1707- को मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब का देहान्त हुआ। औरंगज़ेब ने वर्ष 1658 से वर्ष 1707 तक भारत पर राज किया। औरंगज़ेब का नाम अबुल मुज़फ़्फ़र मुहईद्दीन मुहम्मद था। वह मुग़ल बादशाह शाह जहां और मुमताज़ महल का तीसरा बेटा था। औरंगज़ेब अरबी, फ़ारसी, हिन्दी और तुर्की भाषाओं में निपुण था। सन 1658 में औरंगज़ेब ने अपने बड़े भाई दारा शिकोह को पराजित किया और पिता को नज़रबंद करके सिंहासन पर बैठ गया।
1847- टेलीफ़ोन के आविष्कारक ग्राहम बेल एडंमबरा का जन्म हुआ। उनके पिता बहरों और गूंगों की शिक्षा के विशेषज्ञ थे इसीलिए उन्होंने भी इसी क्षेत्र में रूचि दिखाई और वे अपने पिता का हाथ बटाने लगे। ग्राहम बेल वर्ष 1871 में वे बोस्टन विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर बन गए। इसी दौरान उन्होंने ऐसे उपकरण का आविष्कार किया जिसके द्वारा वे उन लहरों को देख सकते थे जो हमारे कानों पर प्रभाव डालकर आवाज़ पैदा करती हैं। उनका यही उपकरण आगे चलकर टेलीफ़ोन के रूप में सामने आया।

1878- रुस के साथ युद्ध में उसमानी शासन की पराजय के बाद दोनों देशों ने सैन इस्टफ़ेनो नामक स्थान पर इसी नाम से एक समझौता किया। रूस ने बालकान में उसमानी शासन के अधीन क्षेत्रों में अपने हित देख कर उसमानी शासन पर आक्रमण किया। उसने इसी उददेश्य के अंतर्गत सन 1877 ईसवी में सर्बिया बुलगारिया और रोमानिया से समझौता कर लिया जो उसमानी शासन के अधिकार में थे रुस ने इन तीनों देशों को वचन दिया था कि वो उन्हें स्वतंत्र करवा देगा।
1900- कोटलेब डाइमलर नामक जर्मन वैज्ञानिक का 64 वर्ष की आयु में निधन हुआ पहले वे बंदूक़ बनाने का काम करते थे किंतु बाद में उन्हें औद्योगिक कामों से लगाव हो गया और उन्होंने इस विषय का गहन अध्ययन किया। यहॉ तक कि वे मोटर साइकिल बनाने में सफल हो गये। इसी प्रकार उन्होंने कार और बस बनाने के उद्योग को भी बहुत विकसित किया।
1992- को बोस्निया हेर्ज़ेगोविना एक जनमत संग्रह के बाद योगोस्लाविया से अलग हो गया। इस जनमत संग्रह में 99 दशमलव 7 प्रतिशत लोगों ने इसे योगोस्लाविया से अलग करने के पक्ष में वोट डाले थे। इस देश का क्षेत्रफल लगभग 51 हज़ार 129 वर्ग किलोमीटर है। इसके उत्तर और पश्चिम में क्रोएशिया पूरब में सर्बिया और दक्षिण पूर्व में मोन्टे नेगरो देश स्थित हैं। वर्ष 1991 में जारी किये जाने वाले आंकड़ो के अनुसार इस देश की 44 प्रतिशत जनसंख्या मुसलमानों पर आधारित है और बालकान के इस गणराज्य में यह सबसे बड़ा जातीय समूह है। बोस्निया हेर्ज़ेगोविना द्वारा अपनी स्वतंत्रता की घोषणा योरोप के इतिहास की एक बड़ी त्रास्दी का आरंभ थी। बोस्निया में रहने वाले सर्बों ने, जिन्होंने जनमत संग्रह का बहिष्कार किया था सर्बिया की सेना के समर्थन से बोसनिया में मुसलमानों के विरुद्ध बड़े ही भयानक और बर्बर आक्रमण आरंभ कर दिए। सर्बों ने मुसलमानों का बड़ी निर्ममता के साथ सामूहिक जनसंहार किया ।