आज का इतिहास 27 अक्तूबर - Study Search Point

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आज का इतिहास 27 अक्तूबर

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1676- पोलैंड और तुर्की ने वर्साय की संधि पर हस्ताक्षर किए।

1806- फ्रांस की सेना बर्लिन में घुसी।


1904- स्वतंत्रता सेनानी जतीन्द्र नाथ बोस का कोलकाता में जन्म हुआ।


1905- नार्वे स्वीडन से अपना गठजोड़ समाप्त करके स्वतंत्र हो गया। 14वीं शताब्दी से पहले तक नार्वे एक शक्तिशाली देश था। वर्ष 1380 में उस पर डेनमार्क का अधिकार हो गया और चार शताब्दियों तक आंतरिक स्वायत्तता के साथ डेनमार्क के नियंत्रण में रहा। वर्ष 1814 में नेपोलियन के साथ युद्ध में स्वीडन की सहायताओं के बदले डेन्मार्क ने नार्वे को उसे सौंप दिया जिसके बाद नार्वे में विद्रोह आंरभ हो गया। अंततः वर्ष 1905 में नार्वे को स्वतंत्रता मिल गई।

1910- रूस और चीन के साथ कई वर्षों के युद्ध के बाद जापान को इन दोनों देशों पर विजय मिली और जापान ने कोरिया को औपचरिक रूप से अपना भाग बना लिया। जापान के इस क़दम पर कोरिया की जनता ने विद्रोह आरंभ कर दिया किंतु फिर भी यह देश दूसरे विश्व युद्ध में जापान की पराजय तक उसके क़ब्ज़े में बाक़ी रहा।

1921- भारत के दसवें राष्ट्रपति के.आर नारायणन का त्रावणकोर में जन्म।

1946 - फ्रांस में जनमत संग्रह के बाद इस देश के चौथे राष्ट्रपतिकाल के संविधान को जनता की स्वीकृति मिली इस प्रकार फ्रांस में चौथा लोकतंत्र आरंभ हुआ। फ्रांस की तीसरी लोकतांत्रिक व्यवस्था मई 1940 में इस देश पर जर्मनी का अधिकार हो जाने के साथ ही समाप्त हो गई थी। 12 वर्षों तक चलने वाली फ्रांस की चौथी लोकतांत्रिक व्यवस्था मे इस देश में 33 सरकारें सत्ता में आईं।


1947- कश्मीर के राजा हरी सिंह ने भारत में विलय की संधि पर हस्ताक्षर किए।

1968- मेक्सिको सिटी में 19वें ओलंपिक खेलों का समापन हुआ।


1969- चंडीगढ़ को पंजाब में शामिल करने के मुद्दे को लेकर भूख हड़ताल पर बैैठे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दर्शन सिंह फेरुमन का निधन।


 1991- ईसवी को तुर्कमिनस्तान की उच्च परिषद ने सोवियत संघ से इस देश की स्वतंत्रता को स्वीकृति दी।

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