ख का आधिपत्य, दिल्ली पर महादजी सिंधिया का अधिकार।
  • 1786–1793 ई. लॉर्ड कार्नवालिस बंगाल का गवर्नर-जनरल, गवर्नर-जनरल को अपने परिषद् के निर्णय को निरस्त करने की व्यवस्था।
  • 1787 ई. टीपू सुल्तान ने पेरिस और कुस्तुनतुनिया में दूत भेजा, मराठा, निज़ाम तथा टीपू के बीच सन्धि, मराठा लाभान्वित, विलियम विलबरफ़ोर्स द्वारा 'दासता-विरोधी (Anti-slavery) लीग' की स्थापना।
  • 1788 ई. ग़ुलाम क़ादिर रुहिल्ला का दिल्ली पर क़ब्ज़ा, ग़ुलाम क़ादिर ख़ान द्वारा शाहआलम द्वितीय को नेत्रहीन बनाया गया, बेदार बख़्त दिल्ली की गद्दी पर आसीन।
  • 1788–1795 ई. वारेन हेस्टिंग्स पर महाभियोग।
  • 1789–90 ई. टीपू सुल्तान का श्रावणकोर पर अधिकार।
  • 1789–1802 ई. मराठों का दिल्ली पर अधिकार।
  • 1790–92 ई. तृतीय मैसूर युद्ध (टीपू सुल्तान और अंग्रेज़, मराठों की संयुक्त सेना के बीच)।
  • 1792 ई. श्रीरंगपट्टम की सन्धि के साथ 'तृतीय मैसूर युद्ध' समाप्त, पंजाब में रणजीत सिंह सुकरचकिया-मिसल के मुखिया, डंकन जोनाथन द्वारा वाराणसी में 'राजकीय संस्कृत महाविद्यालय' (बाद में 'संस्कृत विश्वविद्यालय') की स्थापना।
  • 1793–1798 ई. बंगाल के गवर्नर-जनरल सर जॉन शोर का कार्यकाल।
  • 1793 ई. बंगाल में भू-राजस्व का स्थायी बंदोबस्त, ब्रिटिश संसद द्वारा भारत में युद्ध नियंत्रण विधेयक पारित। पांण्डिचेरी पर अंग्रेज़ों का अधिकार, कम्पनी के चार्टर का नवीनीकरण।
  • 1794 ई. पूना में महादजी सिंधिया (शिंदे) का निधन।
  • 1795 ई. 'ख़र्दा के युद्ध' में निज़ाम का मराठों के समक्ष समर्पण, इन्दौर की रानी अहिल्याबाई होल्कर का निधन, जोनाथन डंकन बम्बई का गवर्नर नियुक्त।
  • 1796 ई. पेशवा माधवराव नारायण की मृत्यु, बाजीराव द्वितीय पेशवा नियुक्त, अंग्रेज़ों द्वारा श्रीलंका को डचों से मुक्त कराया गया।
  • 1797 ई. अहमद शाह अब्दाली के पोते जमानशाह का पंजाब पर आक्रमण। लाहौर पर अधिकार। अवध में नवाब आसफ़ुद्दौला की मृत्यु। वज़ीर अली नया नवाब (अवध), श्रीरंगपट्टनम में 60 फ़्राँसीसियों द्वारा 'जैकोबिन क्लब' की स्थापना।
  • 1798–1805 ई. लॉर्ड वेलेज़ली बंगाल का गवर्नर-जनरल।
  • 1798 ई. आजिद अली को हटाकर सआदत अली अवध का नवाब बना, निज़ाम द्वारा आश्रम-सन्धि पर हस्ताक्षर, टीपू सुल्तान के विरुद्ध अंग्रेज़, पेशवा और निज़ाम में एकता, टीपू ने फ़्राँसीसी उपनिवेश मॉरिशस को दूत भेजा, नेपोलियन बोनापार्ट का मिस्र अभियान।
  • 1799 ई. नेपोलियन के काहिरा से लिखे पत्र में टीपू सुल्तान को अंग्रेज़ों से मुक्ति दिलाने का आश्वासन। चतुर्थ चौथे मैसूर युद्ध में टीपू सुल्तान की मृत्यु। मैसूर विभाजन। मैसूर राजवंशज कृष्णराज गद्दी पर आसीन। जमानशाह द्वारा रणजीत सिंह लाहौर का सूबेदार नियुक्त। मैल्कम के नेतृत्व में अंग्रेज़ दूतमंण्डल ईरान पहुँचा। विलियम केरी द्वारा सेरामपुर में बैप्टिस्ट मिशन स्थापित।
  • 1800 ई. पेशवा और अंग्रेज़ों के बीच 'बसीन की सन्धि', अंग्रेज़ों द्वारा पेशवा पुनः पूना की गद्दी पर अधिष्ठापित।
  • 1803 ई. द्वितीय आंग्ल-मराठा युद्ध (1803-05) में मराठों की पराजय। अलीगढ़ पर अंग्रेज़ों का अधिकार। भोंसले के साथ कम्पनी की 'देवगाँव की सन्धि' तथा सिंधिया के साथ 'सुर्जी अर्जुनगाँव की सन्धि'।
  • 1804 ई. होल्कर के साथ युद्ध में कर्नल मोन्सन पराजित। बादशाह शाहआलम द्वितीय ब्रिटिश संरक्षण के अधीन।
  • 1805 ई. अंग्रेज़ों का भरतपुर का घेरा असफल, लॉर्ड वेलेज़ली को इंग्लैंण्ड वापस बुलाया गया, लॉर्ड कॉर्नवॉलिस की मृत्यु, होल्कर के साथ सन्धि।
  • 1805–1807 ई. सर जॉर्ज बार्लो बंगाल का गवर्नर-जनरल।
  • 1806 ई. अकबर द्वितीय शाहआलम द्वितीय का उत्तराधिकारी बना, वेल्लोर में सैनिक विद्रोह।
  • 1807–1813 ई. लॉर्ड मिण्टो प्रथम बंगाल का गवर्नर-जनरल।
  • 1807–1808 ई. नेपोलियन की भारत पर संयुक्त फ़्राँसीसी-रूसी अभियान योजना।
  • 1808 ई. मैल्कम के नेतृत्व में फ़ारस तथा एल्फिन्स्टन के नेतृत्व में काबुल के लिए अंग्रेज़ दूतमण्डल भेजा गया।
  • 1809 ई. अंग्रेज़ों और रणजीत सिंह के बीच 'अमृतसर की सन्धि' (25 अप्रैल)। सतलुज पूर्व की पंजाबी रियासत अंग्रेज़ों के संरक्षण में। रणजीत सिंह शासक स्वीकृत।
  • 1809–1811 ई. रणजीत सिंह का कांगड़ा पर क़ब्ज़ा।
  • 1813–1823 ई. लॉर्ड हेस्टिंग्स बंगाल का गवर्नर-जनरल।
  • 1813 ई. कम्पनी का चार्टर नवीनीकृत, शिक्षा पर सालाना एक लाख रुपये ख़र्च करने का प्रावधान।
  • 1814–1816 ई. नेपाल के साथ युद्ध। गोरखा तथा कम्पनी के बीच 'सुगौली सन्धि' (1816) में।
  • 1815 ई. राममोहन राय द्वारा 'आत्मीय सभा' की स्थापना। 'वाटरलू का युद्ध'।
  • 1817 ई. कलकत्ता में 'हिन्दू कॉलेज' की स्थापना (डेविड हेयर तथा राममोहन राय द्वारा)।
  • 1817–1818 ई. 'सेरामपुर ईसाई मिशनरी संस्था' द्वारा भारतीय भाषा (बांग्ला) में 'समाचार दर्पण' नाम का पहला साप्ताहिक प्रकाशित। पेशवा बाजीराव द्वितीय का समर्पण।
  • 1819–1827 ई. एलफिंस्टन बम्बई के गवर्नर।
  • 1819 ई. पेशवा पद की समाप्ति। ब्रिटिश वृत्तिभोगी की हैसियत से पेशवा बाजीराव द्वितीय को बिठूर निवास, राजपूताना के राजाओं के साथ सुरक्षात्मक सन्धि। तात्या टोपे का जन्म।
  • 1820 ई. मुनरो मद्रास (वर्तमान चेन्नई) का गवर्नर बना। (दक्षिण भारत)
  • 1821 ई. पूना में 'संस्कृत कॉलेज' की स्थापना।
  • 1822 ई. बम्बई में 'नेटिव एजुकेशन सोसाइटी' की स्थापना। 'बम्बई समाचार' प्रकाशित।
  • 1823–1828 ई. लॉर्ड एमहर्स्ट बंगाल का गवर्नर-जनरल नियुक्त।
  • 1823 ई. प्रेस आर्डिनेन्स के विरुद्ध राजाराममोहन राय का ज्ञापन। (इसके बाद कार्यवाहक गवर्नर-जनरल एडम्स ने मुद्रणालयों के लिए लाइसेंस अनिवार्य किया था)।
  • 1824 ई. बैरकपुर में सैनिक विद्रोह (अधिक भत्ते की मांग पर)।
  • 1824–26 ई. प्रथम आंग्ल-बर्मा युद्ध। 'याण्डबू की सन्धि'। अराकान तथा तेनासरीम ब्रिटिश साम्राज्य में शामिल।
  • 1824–1883 ई. स्वामी दयानन्द सरस्वती का जीवनकाल, आर्य समाज की स्थापना (1875 में)।

  • 1825 ई. प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी दादाभाई नौरोजी का जन्म (4 सितम्बर)।
  • 1826 ई. भरतपुर पर अंग्रेज़ों का अधिकार।
  • 1827 ई. पहला वाष्पचालित युद्धपोत 'इंटरप्राइज' मद्रास पहुँचा। (दक्षिण भारत)
  • 1828–1833 ई. विलियम बैंटिक बंगाल का गवर्नर-जनरल।
  • 1828 ई. राममोहन राय द्वारा 'ब्रह्म समाज' की स्थापना। 'ऐकेडमिक एसोसिएशन' स्थापित।
  • 1829 ई. विलियम बैंटिक द्वारा 'सती प्रथा' ग़ैरक़ानूनी घोषित।
  • 1829–1837 ई. बैंटिक द्वारा ठगों का दमन।
  • 1830 ई. राजा राममोहन राय द्वारा इंग्लैंण्ड भ्रमण। धर्मसभा द्वारा कलकत्ता में 'सती प्रथा' पर प्रतिबन्ध लगाने के विरोध में सभा। ईश्वरचन्द्र गुप्ता द्वारा बंगाल मासिक 'संवाद प्रभाकर' प्रकाशित।
  • 1831 ई. मैसूर का राजा पदच्युत। शासन ब्रिटिश सरकार के हाथ में, रोपड़ में विलियम बैंटिक और रणजीत सिंह की भेंट।
  • 1832 ई. असम के जैंतिया क्षेत्र पर अंग्रेज़ों का आधिपत्य।
  • 1833 ई. कम्पनी के चार्टर का नवीनीकरण, वैधानिक शक्ति का केन्द्रीयकरण। बंगाल का गवर्नर-जनरल पहली बार भारत के गवर्नर-जनरल के नाम से जाने लगा, भारतीय विधि आयोग की नियुक्ति, ब्रिटेन में 'दास-प्रथा' पर प्रतिबंध लगाया गया।
  • 1833–1835 ई. लॉर्ड विलियम बैंटिक भारत का गवर्नर-जनरल।
  • 1834 ई. कुर्ग पर अंग्रेज़ों का आधिपत्य। लॉर्ड मैकाले सुप्रीम कौंसिल में पहला विधि सदस्य नियुक्त। सरकार द्वारा चाय बाग़ानों की स्थापना। आगरा प्रान्त की स्थापना।
  • 1835–1836 ई. सर चार्ल्स मेटकॉफ़ कार्यकारी गवर्नर-जनरल।
  • 1835 ई. सर मेटकॉफ़ द्वारा समाचार पत्रों पर से प्रतिबन्ध समाप्त। लॉर्ड मैकाले का शिक्षा नीति पर प्रस्ताव। अंग्रेज़ी (फ़ारसी के स्थान पर) पहली बार सरकारी भाषा बनी। कम्पनी ने पहली बार अपने सिक्के जारी किए (बिना मुग़ल सम्राट के नाम के)। 'कलकत्ता मेडिकल कॉलेज' की स्थापना। कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता) के 'हिन्दू कॉलेज' में धर्मसभा के तत्वाधान में पश्चिमी ढंग की पहली सार्वजनिक सभा (30 जनवरी) जिसमें रामकमल सेन ने मांग की थी कि सभी ज़मीदारों तथा रैय्यतों के जीवन के मूलभूत सामाजिक आर्थिक प्रश्नों पर विचार-विमर्श करे।
  • 1836–1842 ई. लॉर्ड आकलैण्ड गवर्नर-जनरल।
  • 1837 ई. अकबर द्वितीय का उत्तराधिकारी बहादुरशाह द्वितीय 'जफ़र' गद्दी पर आसीन, महारानी विक्टोरिया गद्दी पर आसीन।
  • 1838 ई. अफ़ग़ानिस्तान के भूतपूर्व शासक शाहशुजा, रणजीत सिंह तथा अंग्रेज़ों के बीच 'त्रिपक्षीय सन्धि'। काबुल-कंधार पर अंग्रेज़ों का अधिकार। 'कलकत्ता सोसाइटी फॉर द एक्यूजीशन ऑफ़ जनरल नालेज' नाम की साहित्यिक वैचारिक संस्था की स्थापना, केशवचन्द्र सेन का जन्म (19 नवम्बर)।
  • 1839 ई. महाराजा रणजीत सिंह की मृत्यु। कलकत्ता तथा दिल्ली के बीच जी. टी. रोड का कार्य आरम्भ। अंग्रेज़ों द्वारा शाहशुजा काबुल का अमीर घोषित, 'यूनाइटेड इंडिया एसोसियशन' की स्थापना (9 फ़रवरी)। लन्दन में 'ब्रिटिश इंडिया सोसाइटी' की स्थापना।
  • 1839–1842 ई. प्रथम आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध।
  • 1840 ई. अफ़ग़ान कबाइलियों का विद्रोह, दोस्त मुहम्मद पदच्युत, मैन्चेस्टर में 'नार्दन सेंट्रल ब्रिटिश इंडिया सोसाइटी' की स्थापना।
  • 1841 ई. कलकत्ता में 'देश हितेषणी सभा' की स्थापना (3 अक्टूबर)।
  • 1841–1844 ई. लॉर्ड एलनबरो गवर्नर-जनरल।
  • 1842 ई. अफ़ग़ानिस्तान में अंग्रेज़ी सेना का संहार। काबुल पर पुनः आधिपत्य। दोस्त मुहम्मद पुनः अमीर बना। एलनबरो की शिमला घोषणा। अफ़ग़ानिस्तान से अंग्रेज़ी सैनिक वापस।
  • 1843 ई. सिन्ध पर अंग्रेज़ों का आधिपत्य। 'दास प्रथा' पर प्रतिबन्ध। 'बंगाल ब्रिटिश इंडिया सोसाइटी' की स्थापना।
  • 1844–1848 ई. लॉर्ड हार्डिंग गवर्नर-जनरल।
  • 1844 ई. लॉर्ड हार्डिंग द्वारा सरकारी नौकरियों में अंग्रेज़ी शिक्षित भारतीयों को नियुक्ति देने का निर्णय। कांग्रेसी नेता दिनशा एदुलजी वाचा का जन्म।
  • 1845–46 ई. प्रथम आंग्ल-सिक्ख युद्ध में सिक्ख पराजित।
  • 1846 अंग्रेज़ों तथा सिक्खों के बीच 'लाहौर की सन्धि'।
  • 1847 ई. रुड़की में प्रथम इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना।
  • 1848–1856 ई. लॉर्ड डलहौज़ी गवर्नर-जनरल।
  • 1848 ई. सतारा ब्रिटिश साम्राज्य में सम्मिलित। गोद लेने की प्रथा पर प्रतिबन्ध। बम्बई में 'स्टूडेंट्स लिटरेरी एंड साइंटिफिक सोसाइटी' की स्थापना।
  • 1848–1849 ई. द्वितीय आंग्ल-सिक्ख युद्ध में सिक्ख पराजित।
  • 1849 ई. पंजाब, जैतपुरा तथा संभलपुर का ब्रिटिश साम्राज्य में विलय। कलकत्ता में बेथुन द्वारा पहली कन्या पाठशाला की स्थापना। डलहौज़ी द्वारा मुग़ल वंश की समाप्ति पर विचार।
  • 1850 ई. सिक्किम का एक भाग अंग्रेज़ों के क़ब्ज़े में।
  • 1851 ई. कलकत्ता में 'ब्रिटिश इंडियन एसोसियशन' की स्थापना।
  • 1852 ई. द्वितीय आंग्ल-बर्मा युद्ध। रंगून (वर्तमान यांगून) तथा पेंगू पर आधिपत्य। भूतपूर्व पेशवा बाजीराव द्वितीय की मृत्यु तथा उसकी पेंशन समाप्त। पूना में 'दक्कन एजुकेशन सोसायटी' की स्थापना। निज़ाम द्वारा बरार अंग्रेज़ों का समर्पित। कम्पनी के चार्टर का नवीनीकरण तथा पहली बार आई. सी. एस. परीक्षा प्रारम्भ। सस्ती डाक सेवा प्रारम्भ।
  • 1854 ई. बंगाल में 'नील विद्रोह'।
  • 1855 ई. संथाल विद्रोह। पटसन उद्योग की शुरुआत। कलकत्ता में 'अंजुमने इस्लामी' (या मोहम्मडन एसोसिएशन) की स्थापना (मई 6)।
  • 1856 ई. अवध ब्रिटिश साम्राज्य में सम्मिलित। 'भारतीय विश्वविद्यालय अधिनियम'। 'बंगाल विधान परिषद्' द्वारा 'हिन्दू विधवा पुनर्विवाह अधिनियम' पारित। यूरोप में 'क्रीमिया युद्ध' समाप्त। भारतीय सैनिकों को इनफील्ड रायफल और चर्बीयुक्त कारतूस प्रयोग के लिए दिये गये। कलकत्ता में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना।

  • आगे पढ़ें - इतिहास की प्रमुख घटनाएं पार्ट 4

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