भारतीय इतिहास में समय-समय पर कई युद्ध सन्धियाँ हुई हैं। इन सन्धियों के द्वारा भारत की राजनीति ने न जाने कितनी ही बार एक अलग ही दिशा प्राप्त की। देशी रियासतों की आपसी फूट भी इस हद तक बढ़ चुकी थी, कि अंग्रेज़ों ने उसका पूरा लाभ उठाया राजपूतों, मराठों और मुसलमानों में भी कई सन्धियाँ हुईं। भारत के इतिहास में अधिकांश सन्धियों का लक्ष्य सिर्फ़ एक ही था, दिल्ली सल्तनत पर हुकूमत। अंग्रेज़ों ने ही अपनी सूझबूझ और चालाकी व कूटनीति से दिल्ली की हुकूमत प्राप्त की थी, हालाँकि उन्हें भारत में अपने पाँव जमाने के लिए काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा था, फिर भी उन्होंने भारतीयों की आपसी फूट का लाभ उठाते हुए इसे एक लम्बे समय तक ग़ुलाम बनाये रखा।
- अलीनगर की सन्धि - 9 फ़रवरी, 1757 ई.
- इलाहाबाद की सन्धि - 1765 ई.
- मसुलीपट्टम की सन्धि - 23 फ़रवरी, 1768
- बनारस की सन्धि प्रथम - 1773 ई.
- बनारस की सन्धि द्वितीय - 1775 ई.
- सूरत की सन्धि - 1775 ई.
- पुरन्दर की सन्धि - 1776 ई.
- बड़गाँव की सन्धि - 1779 ई.
- सालबाई की सन्धि - 1782 ई.
- बसई की सन्धि - 31 दिसम्बर, 1802 ई.
- देवगाँव की सन्धि - 17 दिसम्बर, 1803 ई.
- सुर्जी अर्जुनगाँव की सन्धि - 1803 ई.
- अमृतसर की सन्धि - 25 अप्रैल, 1809 ई.
- पूना की सन्धि - 1817 ई.
- उदयपुर की सन्धि - 1818 ई.
- गंडमक की सन्धि - 1879 ई.
- सुगौली सन्धि - 4 मार्च, 1816 ई.
- लाहौर की सन्धि - 9 मार्च, 1846 ई.
- The Treaty of Alinagar - February 9, 1757 AD
- Treaty of Allahabad - 1765 AD
- Treaty of Masulipattam - February 23, 1768
- The Treaty of Benares First - 1773 AD
- Treaty of Benares II - 1775 AD
- Treaty of Surat - 1775 AD
- Treaty of Purandar - 1776 AD
- The Treaty of Badgaon - 1779 AD
- Treaty of Salbai - 1782 AD
- The Treaty of Basai - December 31, 1802 AD
- Deogoun Treaty - December 17, 1803 AD
- Treaty of Surji Arjunanga - 1803 AD
- Treaty of Amritsar - April 25, 1809 AD
- Treaty of Poona - 1817 AD
- Treaty of Udaipur - 1818 AD
- Treaty of Gandhmil - 1879 AD
- Sugauli Treaty - March 4, 1816 AD
- The Treaty of Lahore - March 9, 1846 AD
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