21 मार्च विश्व कविता दिवस -
"कहते हैं कि अगर किसी शायर को आप से मोहब्बत हो जाए तो आप कभी मर नहीं सकते"
तिथि - विश्व कविता दिवस (World Poetry Day) प्रतिवर्ष 21 मार्च को मनाया जाता है। यूनेस्को ने इस दिन को विश्व कविता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा वर्ष 1999 में की थी जिसका उद्देश्य को कवियों और कविता की सृजनात्मक महिमा को सम्मान देने के लिए था।
शुरुवात - वर्ष 21 मार्च 1999 को "विश्व कविता दिवस" के रूप में मनाने का प्रस्ताव पेरिस में 27 अक्टूबर 1999 को यूनेस्को की 30 वें सत्र के दौरान पारित किया गया था।
उद्देश्य - विश्व में कविताओं के लेखन, पठन, प्रकाशन और शिक्षण के लिए नए लेखकों को प्रोत्साहन। कवियों और कविता की सृजनात्मक महिमा को सम्मान देने के लिए था। विश्व कविता दिवस के अवसर पर भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय और साहित्य अकादमी की ओर से सबद-विश्व कविता उत्सव का आयोजन किया जाता है।
इस वर्ष (2019) विश्व कविता दिवस का विषय (थीम) - ‘राष्ट्रीय कविता दिवस’ मनाने वाले कई देश दिन के लिए थीम प्रदान करते हैं। लेकिन यूनेस्को आवश्यक रूप से “विश्व कविता दिवस” पर विषयों को नहीं चुनता है। हालाँकि, यह दुनिया भर में कविता को बढ़ावा देने में यूनेस्को और उसके सहयोगियों के उत्साह को बढ़ावा अवश्य देता है।
टियालिया किकोन, जो नागालैंड के एक कवि हैं, को राइटर्स इंटरनेशनल नेटवर्क (विन) द्वारा विश्व कवि दिवस के अवसर पर Moberly Arts & संस्कृति केंद्र, वैंकूवर, कनाडा में अपनी कविताओं को प्रदर्शित करने के लिए चुना गया है। यह दूसरी बार है कि घटना पर उसका काम प्रदर्शित किया जा रहा है -पहला वर्ष 2016 में था।
भारतेंदु हरिश्चंद्र की प्रेम कविता 1750-1775, वाराणसी (भारतेंदु काल) -
गले मुझको लगा लो ऐ दिलदार होली में
बुझे दिल की लगी भी तो ऐ यार होली में
नहीं ये है गुलाले-सुर्ख उड़ता हर जगह प्यारे
ये आशिक की है उमड़ी आहें आतिशबार होली में
गुलाबी गाल पर कुछ रंग मुझको भी जमाने दो
मनाने दो मुझे भी जानेमन त्योहार होली में
है रंगत जाफ़रानी रुख अबीरी कुमकुम कुछ है
बने हो ख़ुद ही होली तुम ऐ दिलदार होली में
रस गर जामे-मय गैरों को देते हो तो मुझको भी
नशीली आँख दिखाकर करो सरशार होली में
विशेष -
➢➢ हालांकि यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) ने 1999 में 21 मार्च को विश्व कविता दिवस के रूप में मनाने के संबंध में घोषणा की थी, लेकिन कई देशो ने अपने राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय कविता दिवस को प्राचीन रोमन कवि के जन्म दिवस के साथ मनाने की परंपरा को बनाए रखा है। 15 अक्टूबर को 'पब्लियस वर्गिलियस मारो' उर्फ वर्जिल नाम दिया। यूनाइटेड किंगडम अक्टूबर के पहले गुरुवार को अपना राष्ट्रीय कविता दिवस मनाता है।
➢➢ संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) पेरिस में स्थित संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है।
मुख्यालय : पेरिस, फ्रांस
स्थापित : 16 नवंबर 1945, लंदन, यूनाइटेड किंगडम
गठन : 4 नवंबर 1946
संस्थापक : भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, चीन, अधिक
"कहते हैं कि अगर किसी शायर को आप से मोहब्बत हो जाए तो आप कभी मर नहीं सकते"
तिथि - विश्व कविता दिवस (World Poetry Day) प्रतिवर्ष 21 मार्च को मनाया जाता है। यूनेस्को ने इस दिन को विश्व कविता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा वर्ष 1999 में की थी जिसका उद्देश्य को कवियों और कविता की सृजनात्मक महिमा को सम्मान देने के लिए था।
शुरुवात - वर्ष 21 मार्च 1999 को "विश्व कविता दिवस" के रूप में मनाने का प्रस्ताव पेरिस में 27 अक्टूबर 1999 को यूनेस्को की 30 वें सत्र के दौरान पारित किया गया था।
उद्देश्य - विश्व में कविताओं के लेखन, पठन, प्रकाशन और शिक्षण के लिए नए लेखकों को प्रोत्साहन। कवियों और कविता की सृजनात्मक महिमा को सम्मान देने के लिए था। विश्व कविता दिवस के अवसर पर भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय और साहित्य अकादमी की ओर से सबद-विश्व कविता उत्सव का आयोजन किया जाता है।
इस वर्ष (2019) विश्व कविता दिवस का विषय (थीम) - ‘राष्ट्रीय कविता दिवस’ मनाने वाले कई देश दिन के लिए थीम प्रदान करते हैं। लेकिन यूनेस्को आवश्यक रूप से “विश्व कविता दिवस” पर विषयों को नहीं चुनता है। हालाँकि, यह दुनिया भर में कविता को बढ़ावा देने में यूनेस्को और उसके सहयोगियों के उत्साह को बढ़ावा अवश्य देता है।
भारतेंदु हरिश्चंद्र की प्रेम कविता 1750-1775, वाराणसी (भारतेंदु काल) -
गले मुझको लगा लो ऐ दिलदार होली में
बुझे दिल की लगी भी तो ऐ यार होली में
नहीं ये है गुलाले-सुर्ख उड़ता हर जगह प्यारे
ये आशिक की है उमड़ी आहें आतिशबार होली में
गुलाबी गाल पर कुछ रंग मुझको भी जमाने दो
मनाने दो मुझे भी जानेमन त्योहार होली में
है रंगत जाफ़रानी रुख अबीरी कुमकुम कुछ है
बने हो ख़ुद ही होली तुम ऐ दिलदार होली में
रस गर जामे-मय गैरों को देते हो तो मुझको भी
नशीली आँख दिखाकर करो सरशार होली में
विशेष -
➢➢ हालांकि यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) ने 1999 में 21 मार्च को विश्व कविता दिवस के रूप में मनाने के संबंध में घोषणा की थी, लेकिन कई देशो ने अपने राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय कविता दिवस को प्राचीन रोमन कवि के जन्म दिवस के साथ मनाने की परंपरा को बनाए रखा है। 15 अक्टूबर को 'पब्लियस वर्गिलियस मारो' उर्फ वर्जिल नाम दिया। यूनाइटेड किंगडम अक्टूबर के पहले गुरुवार को अपना राष्ट्रीय कविता दिवस मनाता है।
➢➢ संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) पेरिस में स्थित संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है।
मुख्यालय : पेरिस, फ्रांस
स्थापित : 16 नवंबर 1945, लंदन, यूनाइटेड किंगडम
गठन : 4 नवंबर 1946
संस्थापक : भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, चीन, अधिक
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