अमरीका की एक संस्था इंस्टीट्यूट फाॅर साइंस एंड इंटरनेशनल सिक्यूरिटी (ISIS) के अनुसार भारत के पास 75 से 125 परमाणु बम हैं। ये आंकडा 2014 का है। इस संस्था ने कहा कि 2014 तक भारत ने अपना भंडार में इतना प्लूटोनियम जुटा लिया था कि वो 75 से 125 परमाणु बम तक बनाए जा सकते हैं। संस्था ने कहा है कि भारत का परमाणु हथियार कार्यक्रम विकासशील देशों के सबसे बड़े कार्यक्रमों में है। मंगलवार को जारी अपनी रिपोर्ट में संस्था ने कहा, भारत के प्लूटॉनियम भंडार के आधार पर यह अनुमान लगाया जा सकता है वह 110 से 175 के बीच परमाणु हथियार बना सकता है।

हालांकि उसके पास परमाणु हथियार इससे कम हैं। यह मानना सही रहेगा कि कुल प्लूटॉनियम भंडार का 70 फीसदी ही हथियारों में इस्तेमाल कर लिया गया होगा। इस आधार पर कहा जा सकता है कि भारत के हथियारों की तादाद 75 से 125 के बीच होगी। इस रिपोर्ट को डेविट अलब्राइट और सेरेना केलर ने लिखा है। अलब्राइट ने भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के विरोध में अमरीकी संसद में मुहित छेडी थी। उनकी नर्इ रिपार्ट इंडियाज स्टाॅक्स आॅफ सिविल एंड मिलिट्री प्लूटोनियम एंड हार्इली इनरिच्ड युरेनियम 2014 में कहा गया कि भारत ने 100 से 200 किलो तक यूरेनियम जुटा लिया है। इस बात के सबूत भी उपजब्ध हैं। हालांकि ये अनुमान बेहद अनिश्चित है। डेविड अलब्राइट और सेरेना केल्हर वेरगांटिनी द्वारा तैयार इस रिपोर्ट में उल्लेख है, परमाणु हथियार बनाने योग्य प्लूटोनियम से 2014 के अंत तक करीब 97 हथियार बनाने का अनुमान है जो 77 से 123 की संख्या के दायरे में हो सकता है। इन हथियार की संख्या मोटे अनुमान में 100 हो सकती है जो 75 से 125 परमाणु हथियारों के दायरे में होगी।