#वॉट्सऐप, गूगल हैंग आउट्स या ऐपल के #आईमेसेजिंगसर्विस का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए आने वाले दिनों में अपने सभी मेसेज्स की एक कॉपी 90 दिनों तक संभाल कर रखनी पड़ सकती है । वॉट्सऐप का #ऐंड्रॉयड वर्जन मेसेज को इन्क्रिप्ट करने की सहूलियत देता है। प्रस्तावित नैशनल इन्क्रिपशन पॉलिसी के मौजूदा प्रारूप के लागू होने की सूरत में ऐसा हो सकता है। नई पॉलिसी के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों द्वारा मांगे जाने पर ये जानकारी मुहैया कराना जरूरी होगा। #ऑनलाइन बिजनस करने वाले पोर्टल्स के लिए भी यूजर्स की गोपनीय जानकारी को सुरक्षित रखना जरूरी किया जाना प्रस्तावित है।
#गूगल ने लॉन्च की यूएस #वायरलेससर्विसगूगल ने लॉन्च की यूएस वायरलेस सर्विस : - इसमें यूजर्स के पासवर्ड्स भी इसी अवधि के संरक्षित किए जाएंगे। माना जा रहा है कि इससे इंटरनेट यूजर्स से जुड़ी सूचनाओं पर हैकिंग का खतरा बढ़ जाएगा। सरकार ने नैशनल इन्क्रिपशन पॉलिसी का मसौदा जारी किया है और इस सिलसिले में लोगों और संगठनों से उनकी राय मांगी गई है। मसौदे में सरकार, बिजनस सेक्टर और नागरिकों द्वारा सूचनाओं और डेटा के इन्क्रिपशन के तौर तरीकों का ब्यौरा दिया गया है।