आज का इतिहास 25 अप्रैल, - Study Search Point

निरंतर कर्म और प्रयास ही सफलता की कुंजी हैं।

आज का इतिहास 25 अप्रैल,

Share This
1859- ईसवी को स्वेज़ नहर की खुदाई आरंभ हुई। दस वर्ष के निर्माण के बाद 17 नवम्बर वर्ष 1869 ईसवी को स्वेज़ नहर का उद्घाटन हुआ। स्वेज़ नहर की लंबाई 193 किलोमीटर और कम से कम चौड़ाई 235 फ़ुट और अधिक से अधिक चौड़ाई 421 फ़ुट है जबकि नहर की तह में यह चौड़ाई कम से कम 151 फ़ुट और अधिक से अधिक 337 फ़ुट है। नहर की गहराई कम से कम 37 फ़ुट और अधिक से अधिक 42 फ़ुट है। इस नहर के निर्माण से यूरोप और एशिया के मध्य एक नया जलमार्ग अस्तित्व में आ गया और भूमध्य सागर लाल सागर से मिल गया जिससे व्यापार में बहुत अधिक विकास हुआ।

1867-जापान की राजधानी टोक्यो में विदेशी व्यापार की अनुमति दी गई।

1905-दक्षिण अफ्रीका में श्वेतों को मताधिकार मिला

1945- को इटली को फ़ासीवादी सेना के वर्चस्व से स्वतंत्रता मिली। इटली वर्ष 1940 ईसवी में नाज़ी जर्मनी के घटक के रूप में द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल हुआ किन्तु यूनान और उत्तरी अफ़्रीक़ा में इटली की फ़ासीवादी सेना की पराजय से इटली के एक भाग पर घटक सेना का क़ब्ज़ा हो गया। इस घटना और बेनिटो मूसोलीनी के सत्ता से हटने के बाद इटली ने घटकों से एक समझौता किया और उनके साथ मिलकर जर्मनी के विरुद्ध युद्ध आरंभ किया।

1960- को अफ़ग़ानिस्तान के नरेश अमानुल्लाह ख़ान का देहान्त हुआ। 20 फ़रवरी वर्ष 1919 को जब उनके पिता की हत्या हो गयी तो उनके चाचा नसरूल्लाह ख़ान ने स्वयं को नरेश घोषित कर दिया किन्तु काबुल में अमानुल्लाह ख़ान का समर्थन आरंभ हो गया और फिर उनके नरेश बनने पर सभी सहमत हो गये और इस प्रकार वे अफ़ग़ानिस्तान के नरेश बन गये। उन्होंने वर्ष 1923 में अफ़ग़ानिस्तान को पहला संविधान दिया। वर्ष 1926 में उन्होंने अमीर के बजाए शाह की उपाधि चुनी।

1971- ईसवी को वियतनाम में अमरीका की सैनिक कार्रवाई के विरोध में लगभग 2 लाख अमरीकियों ने वाशिंगटन में प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन वियतनाम में अमरीका की अतिक्रमणकारी नीति के विरुद्ध अमरीकी जनता की सबसे कड़ी और व्यापक प्रतिक्रिया थी। 1964 में आरंभ होने वाले वियतनाम युद्ध में अमरीका ने अपने पॉंच लाख सैनिक भेजे थे जिनमें से दसियों हज़ार युद्ध के दौरान मरे गए और घायल हुए।

1982-दिल्ली में टेलीविजन पर पहली बार रंगीन प्रसारण की शुरुआत हुई।

Pages