आज का इतिहास 8 जनवरी - Study Search Point

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आज का इतिहास 8 जनवरी

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1642 ईसवी को इटली के भौतिकशास्त्री खगोल शास्त्री और विद्वान गैलीलियो गैलीले का 78 वर्ष की आयु में निधन हुआ। वे 1564 ईसवी में पीज़ा नगर में पैदा हुए थे। 19 वर्ष की आयु तक वे साहित्य की शिक्षा में लगे रहे उसके बाद उन्होने भौतिक शास्त्र और गणित की शिक्षा आरंभ की। उन्होंने विख्यात मुसलमान खगोलशास्त्री इब्ने हैसम के नियमों का सहारा लेकर रसदगाह या आबज़रवेटरी के लिए एक दूरबीन बनाई जिससे उन्होंने यह साबित किया कि चंद्रमा का धरातल ऊँचा नीचा है तथा आकाश गंगा अनेकों छोटे बड़े तारों का समूह है। इसी प्रकार उन्होंने यह भी सिद्ध किया कि सूर्य सौरमंडल का केंद्र है और इस मंडल के दूसरे सारे ग्रह उसे चारों ओर चक्कर लगाते हैं। गैलीलियो इस विचार के फैलने के बाद कि धरती सूर्य के चारों ओर चक्कर काटती है रोम के गिरजाघर ने उनपर मुकददमा चलाया और गैलीलियो को विवश होकर इससे इनकार करना पड़ा कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर काटती है।

1790- अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन ने पहली बार देश को सम्बोधित किया।

1800- नौवी की दूसरी लड़ाई में आस्ट्रिया ने फ्रांस को हराया।
1884- बंगाल के राष्ट्रवादी नेता और ब्रह्मसमाज के वक्ता केशव चन्द्र सेन का कलकत्ता (अब कोलकता) में निधन हुआ।

1952-जॉर्डन ने संविधान अंगीकार किया।

1968- अमरीका में कालों के संघर्ष के नेता मार्टिन लूथर किंग को अज्ञात आक्रमणकारियों ने गोली मार दी जिससे उनकी मृत्यु हो गयी। वे 1929 में अटलांटा नगर में पैदा हुए थे। आरंभ में उन्होंने बोस्टन विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त की और फिर जातीय भेदभाव के विरूद्ध कालों के संघर्ष में शामिल हो गये। उस समय अमरीका के काले लोगों ने जातीय भेदभाव तथा कालों से श्वेतों की श्रेष्ठता से संबंधित कानूनों के विरूद्ध देश व्यापी आंदोलन छेड़ दिया था और अपने अधिकारों की प्राप्ति के लिए प्रयासरत थे। मार्टिन लूथर किंग ने भेदभाद के विरूद्ध कई प्रदर्शनो का नेतृत्व किया कालों के अधिकारों की प्राप्ति हेतु अनथक प्रयास करने के लिए उन्हें सन 1964 में नोबेल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया।

1995-समाजवादी चिंतक, स्वतंत्रता सेनानी और राम मनोहर लोहिया तथा जयप्रकाश नारायण के निकट सहयोगी रहे मधु लिमये का निधन हुआ।

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