क़दमों की दूरी से दिलों के फांसले नहीं बढ़ते;
दूर होने से एहसास नहीं मरते;
कुछ क़दमों का फांसला ही सही हमारे बीच;
लेकिन ऐसा कोई पल नहीं जब हमको याद नहीं करते।
कहा ये किसने कि फूलों से दिल लगाऊं मैं;
अगर तेरा ख्याल ना सोचूं तो मर जाऊं मैं;
माँग ना मुझसे तू हिसाब मेरी मोहब्बत का;
आ जाऊं इम्तिहान पर तो हद्द से गुज़र जाऊं मैं।
दूर होने से एहसास नहीं मरते;
कुछ क़दमों का फांसला ही सही हमारे बीच;
लेकिन ऐसा कोई पल नहीं जब हमको याद नहीं करते।
कहा ये किसने कि फूलों से दिल लगाऊं मैं;
अगर तेरा ख्याल ना सोचूं तो मर जाऊं मैं;
माँग ना मुझसे तू हिसाब मेरी मोहब्बत का;
आ जाऊं इम्तिहान पर तो हद्द से गुज़र जाऊं मैं।
वो मुलाक़ात कुछ अधूरी सी लगी; पास होकर भी कुछ दूरी सी लगी; होंठों पे हँसी आँखों में नमी; पहली बार किसी की चाहत ज़रूरी सी लगी। आँखों में बस बसी है सूरत आपकी; दिल में छुपी है मूरत आपकी; महसूस होता है जीने के लिए; हमें तो बस है ज़रूरत आपकी।
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