आज का इतिहास 4 मार्च, - Study Search Point

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आज का इतिहास 4 मार्च,

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1788- पश्चिम बंगाल में कलकत्ता गजट का पहला प्रकाशन

1823- को उस्मानी शासन और यूनान के बीच युद्ध में यूनानी सेना ने त्रिपोलिज़ा शहर में 12 हज़ार मुसलानों का नरसंहार किया। यूनान के सशस्त्र गुट, जिन्हें अनेक यूरोपीय देशों की सहायता प्राप्त थी, अपने देश पर उस्मानियों के नियंत्रण के ख़िलाफ़ लड़ रहे थे। वर्ष 1822 में अपने संघर्ष में तेज़ी लाने के लिए वे एकजुट हो गए। किन्तु इस प्रकार के नरसंहार से, जो बदले की भावना से किए जाते थे, लड़ाई और हिंसात्मक हो जाती थी। उदाहरण स्वरूप वर्ष 1824 में उस्मानी शासन के सैनिकों ने यूनानियों के कुछ गुटों की हत्या कर दी। अंततः यूनान को 1832 में स्वतंत्रता प्राप्त हुई । 
1848- से ऑस्ट्रिया के अधीन अधिकांश देशों में क्रान्तियां और विद्रोह आरंभ हो गये। ऐसे देशों में हंग्री भी शामिल था। ऑस्ट्रिया के लोगों के अत्याचारों से अब चुकी हंग्री की जनता का संघर्ष देखते ही देखते पूरे देश में फैल गया। चार अप्रैल सन 1849 ईसवी में यह संघर्ष इतना तेज़ हो गया कि केंद्रीय सरकार की धमकियों और धौंस के बावजूद क्रान्तिकारियों ने हंग्री में लोकतंत्रिक शासन की घोषणा कर दी।

951- नयी दिल्ली में पहले एशियाई खेलों का आयोजन। 

1961- भारत के पहले विमान वाहक युद्धपोत आईएनएस विक्रांत की तैनाती।

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