अशोक सेन,(অশোক সেন; जन्म : 1956) एक भारतीय सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी है। अशोक सेन एक प्रसिद्ध सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी हैं। अशोक सेन ने 1975 में कलकत्ता विश्वविद्यालय के तहत प्रेसीडेंसी कॉलेज से विज्ञान की स्नातक डिग्री प्राप्त की और तीन साल बाद इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी कानपुर (आईआईटी कानपुर) से मास्टर डिग्री ली। प्रो. अशोक सेन ने स्टोनी ब्रूक विश्वविद्यालय से भौतिक विज्ञान विषय से अपनी डॉक्टरेट की। अशोक सेन ने प्रबल-दुर्बल द्वैतता या एस-द्वैतता पर प्रकाशित उनके ऐतिहासिक पत्र सहित स्ट्रिंग सिद्धांत विषय में बहुत सार्थक योगदान दिया है। जो इस क्षेत्र में शोध विषय में प्रभावशाली परिवर्तनकारी रहा था। उन्होंने अस्थायी डी-ब्रैनों का अध्ययन आरम्भ किया और ऐसे ही ब्रैनों पर खुला स्ट्रिंग टैक्योन संघनन से सम्बंधित प्रसिद सेन विचार का प्रतिपादन किया।
मौलिक भौतिक पुरस्कार
मौलिक भौतिक पुरस्कार (The Fundamental Physics Prize) मौलिक भौतिकी पुरस्कार फाउंडेशन (The Fundamental Physics Prize Foundation) के द्वारा मौलिक अनुसंधान के क्षेत्र में भौतिकविदों को दिए जाने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार है। इस पुरस्कार की स्थापना इंटरनेट उद्यमी यूरी मिलनर द्वारा जुलाई 2012 को की गई। पुरस्कार के रूप में लगभग 16 करोड़ रुपए की धन राशि दी जाती है। शिक्षा के क्षेत्र में यह दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार है। यह रकम नोबेल पुरस्कार के साथ मिलने वाली पुरस्कार राशि का तीन गुना है।
पुरस्कार
- स्ट्रिंग सिद्धांत पर अपने काम के लिए फंडामेंटल फिजिक्स प्राइज, 2012
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर द्वारा 2009 में डॉक्टर ऑफ़ साइंस (मानार्थ) द्वारा सम्मानित किया गया।
- गणितीय विज्ञान, में 2009.का इंफोसिस पुरस्कार
- 1998 में रॉयल सोसायटी
- 2001 में पद्म श्री
- 1994 में शांति स्वरूप भटनागर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पुरस्कार
- 1989 में इंटरनेशनल सेंटर फॉर थ्योरेटिकल फिजिक्स पुरस्कार
- 2013 में पद्म भूषण