आज का इतिहास 28 मार्च, - Study Search Point

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आज का इतिहास 28 मार्च,

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1572- हॉलैंड में स्पेन के सेना कमांडर के अत्याचारों के विरुद्ध जनान्दोलन आरंभ हुआ। इस आंदोलन का नेतृत्व प्रिंस आरेन्ज ने किया था। हॉलैंड पर स्पेन के नरेश फ़िलिप द्वितीय ने अधिकार करने के बाद अपने सेनाकमांडर को इस क्षेत्र का संचालन सौंप दिया था जिसने हालैन्ड वासियों पर अत्याचार की हद कर दी। जिससे जनान्दोलन अस्तित्व में आया इससे पहले भी स्पेन की सेना ने 1566 ईसवी में आरंभ होने वाले हालैंड की जनता के आंदोलन को निर्ममता से कुचल दिया था जिसके बाद देश भर में लोगों ने विद्रोह आरंभ किया जिसके परिणाम स्वरुप सन 1576 ईसवी में हालैंड को स्वतंत्रता मिली।
1736- ब्रिटेन के अविष्कारक जेम्स वाट का उत्तरी इंग्लैंड के ग्रीनीक नगर में जन्म हुआ। जेम्स वाट ने भाप की शक्ति का पता लगाया जिसके परिणाम स्परुव जल तथा थल यातायात के क्षेत्र में एक क्रान्ति आ गयी। भाप से चलने वाले समुद्री जहाज़ और रेल इंजन इसी अविष्कार का परिणाम हैं।

1795- पोलैंड का विभाजन हुआ।

1868- को रुस के प्रसिद्ध लेखक मैकसिम गोरकी का जन्म हुआ। गोरकी ने अपनी गरीबी के कारण शिक्षा प्राप्ति के दौरान काम भी किया। उन्होंने अपनी पहली कहानी तिफ़लीस के स्थानीय समाचार पत्र में छपवायी। वे उस समय इसी नगर में रेलवे स्टेशन पर काम करते थे। दो वर्ष बाद उनकी कहानियां पुस्तकों के रुप में छपने लगीं और उन्हें बहुत पसंद किया जाने लगा। धीरे धीरे उनका नाम विश्व विख्यात लेखकों के साथ लिया जाने लगा। उन्होंने अपनी कहानियों में रुस की जनता के जीवन की गहरी समीक्षा की है और समाज की समस्याओं के समाधान का मार्ग खोजने का प्रयास किया है।

1939- ई. को स्पेन में लंगभग ढाई वर्ष के गृह युद्ध के बाद तानाशाही के समर्थकों ने जनरल फ़्रैन्सिसको फ़्रैन्को के नेतृत्व में लोकतंत्रवादियों पर विजय प्राप्त की और इस देश की राजधानी मेडरिड पर अधिकर कर लिया। स्पेन में आंतरिक समस्या तब आरंभ हुई जब इस देश के अत्याचारी नरेश अलफ़ोन्स तेरहवें को लोकतंत्रवादियों के दबाव में राजगददी छोड़नी पड़ी और स्पेन में प्रजातांत्रिक कशासन की स्थापना हुई किंतु कुछ समय बाद नाज़ी जर्मनी और शिस्ट इटली के समर्थन से जनरल फ़्रैन्को ने स्पेन की आर्थिक और राजनैतिक समस्याओं को बहाना बनाकर प्रजांतत्रवादियों से युद्ध आरंभ कर दिया।

1941- नेताजी सुभाषचंद्र बोस नजरबंदी से बचकर बर्लिन पहुंचे।

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