हिन्दी शायरी SMS IN LOVER, - Study Search Point

निरंतर कर्म और प्रयास ही सफलता की कुंजी हैं।

हिन्दी शायरी SMS IN LOVER,

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मुझ को शिकस्त-ए-दिल का मज़ा याद आ गया;
तुम क्यों उदास हो गए क्या याद आ गया;
कहने को ज़िन्दगी थी बहुत मुख्तसर मगर;
कुछ यूँ बसर हुई कि खुदा याद आ गया।




जिस से चाहा था, बिखरने से बचा ले मुझको;
कर गया तुन्द हवाओं के हवाले मुझ को;
मैं वो बुत हूँ कि तेरी याद मुझे पूजती है;
फिर भी डर है ये कहीं तोड़ न डाले मुझको।




वो सो जाते हैं अकसर हमें याद किए बगैर;
हमें नींद नहीं आती उनसे बात किए बगैर;
कसूर उनका नहीं कसूर तो हमारा ही है;
क्योंकि उन्हें चाहा भी तो उनकी इज़ाज़त लिए बगैर।

कदम कदम पे बहारों ने साथ छोड़ दिया;
पड़ा जब वक़्त तब अपनों ने साथ छोड़ दिया;
खायी थी कसम इन सितारों ने साथ देने की;
सुबह होते देखा तो इन सितारों ने साथ छोड़ दिया।


तेरे पास आने को जी चाहता है;
फिर से दर्द सहने को जी चाहता है;
आज़मा चुके हैं अब ज़माने को हम;
बस तुझे आज़माने को जी चाहता है।




सुकून मिल गया मुझको बदनाम होकर;
आपके हर एक इल्ज़ाम पे यूँ बेजुबान होकर;
लोग पढ़ ही लेंगें आपकी आँखों में मेरी मोहब्बत;
चाहे कर दो इनकार यूँ ही अनजान होकर।




कोई चला गया दूर तो क्या करें;
कोई मिटा गया सब निशान तो क्या करें;
याद आती है अब भी उनकी हमें हद से ज्यादा;
मगर वो याद ना करें तो क्या करें।




वक़्त बदलता है ज़िन्दगी के साथ;
ज़िन्दगी बदलती है वक़्त के साथ;
वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ;
बस अपने बदल जाते हैं वक़्त के साथ।


जहाँ दरिया कहीं अपने किनारे छोड़ देता है;
कोई उठता है और तूफाँ का रुख मोड़ देता है;
मुझे बे-दस्त-ओ-पा कर के भी खौफ उसका नहीं जाता;
कहीं भी हादसा गुज़रे वो मुझसे जोड़ देता है।


कभी उसने भी हमें चाहत का पैगाम लिखा था;
सब कुछ उसने अपना हमारे नाम लिखा था;
सुना है आज उनको हमारे जिक्र से भी नफ़रत है;
जिसने कभी अपने दिल पर हमारा नाम लिखा था।


रास्ते में पत्थरों की कमी नहीं है;
मन में टूटे सपनो की कमी नहीं है;
चाहत है उनको अपना बनाने की मगर;
मगर उनके पास अपनों की कमी नहीं है।



मेरा इल्ज़ाम है तुझ पर कि तू बेवफा था;
दोष तो तेरा था मगर तू हमेशा ही खफा था;
ज़िन्दगी की इस किताब में बयान है तेरी मेरी कहानी;
यादों से सराबोर उसका एक एक सफा था।




ज़ख़्म देने की आदत नहीं हमको;
हम तो आज भी वो एहसास रखते हैं;
बदले बदले से तो आप हैं जनाब;
जो हमारे अलावा सबको याद रखते हैं।

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