इश्क़ में कोई खोज नहीं होती; यह हर किसी से हर रोज नहीं होती; अपनी जिंदगी में हमारी मौजूदगी को बेवजह मत समझना; क्योंकि पलकें कभी आँखों पर बोझ नहीं होती।
साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे ज़रूर; प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे ज़रूर; कितने भी काँटे क्यों ना हों राहों में; आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे ज़रूर।
क्यों तू अच्छा लगता है, वक़्त मिला तो सोचेंगे; तुझ में क्या क्या देखा है, वक़्त मिला तो सोचेंगे; सारा शहर शहंशाही का दावेदार तो है लेकिन; क्यों तू हमारा अपना है, वक़्त मिला तो सोचेंगे।
प्यार वो है जिसमे सच्चाई हो; साथी की हर बात का एहसास हो; उसकी हर अदा पर नाज़ हो; दूर रह कर भी पास होने का एहसास हो।
कभी दोस्ती कहेंगे कभी बेरुख़ी कहेंगे; जो मिलेगा कोई तुझसा उसे ज़िन्दगी कहेंगे; तेरा देखना है जादू तेरी गुफ़्तगू है खुशबू; जो तेरी तरह चमके उसे रोशनी कहेंगे। |
मेरे दिल ने जब भी कभी कोई दुआ माँगी है; हर दुआ में बस तेरी ही वफ़ा माँगी है; जिस प्यार को देख कर जलते हैं यह दुनिया वाले; तेरी मोहब्बत करने की बस वो एक अदा माँगी है।
ये दिल भुलाता नहीं है मोहब्बतें उसकी; पड़ी हुई थी मुझे कितनी आदतें उसकी; ये मेरा सारा सफर उसकी खुशबू में कटा; मुझे तो राह दिखाती थी चाहतें उसकी। |
ख्याल में आता है जब भी उसका चेहरा; तो लबों पे अक्सर फरियाद आती है; भूल जाता हूँ सारे ग़म और सितम उसके; जब ही उसकी थोड़ी सी मोहब्बत याद आती है।
दिल की हसरत मेरी ज़ुबान पे आने लगी; तुमने देखा और ये ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी; ये इश्क़ के इन्तहा थी या दीवानगी मेरी; हर सूरत में मुझे सूरत तेरी नज़र आने लगी।
ऐ आशिक तू सोच तेरा क्या होगा; क्योंकि हशर की परवाह मैं नहीं करता; फनाह होना तो रिवायत है तेरी; इश्क़ नाम है मेरा मैं नहीं मरता।
तेरे बिना टूट कर बिखर जायेंगे; तुम मिल गए तो गुलशन की तरह खिल जायेंगे; तुम ना मिले तो जीते जी ही मर जायेंगे; तुम्हें जो पा लिया तो मर कर भी जी जायेंगे। |
रात होगी तो चाँद दुहाई देगा; ख्वाबों में आपको वह चेहरा दिखाई देगा; ये मोहब्बत है ज़रा सोच कर करना; एक आंसू भी गिरा तो सुनाई देगा।
इत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयी; ढूंढ रहे थे हम जिन्हें आखिर उन से बात हो गयी; देखते ही उन को जाने कहाँ खो गए हम; बस यूँ समझो दोस्तो वहीं से हमारे प्यार की शुरुआत हो गयी।
तुम को तो जान से प्यारा बना लिया; दिल को सुकून आँख का तारा का बना लिया; अब तुम साथ दो या ना दो तुम्हारी मर्ज़ी; हम ने तो तुम्हें ज़िन्दगी का सहारा बना लिया। |
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