आज का इतिहास 12 फ़रवरी - Study Search Point

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आज का इतिहास 12 फ़रवरी

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1804- जर्मनी के प्रख्यात दार्शनिक एवं विचारक इमैनुएल कांट का 80 वर्ष की आयु में निधन हुआ। वे सन 1724 में एक धार्मिक परिवार में जन्मे। कांट ने अपना पूरा जीवन शिक्षा और पठन तथा लेखन में व्यतीत किया। कांट ने गणित, भौतिकशास्त्र, खगोल शास्त्र, तर्क शस्त्र और विशेष रुप से दर्शन शास्त्र के विषय में अनेक पुस्तकें लिखी हैं। उन्होंने किसी भी वस्तु की सही पहचान के लिए प्रयोग और बुद्धि को प्रभावी माना है। कांट ने नैतिकशास्त्र के विषय में अनेक मूल्यवान विचार प्रसतुत किए हैं।

1809- ब्रिटेन के भौतिक शास्त्री चार्ल्ज़ डारविन का जन्म हुआ। उन्होंने विभिन्न जीव जन्तुओं की उत्पत्ति के बारे में अध्ययन किया और अपने इस अध्ययन को अंतिम चरण तक पहुँचाने के लिए उन्होंने लम्बी समुद्री यात्रा की। डारविनिज़्म विचारधारा के जनक डारविन के मतानुसार वर्तमान जीवों की उत्पत्ति एक साधारण से जीव से हुई जो बाद में विभिन्न परिस्थितियों के अंतर्गत विभिन्न प्रारुपों में बदलते गये।

1912- चीन में सोन-येत-सेन के नेतृत्व में सैनिकों और जनता के विद्रोह के बाद इस देश में मंचू वंश का राज समाप्त हुआ और उसका स्थान लोकतांत्रिक व्यवस्था ने ले लिया। सोन येत सेन ने, जो चीन के राष्ट्रपिता माने जाते हैं, इस विद्रोह के बाद राष्ट्रपति पद संभाला। कुछ ही समय बाद वे सत्ता से हट गये और यू आन शीकाय ने उनका स्थान लिया किंतु आंतरिक मतभेदों के कारण चीन की स्थिति एक बार पुन: तनावपूर्ण हो गयी।

1948- मिस्र के विख्यात संघर्षकर्ता और इख़वानुल मुसलमीन संगठन के संस्थापक हसन-अल-बन्ना को ब्रिटेन और तत्कालीन मिस्री नरेश मलिक फ़ारुक़ ने षडयंत्र रच कर शहीद करवा दिया। उन्होंने विश्व विद्यालय में अपनी शिक्षा के दौरान ही विश्व साम्राज्य और देश में उसके समर्थकों के विरुद्ध संघर्ष छेड़ दिया। सन 1928 में उन्होंने इख़वानुल मुसलेमीन नामक संगठन की स्थापना की। इस संगठन का समर्थन धीरे धीरे मिस्र के बाहर सीरिया, लेबनान, जॉर्डन और उत्तरी अफ़्रीक़ा के कुछ देशों में बढ़ता गया और हसन अलबन्ना पूरी दुनिया में विख्यात हो गये। 1948 में मिस्र के तत्कालीन प्रधान मंत्री की हत्या के आरोप में मिस्र की सरकार ने इख़वानुल मुसलेमीन पर प्रतिबंध लगा दिया।

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