क्ये मठ काज़ा के उत्तर में 12 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है और यह हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति की पश्चिमी आबादी के साथ जुड़ा है। यह घाटी का सबसे पुराना और सबसे बड़ा मठ है तथा ये गांव के ऊपर (4116 मीटर) पर स्थित है। यहां महात्मा बुद्ध के सुंदर शिला लेख और चित्र रखे गए हैं तथा साथ ही अन्य देवी देवताओं के चित्र भी हैं।
यहां लामा नृत्य, गीत गायन और नाटकों में पाइपों तथा सींगों का इस्तेमाल करते हैं। अनेक लामा यहां धार्मिक प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। यहां उच्च सौंदर्य मूल्य की पुस्तकें तथा भित्ति चित्र हैं। यह मठ विहार वास्तुकला का असाधारण उदाहरण है, जो चीनी प्रभाव के अनुसार 14वीं शताब्दी के दौरान विकसित हुई थी। मंगोलों ने 17वीं शताब्दी के मध्य में आकर इस मठ को नष्ट कर दिया। तब 19वीं शताब्दी में इस पर तीन बार और भयानक आक्रमण किए गए। विनाश और दोबारा सुधारने की इस लंबी प्रक्रिया के परिणाम स्वरूप यह एक डिब्बे के समान टेढ़ी मेढ़ी संरचना के रूप में है और यह संकुल एक रक्षात्मक किले की तरह दिखाई देता है।
स्रोत: राष्ट्रीय पोर्टल
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें