देश में राष्ट्रीय राजमार्गों का नाम रखने के लिए सभी उत्तर-दक्षिण दिशा वाले राजमार्गों के लिए सम संख्या का प्रयोग किया जाता है। इसका निर्धारण पूर्व से पश्चिम की ओर बढ़ते हुए क्रम में किया जाता है. दूसरे शब्दों में उच्च देशान्तर के लिए छोटी संख्या और निम्न देशान्तर के लिए बड़ी संख्या का प्रयोग किया जाता है। इस लेख में हम आपको यह बता रहे हैं कि राष्ट्रीय राजमार्गों का नामकरण कैसे किया जाता है।
भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 2014 में 91,287 किमी. से बढ़कर 2019 में लगभग 131,326 किमी हो गई है। देश में नेशनल हाईवे देश में उपलब्ध कुल सड़क नेटवर्क का केवल 2% है लेकिन यह देश के सड़क ट्रैफिक का लगभग 40% हिस्सा वहन करते हैं. भारत का रोड नेटवर्क दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) का गठन 1988 के संसद के एक अधिनियम द्वारा किया गया था। यह प्राधिकरण, भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास, देखभाल और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है। इस प्राधिकरण ने अपने सदस्यों और अध्यक्ष की सहायता से फरवरी 1995 से काम करना शुरू किया था।
भारतीय राजमार्गों की संख्या का निर्धारण कैसे किया जाता है?
1. सभी उत्तर-दक्षिण दिशा वाले राजमार्गों के लिए सम संख्या का प्रयोग किया जाता है| इसका निर्धारण पूर्व से पश्चिम की ओर बढ़ते हुए क्रम में किया जाता है| दूसरे शब्दों में उच्च देशान्तर के लिए छोटी संख्या और निम्न देशान्तर के लिए बड़ी संख्या का प्रयोग किया जाता है| उदाहरण के लिए NH-2 पूर्वोत्तर राज्यों में स्थित है जबकि NH-68 राजस्थान और गुजरात में स्थित है|
उदाहरण: NH 8 : दिल्ली से मुंबई तक (बांया जयपुर, अहमदाबाद और वडोदरा)
2. सभी पूर्व-पश्चिम दिशा वाले राजमार्गों के लिए विषम संख्या का प्रयोग किया जाता है| इसका निर्धारण उत्तर से दक्षिण की ओर बढ़ते हुए क्रम में किया जाता जाता है| दूसरे शब्दों में उच्च अक्षांश के लिए छोटी संख्या और निम्न अक्षांश के लिए बड़ी संख्या का प्रयोग किया जाता है| उदहारण के लिए NH-1 जम्मू-कश्मीर में स्थित है जबकि NH-87 तमिलनाडु में स्थित है|
उदाहरण: NH 11: आगरा - जयपुर - बीकानेर
3. सभी प्रमुख राजमार्गों के लिए एक अंक या दो अंकों की संख्या का प्रयोग किया जाता है|
4. पूर्व से पश्चिम की ओर बढ़ने पर उत्तर-दक्षिण दिशा वाले राजमार्गों के लिए प्रयुक्त संख्या में वृद्धि होती है| उदाहरण के लिए, यदि पूर्वी भारत में किसी उत्तर-दक्षिण दिशा वाले राजमार्ग के लिए संख्या 4 का प्रयोग किया जाता है तो मध्य भारत या पश्चिमी भारत में एक विशेष उत्तर-दक्षिण दिशा वाले राजमार्ग के लिए सख्या 4 से अधिक ही लिखी जायेगी|
5. तीन अंकों की संख्या वाले राजमार्ग मुख्य राजमार्गों की सहायक मार्ग या शाखाएं होती हैं। उदाहरण के लिए, 144, 244, 344 आदि मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग 44 की शाखाएं हैं| शाखा राजमार्ग के तीन अंकों में यदि पहला अंक विषम संख्या है तो ऐसा माना जाता है कि वह सड़क पूर्व-पश्चिम दिशा में स्थित है और यदि पहला अंक सम संख्या है तो ऐसा माना जाता है कि वह सड़क उत्तर-दक्षिण दिशा में स्थित है।
6. A, B, C, D आदि तीन अंकों वाले उप राजमार्गों के नाम में जोड़ा जाता है, जिससे उप-राजमार्गों के हिस्सों का संकेत मिलता है। उदाहरण के लिए, 966A, 527-B आदि|
भारत में सड़क नेटवर्क की स्थिति इस प्रकार है : -
साभार - जागरण,
भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 2014 में 91,287 किमी. से बढ़कर 2019 में लगभग 131,326 किमी हो गई है। देश में नेशनल हाईवे देश में उपलब्ध कुल सड़क नेटवर्क का केवल 2% है लेकिन यह देश के सड़क ट्रैफिक का लगभग 40% हिस्सा वहन करते हैं. भारत का रोड नेटवर्क दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) का गठन 1988 के संसद के एक अधिनियम द्वारा किया गया था। यह प्राधिकरण, भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास, देखभाल और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है। इस प्राधिकरण ने अपने सदस्यों और अध्यक्ष की सहायता से फरवरी 1995 से काम करना शुरू किया था।
भारतीय राजमार्गों की संख्या का निर्धारण कैसे किया जाता है?
1. सभी उत्तर-दक्षिण दिशा वाले राजमार्गों के लिए सम संख्या का प्रयोग किया जाता है| इसका निर्धारण पूर्व से पश्चिम की ओर बढ़ते हुए क्रम में किया जाता है| दूसरे शब्दों में उच्च देशान्तर के लिए छोटी संख्या और निम्न देशान्तर के लिए बड़ी संख्या का प्रयोग किया जाता है| उदाहरण के लिए NH-2 पूर्वोत्तर राज्यों में स्थित है जबकि NH-68 राजस्थान और गुजरात में स्थित है|
उदाहरण: NH 8 : दिल्ली से मुंबई तक (बांया जयपुर, अहमदाबाद और वडोदरा)
उदाहरण: NH 11: आगरा - जयपुर - बीकानेर
3. सभी प्रमुख राजमार्गों के लिए एक अंक या दो अंकों की संख्या का प्रयोग किया जाता है|
4. पूर्व से पश्चिम की ओर बढ़ने पर उत्तर-दक्षिण दिशा वाले राजमार्गों के लिए प्रयुक्त संख्या में वृद्धि होती है| उदाहरण के लिए, यदि पूर्वी भारत में किसी उत्तर-दक्षिण दिशा वाले राजमार्ग के लिए संख्या 4 का प्रयोग किया जाता है तो मध्य भारत या पश्चिमी भारत में एक विशेष उत्तर-दक्षिण दिशा वाले राजमार्ग के लिए सख्या 4 से अधिक ही लिखी जायेगी|
5. तीन अंकों की संख्या वाले राजमार्ग मुख्य राजमार्गों की सहायक मार्ग या शाखाएं होती हैं। उदाहरण के लिए, 144, 244, 344 आदि मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग 44 की शाखाएं हैं| शाखा राजमार्ग के तीन अंकों में यदि पहला अंक विषम संख्या है तो ऐसा माना जाता है कि वह सड़क पूर्व-पश्चिम दिशा में स्थित है और यदि पहला अंक सम संख्या है तो ऐसा माना जाता है कि वह सड़क उत्तर-दक्षिण दिशा में स्थित है।
6. A, B, C, D आदि तीन अंकों वाले उप राजमार्गों के नाम में जोड़ा जाता है, जिससे उप-राजमार्गों के हिस्सों का संकेत मिलता है। उदाहरण के लिए, 966A, 527-B आदि|
भारत में सड़क नेटवर्क की स्थिति इस प्रकार है : -
सड़कों का वर्गीकरण
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जिम्मेदार प्राधिकरण
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दूरी (km)
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प्रतिशत भागीदारी
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राष्ट्रीय राजमार्ग
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सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय
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97,991
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1.79 %
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राज्य राजमार्ग
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राज्य लोक निर्माण विभाग / संघ राज्य क्षेत्र
|
167,109
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3.05 %
|
अन्य लोक निर्माण विभाग के रोड
|
राज्य लोक निर्माण विभाग / संघ राज्य क्षेत्र
|
1,101,178
|
20.12 %
|
ग्रामीण सड़क
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पंचायत, जवाहर रोजगार योजना और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना
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3,337,255
|
61 %
|
शहरी सड़क
|
स्थानीय सरकार और नगर पालिका
|
467,106
|
8.54 %
|
परियोजना सड़कें
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विभिन्न राज्य / संघ राज्य क्षेत्र के सरकारी विभाग और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड नई दिल्ली नगर निगम और सीमा सड़क संगठन
|
301,505
|
5.50 %
|
कुल
|
N/A
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5,472,144
|
100 %
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भारत के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्गों की सूची : -
राष्ट्रीय राजमार्ग का नाम
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कहां से कहां तक
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-1
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जम्मू और कश्मीर: (उड़ी, बारामूला, श्रीनगर, कारगिल और लेह)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -2
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असम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम:(डिब्रूगढ़, शिवसागर, मोकोकचुंग, वोखा, कोहिमा, इम्फाल, चुराचांदपुर, सेरछिप)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -3
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पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर :(अटारी, अमृतसर, जालान-धार, होशियारपुर, हमीरपुर, मंडी, कुल्लू, मनाली)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -4
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अंडमान एवं निकोबार: (मायाबंदर, पोर्ट ब्लेयर, चिड़िया टापू)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या - 5
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पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश: (फिरोजपुर, मोगा, जगराओं, लुधियाना, चंडीगढ़, कालका, सोलन, शिमला, ठियोग, नरकंडा, रामपुर)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -6
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मेघालय, असम, मिजोरम:(जोराबाट शिलांग, बदरपुर, कोलासिब, आइजोल, बदरपुर, पंचग्राम
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -7
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पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड:(फाजिल्का, अबोहर, बठिंडा, बरनाला, संगरूर, पटियाला, पंचकूला, रायपुर रानी, देहरादून, ऋषिकेश, देवप्रयाग, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, चमोली, बद्रीनाथ)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -8
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असम, त्रिपुरा ( करीमगंज, अगरतला, उदयपुर)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -9
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पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड: (डबवाली, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, हांसी, रोहतक, बहादुरगढ़, (एनएच -24) दिल्ली, गाजियाबाद, मुरादाबाद, रामपुर, बिलासपुर रुद्रपुर, टनकपुर, पिथौरागढ़)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -10
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सिक्किम, पश्चिम बंगाल: (सिलीगुड़ी, कलिमपोंग, गंगटोक)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -11
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राजस्थान:(जैसलमेर, पोखरण, बीकानेर, रतनगढ़, फतेहपुर)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -12
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पश्चिम बंगाल: (रायगंज, मालदा, फरक्का, बरहाम्पुर, कृष्णानगर, रानाघाट, बारासात, कोलकाता)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -19
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दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल: (दिल्ली, मथुरा, आगरा, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, मोहनिया, औरंगाबाद, आसनसोल, कोलकाता)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -20
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बिहार, झारखंड, ओडिशा: (बख्तियारपुर, बिहार शरीफ, नवादा, हजारीबाग, रांची, खूंटी, चक्रधरपुर, चाईबासा)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या - 21
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राजस्थान, उत्तर प्रदेश :( जयपुर, दौसा, भरतपुर, आगरा)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या – 27
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गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम: 3,507 किमी (पोरबंदर , उदयपुर, चित्तौड़गढ़, कोटा, शिवपुरी, झांसी, कानपुर, लखनऊ, फैजाबाद, गोरखपुर, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, अररिया, पूर्णिया,सिलीगुड़ी गुवाहाटी, दिसपुर, सिलचर)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या –44 (देश का सबसे लम्बा नेशनल हाईवे)
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जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु: 3,745 किलोमीटर (श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, लुधियाना, अंबाला, करनाल, पानीपत, दिल्ली, फरीदाबाद, मथुरा, आगरा, ग्वालियर, झांसी, नागपुर, आदिलाबाद, निजामाबाद, हैदराबाद, कुरनूल, बेंगलुरू, धर्मपुरी, सेलम, मदुरै, कन्याकुमारी)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या –48
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दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु 2,807 किलोमीटर:(दिल्ली, जयपुर, किशनगढ़, चित्तौड़गढ़ उदयपुर अहमदाबाद, वड़ोदरा, अंकलेश्वर, मुंबई, ठाणे, पुणे, सतारा, कोल्हापुर, बेंगलुरू, कृष्णागिरि, वेल्लोर, चेन्नई)
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राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या – 53
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गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा 1,781 किलोमीटर: (सूरत, जलगांव, भुसावल, अकोला, अमरावती, नागपुर, भंडारा, देवरी, राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर, सरायपाली, बारगढ़, संबलपुर,हरिदासपुर, पारादीप पोर्ट)
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साभार - जागरण,
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