पाकिस्तान ने नागरिकों के लिए पानी और स्वच्छ माहौल मुहैया करने के मामले में भारत को कहीं पीछे छोड़ दिया है। यह खुलासा एक कार्य-निष्पादन सूचकांक से हुआ। अमेरिका के ग्लोबल पब्लिक हेल्थ के चैपल हिल्स गिलिंग स्कूल स्थित युनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना के 'द वॉटर इंस्टीट्यूट' द्वारा तैयार सूचकांक में पाकिस्तान पांचवे नंबर पर है, जबकि भारत को 92वां स्थान दिया गया है।
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सूचकांक में सबसे ऊपर स्थान पाने वाले देश वे हैं, जिन्होंने हाल के वर्षों में दूसरे देशों की तुलना में ज्यादा सुधार किया है, जबकि निचले पायदान पर रहने वाले देश वे हैं, जहां दूसरे देशों की तुलना में सुधार में ठहराव या गिरावट आई है। हालांकि भारत को मिला 92वां स्थान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया 'स्वच्छ भारत अभियान' से पहले का है। सूचकांक में ऊपर रहने वाले देशों में चीन, अल-सल्वाडोर, नाइजर, मिस्र और मालदीव शामिल हैं, जबकि निचले पायदान पर रहने वालों में रूस, फिलीपींस और ब्राजील हैं। इस सूचकांक को तैयार करने के क्रम में राष्ट्रों के आकार और आय की भी तुलना की गई, जिससे यह पता चला कि किसी राष्ट्र का सकल घरेलू उत्पाद वहां के नागरिकों को पानी और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने की दिशा में सुधार की स्थिति का निर्धारण नहीं करता है।
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