नोबेल पुरस्कार 2015 : चिकित्सा और रसाइन, - Study Search Point

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नोबेल पुरस्कार 2015 : चिकित्सा और रसाइन,

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2015 रसायन नोबेल पुरस्कार
2015 रसायन शास्त्र का नोबेल पुरस्कार टॉमस लिंडाल, पॉल मॉडरिश और अजीज सैंकर को दिया गया है। यह पुरस्कार “DNA क्षतिपुर्ति के यांत्रिकी अध्ययन” के लिये दिया गया है। ‘रॉयल स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंसेज़’ का कहना है कि इन वैज्ञानिकों के अध्ययन ने इस बात को समझने में मदद की कि कैंसर जैसी परिस्थितियों में स्थिति किस तरह बिगड़ सकती है। इन वैज्ञानिकों ने बताया कि कोशिकाएं किस तरह क्षतिग्रस्त डीएनए की मरम्मत करती हैं।

2015 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार
चिकित्सा के क्षेत्र में साल 2015 का नोबेल पुरस्कार पैरासाइट यानी परजीवी से होने वाले संक्रमण से लड़ने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले तीन वैज्ञानिकों को देने की घोषणा की गई है। इन तीन वैज्ञानिकों में चीन की यूयू तू ने मलेरिया के इलाज की नई थेरेपी में अहम योगदान दिया है जबकि आयरलैंड में जन्मे विलियम सी कैम्पबेल और जापान में जन्मे सातोशी ओमूरा को गोल कृमि (राउन्ड वर्म पैरासइट्स) से होने वाले संक्रमण की नई दवा बनाने के लिए के लिए नोबेल पुरस्कार मिलेगा। 84 वर्षीय तु ने एक दवाई ‘अर्टेमाइसिनिन’ खोजी है जिसके कारण मलेरिया से होने वाली मौतों में प्रभावी रूप से कमी आई है। चीन की इस महिला वैज्ञानिक ने चीनी पारंपरिक प्राकृतिक दवाओं के आधार पर अपनी खोज की है।

2015 फिजिक्स नोबेल पुरस्कार
Nobel-Laureates-2015
फिजिक्स क्षेत्र में दो वैज्ञानिकों को संयुक्त रूप से 2015 के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। रॉयल अकादमी ऑफ साइंसेज ने जापान के ताकाकी कजीता और कनाडा के आर्थर बी.मैकडॉनल्ड को ये नोबेल संयुक्त रूप से दिया गया है। तकाकी (56) तथा मैकडोनाल्ड (72) को उनके उन प्रयोगों के लिए दिया गया है, जिसमें उन्होंने साबित किया है कि न्यूट्रीनों पहचान बदलते हैं।
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