आज का इतिहास 28 अक्तूबर - Study Search Point

निरंतर कर्म और प्रयास ही सफलता की कुंजी हैं।

आज का इतिहास 28 अक्तूबर

Share This
 1492- क्रिस्टोफ़र कोलम्बस ने क्यूबा के पूर्वी तट की खोज की जिसके पश्चात स्पेन की सेनाएं इस क्षेत्र में पहुँचीं। इस प्रकार उन्होंने इस क्षेत्र के लोगों का शोषण तथा प्राकृतिक स्रोतों की लूट-खसोट आरंभ कर दी। स्पेन की सरकार ने क्युबा पर अपना वर्चस्व सुदृढ़ करने के लिए क्षेत्र के रेड इंडियन्स का जन्संहार आरंभ कर दिया किंतु थोड़े थोड़े अंतराल से स्थानीय जनता की ओर से स्पेन का विरोध होता रहा जो अंतत: एक आंदोलन में परिवर्तित हो गया।

1940- को इटली की फ़ासीवादी सरकार के अध्यक्ष मोसोलीनी के नेतृत्व में इस देश की दो लाख की सेना ने यूनान पर आक्रमण किया। यह आक्रमण ऐसी स्थिति में हुआ जब इटली के घटक नाज़ी जर्मनी ने योरोप में द्वितीय विश्व युद्ध की आग भड़का दी थी। इटली के आक्रमण का यूनान की जनता ने डटकर मुक़ाबला किया और उसे हरा दिया।
1944- दूसरे विश्व युद्ध में जर्मनी के घटक बुलगारिया ने बिना शर्त सोवियत संघ के सामने समर्पण कर दिया और जर्मनी का एक महत्वपूर्ण घटक देश युद्ध के मैदान से बाहर निकल गया। बुलगारिया और सोवियत संघ के अधिकारियों के बीच आज के दिन मॉस्को में जो समझौता हुआ उसके अनुसार यह तय पाया कि युद्ध की समाप्ति तक बुलगारिया सोवियत संघ के अधीन रहेगा।

1962- सोवियत संघ के तत्कालीन नेता नेकेटा ख़ोरोश्चोफ़ की ओर से इस देश की परमाणु प्रक्षेपास्त्र की वाहक नौकाओं की वापसी का आदेश दिए जाने के पश्चात क्यूबा का प्रक्षेपास्त्र संकट समाप्त हुआ। सोवियत संघ ने कई  महीनों से क्यूबा में जो अमरीका से 90 मील की दूरी पर स्थित है, परमाणु वॉरहेड से लैस प्रक्षेपास्त्रों के लिए लान्च पैड तैयार कर लिए थे। उसने परमाणु प्रक्षेपास्त्र युक्त अपनी नौकाएं क्यूबा भेजी थीं।

2005- चेकोस्लोवाकिया देश ने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की। इस देश की चेक और स्लाव जातियों के मध्य प्राचीन काल से निकट संबंध थे जिन्होंने नवीं शताब्दी में मिलकर एक साम्राज्य की स्थापना की जो 10वीं शताब्दी में समाप्त हो गया। इस प्रकार यह जातियॉ ऑस्ट्रिया-हंग्री साम्राज्य के अधीन हो गईं। यह स्थिति प्रथम विश्व युद्ध में ऑस्ट्रिया-हंग्री साम्राज्य की पराजय तक जारी रही इसके बाद चेक और स्लाव जातियॉ स्वाधीन हो गईं।

Pages