साल में एक बार, अगस्त के आखिरी बुधवार को सिर्फ एक घंटे के लिए हजारों लोग पूर्वी स्पेन के बुनोल शहर में इकट्ठा हो जाते हैं। जानते हैं क्यों। इस आखिरी बुधवार को यहां मनाए जाने वाले ला टोमाटीना फेस्टिवल में हिस्सा लेने के लिए। आपको बता दें कि ये ला टोमाटीना फेस्ट काफी रोचक होता है। इस फेस्ट में सब एक दूसरे पर टमाटर फेंक कर मारते हैं और टमाटर की होली खेलते हैं।
ये है इतिहास
वैसे बता दें कि ये स्पेनिश शहर ही सिर्फ अकेला नहीं, जहां टमाटर की होली वाला ये फेस्ट मनाया जाता हो। बल्कि आज गूगल ने इस फेस्ट की 70वीं वर्षगांठ पर खास डूडल बनाकर इसे विश्व प्रसिद्ध बना दिया है। एक दूसरे पर टमाटर फेंकने वाले इस त्योहार को दुनिया की सबसे बड़ी फूड फाइट माना गया है। आपको बता दें कि इस फेस्ट की शुरुआत 1945 में हुई थी। ये वो समय था जब एक आदमी शहर की वार्षिक परेड में नांव का धकेलते हुए ले जा रहा था। कुछ आगे बढ़कर उसको इतना गुस्सा आया कि उसने अपने नजदीक के सब्जी के स्टॉल से कुछ टमाटर उठाए और वहां मौजूद लोगों को मारने लगा। इतने में एक-एक करके सभी ऐसा करने लगे। हालांकि इसको लेकर अधिकारियों ने सख्ती करने की भी कोशिश, लेकिन बाद में 1957 से इसे आधिकारिक रूप से फेस्टिवल के रूप में मनाया जाने लगा।
गूगल ने इसी फेस्ट को आज अपना खास डूडल समर्पित किया है। इस डूडल को बनाया है नेट स्वाइनहार्ट ने। इस फेस्ट को लेकर एक मिथ काफी चर्चा में है कि इस मौके पर करीब 50 हजार लोग एकजुट होते हैं। व्ैसे ये सच हो या न हो, लेकिन एक बात तो बिल्कुल सच है। वो ये कि इस मौके पर सभी दूर-दूर से अलग-अलग जगहों से एक जगह पर आकर मिलते हैं और जी खोलकर एंज्वाय करते हैं।
वैसे बता दें कि ये स्पेनिश शहर ही सिर्फ अकेला नहीं, जहां टमाटर की होली वाला ये फेस्ट मनाया जाता हो। बल्कि आज गूगल ने इस फेस्ट की 70वीं वर्षगांठ पर खास डूडल बनाकर इसे विश्व प्रसिद्ध बना दिया है। एक दूसरे पर टमाटर फेंकने वाले इस त्योहार को दुनिया की सबसे बड़ी फूड फाइट माना गया है। आपको बता दें कि इस फेस्ट की शुरुआत 1945 में हुई थी। ये वो समय था जब एक आदमी शहर की वार्षिक परेड में नांव का धकेलते हुए ले जा रहा था। कुछ आगे बढ़कर उसको इतना गुस्सा आया कि उसने अपने नजदीक के सब्जी के स्टॉल से कुछ टमाटर उठाए और वहां मौजूद लोगों को मारने लगा। इतने में एक-एक करके सभी ऐसा करने लगे। हालांकि इसको लेकर अधिकारियों ने सख्ती करने की भी कोशिश, लेकिन बाद में 1957 से इसे आधिकारिक रूप से फेस्टिवल के रूप में मनाया जाने लगा।
गूगल ने इसी फेस्ट को आज अपना खास डूडल समर्पित किया है। इस डूडल को बनाया है नेट स्वाइनहार्ट ने। इस फेस्ट को लेकर एक मिथ काफी चर्चा में है कि इस मौके पर करीब 50 हजार लोग एकजुट होते हैं। व्ैसे ये सच हो या न हो, लेकिन एक बात तो बिल्कुल सच है। वो ये कि इस मौके पर सभी दूर-दूर से अलग-अलग जगहों से एक जगह पर आकर मिलते हैं और जी खोलकर एंज्वाय करते हैं।
साभार : Inextlive