क्या आप जानते है? भारत में गाडियां सड़क के बायीं ओर और अमेरिका में दायीं ओर चलती हैं?
भारत में गाड़ियां सड़क के बायीं ओर चलती है और मोटरकार की स्टेयरिंग दायीं ओर होती है, जबकि अमेरिका सहित अधिकांश पश्चिमी देशों में गाडियां सड़क के दायीं ओर चलती है और मोटरकार की स्टेयरिंग बायीं ओर होती है. लेकिन क्या आपको इसके पीछे का कारण मालूम है? यदि आप इस प्रश्न के उत्तर से अनभिज्ञ हैं तो इस लेख को पढ़ने के बाद अवश्य जान जाएंगे कि क्यों भारत में गाडियां सड़क के बायीं ओर चलती है और अमेरिका में दायीं ओर चलती है।
भारत में गाड़ियां सड़क के बायीं ओर चलती है और मोटरकार की स्टेयरिंग दायीं ओर होती है, जबकि अमेरिका सहित अधिकांश पश्चिमी देशों में गाडियां सड़क के दायीं ओर चलती है और मोटरकार की स्टेयरिंग बायीं ओर होती है। लेकिन क्या आपको इसके पीछे का कारण मालूम है? यदि आप इस प्रश्न के उत्तर से अनभिज्ञ हैं तो इस लेख को पढ़ने के बाद अवश्य जान जाएंगे कि क्यों भारत में गाडियां सड़क के बायीं ओर चलती है और अमेरिका में दायीं ओर चलती है।
सड़क पर चलने के नियम की शुरूआत -
विश्व के सभी देशों में सड़क पर चलने से संबंधित नियम की शुरूआत अलग-अलग समय में हुई थी, लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि पुराने जमाने में विश्व के अधिकांश देशों में सड़क के बायीं ओर ही चलने की परंपरा थी और 18वीं शताब्दी में पहली बार सड़क के दायीं ओर चलने की परंपरा की शुरूआत हुई थी।
सड़क पर चलने से संबंधित नियम का पहला वास्तविक पुरातात्विक साक्ष्य रोमन साम्राज्य से प्राप्त होता है. उन साक्ष्यों के अध्ययन से पता चलता है कि रोमन साम्राज्य के नागरिक सड़कों पर बायीं ओर चला करते थे। इस बात का स्पष्ट प्रमाण उपलब्ध नहीं है कि रोमन साम्राज्य के लोग सड़क पर बायीं ओर ही क्यों चला करते थे, लेकिन पूरे मध्यकाल के दौरान सड़क पर बायीं ओर ही चलने की परंपरा थी।
मध्यकाल के दौरान सड़कों पर चलना यात्रियों के लिए हमेशा सुरक्षित नहीं होता था और उन्हें सड़क पर दूसरी ओर से आने वाले डाकू एवं लुटेरों से बचना भी होता था। चूँकि अधिकतर लोग दायें हाथ से काम करने वाले होते थे, इस वजह से सड़क पर बायीं ओर चलते हुए तलवारबाज अपने दाहिने हाथ में तलवार रखते थे और दुश्मनों पर आसानी से हमला कर पाते थे। इसके अलावा सड़क पर बायीं ओर चलते हुए लोग मार्ग में मिलने वाले ईष्ट-मित्रों को दाएं हाथ से आसानी से दुआ सलाम कर पाते थे।
1300 ईस्वी में, पोप बॉनिफेस अष्टम ने आदेश दिया कि दुनिया के विभिन्न देशों से रोम की ओर आने वाले लोगों को अपनी यात्रा के दौरान सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का पालन करना चाहिए। इसके बाद 17वीं शताब्दी के अंत तक लगभग सभी पश्चिमी देशों में सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का ही अनुसरण किया गया।
18वीं शताब्दी में संयुक्त राज्य अमेरिका में “टीमस्टर्स” की शुरुआत हुई थी। यह एक बड़ा वैगन होता था, जिसे घोड़ों की एक टीम खींचती थी. इन वैगनों पर ड्राइवरों के लिए बैठने हेतु सीट नहीं होते थे। अतः ड्राइवर सबसे बाएं घोड़े पर बैठता था और दाएं हाथ से चाबुक के द्वारा सभी घोड़ों को नियंत्रित करता था। लेकिन इसके कारण अमेरिकी लोगों को सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम में बदलाव करना पड़ा और वे सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण करने लगे।
इस बदलाव की प्रमुख वजह यह थी कि सबसे बाएं घोड़े पर बैठकर सड़क पर दायीं ओर चलते हुए पीछे से या आगे से आने आले वैगनों पर नजर रखना आसान था। 1792 में सर्वप्रथम अमेरिका के पेन्सिल्वेनिया प्रान्त में सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम को लागू किया गया और 18वीं शताब्दी के अंत तक यह नियम पूरे संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में अनुसरण किया जाने लगा।
यूरोपीय देशों में सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम की शुरूआत -
यूरोपीय देशों में सर्वप्रथम फ्रांस में सड़क पर दायीं चलने के नियम को लागू किया था, लेकिन फ्रांस में इस नियम को क्यों लागू किया गया, इसके संबंधित स्पष्ट कारणों की जानकारी उपलब्ध नहीं है. कुछ लोगों का कहना है कि फ्रांसीसी क्रांतिकारी पोप के आदेश का पालन नहीं करना चाहते थे, अतः उन्होंने इस नियम का अनुसरण किया। एक मान्यता यह भी है फ्रांसीसी अंग्रेजों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले नियम का अनुसरण नहीं करना चाहते थे। इसके अलावा कुछ लोगों का मानना है कि सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम की शुरूआत नेपोलियन ने की थी।
बाद में नेपोलियन ने इस प्रणाली को उन सभी देशों में फैलाया जिन पर उसने विजय प्राप्त की थी. नेपोलियन के पराजित होने के बाद भी जिन देशों में उसने जीत हासिल की थी, उनमें से अधिकांश ने सड़क पर दायीं ओर चलने की प्रणाली को जारी रखने का फैसला किया। इन देशों में सबसे महत्वपूर्ण जर्मनी था, जिसने 20वीं शताब्दी में कई यूरोपीय देशों पर कब्जा किया और उन देशों में सड़क पर दायीं ओर चलने की प्रणाली को लागू किया।
भारत में सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण करने के कारण -
अमेरिका की तरह इंग्लैंड में कभी भी घोड़ों से खींचे जाने वाले वैगनों का इस्तेमाल नहीं किया गया, क्योंकि लंदन और अन्य ब्रिटिश शहरों की तंग या छोटी गलियों में इन वैगनों को खींचना मुमकिन नहीं था। इसके अलावा इंग्लैंड पर कभी भी नेपोलियन या जर्मनी ने विजय प्राप्त नहीं की थी इस कारण इंग्लैंड के ऊपर जर्मनी की संस्कृति और नियम लागू नहीं किये जा सकें।
यही कारण है कि इंग्लैंड में हमेशा से सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का ही पालन किया जाता है और 1756 में इंग्लैंड में इसे आधिकारिक कानून का रूप दिया गया था। अर्थात इंग्लैंड ने भी पोप द्वारा दिए गये आदेश का पालन किया था।
अब दुनिया में जैसे-जैसे ब्रिटिश साम्राज्य का विस्तार हुआ, सड़क पर बायीं ओर चलने से संबंधित नियम का अनुसरण सभी ब्रिटिश शासित देशों में किया जाने लगा।
चूँकि भारत भी 200 वर्षों तक अंग्रेजों के शासन के अधीन था, इस कारण भारत में भी सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का पालन किया जाता है। इस प्रकार आप कह सकते हैं कि भारत में बायीं ओर चलने का नियम अंग्रेजों ने शुरू किया था।
• वर्तमान समय में पूरी दुनिया में कुल 163 देशों में सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण किया जाता है, जबकि 76 देशों में सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण किया जाता है।
• ब्रिटेन, आयरलैंड, माल्टा और साइप्रस को छोड़कर सभी यूरोपीय देशों में सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण किया जाता है।
• चीन में सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण किया जाता है, लेकिन चीन के आधिपत्य वाले हांगकांग और मकाऊ में सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण किया जाता है।
साभार - जागरण जोश,
भारत में गाड़ियां सड़क के बायीं ओर चलती है और मोटरकार की स्टेयरिंग दायीं ओर होती है, जबकि अमेरिका सहित अधिकांश पश्चिमी देशों में गाडियां सड़क के दायीं ओर चलती है और मोटरकार की स्टेयरिंग बायीं ओर होती है. लेकिन क्या आपको इसके पीछे का कारण मालूम है? यदि आप इस प्रश्न के उत्तर से अनभिज्ञ हैं तो इस लेख को पढ़ने के बाद अवश्य जान जाएंगे कि क्यों भारत में गाडियां सड़क के बायीं ओर चलती है और अमेरिका में दायीं ओर चलती है।
भारत में गाड़ियां सड़क के बायीं ओर चलती है और मोटरकार की स्टेयरिंग दायीं ओर होती है, जबकि अमेरिका सहित अधिकांश पश्चिमी देशों में गाडियां सड़क के दायीं ओर चलती है और मोटरकार की स्टेयरिंग बायीं ओर होती है। लेकिन क्या आपको इसके पीछे का कारण मालूम है? यदि आप इस प्रश्न के उत्तर से अनभिज्ञ हैं तो इस लेख को पढ़ने के बाद अवश्य जान जाएंगे कि क्यों भारत में गाडियां सड़क के बायीं ओर चलती है और अमेरिका में दायीं ओर चलती है।
सड़क पर चलने के नियम की शुरूआत -
विश्व के सभी देशों में सड़क पर चलने से संबंधित नियम की शुरूआत अलग-अलग समय में हुई थी, लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि पुराने जमाने में विश्व के अधिकांश देशों में सड़क के बायीं ओर ही चलने की परंपरा थी और 18वीं शताब्दी में पहली बार सड़क के दायीं ओर चलने की परंपरा की शुरूआत हुई थी।
सड़क पर चलने से संबंधित नियम का पहला वास्तविक पुरातात्विक साक्ष्य रोमन साम्राज्य से प्राप्त होता है. उन साक्ष्यों के अध्ययन से पता चलता है कि रोमन साम्राज्य के नागरिक सड़कों पर बायीं ओर चला करते थे। इस बात का स्पष्ट प्रमाण उपलब्ध नहीं है कि रोमन साम्राज्य के लोग सड़क पर बायीं ओर ही क्यों चला करते थे, लेकिन पूरे मध्यकाल के दौरान सड़क पर बायीं ओर ही चलने की परंपरा थी।
मध्यकाल के दौरान सड़कों पर चलना यात्रियों के लिए हमेशा सुरक्षित नहीं होता था और उन्हें सड़क पर दूसरी ओर से आने वाले डाकू एवं लुटेरों से बचना भी होता था। चूँकि अधिकतर लोग दायें हाथ से काम करने वाले होते थे, इस वजह से सड़क पर बायीं ओर चलते हुए तलवारबाज अपने दाहिने हाथ में तलवार रखते थे और दुश्मनों पर आसानी से हमला कर पाते थे। इसके अलावा सड़क पर बायीं ओर चलते हुए लोग मार्ग में मिलने वाले ईष्ट-मित्रों को दाएं हाथ से आसानी से दुआ सलाम कर पाते थे।
1300 ईस्वी में, पोप बॉनिफेस अष्टम ने आदेश दिया कि दुनिया के विभिन्न देशों से रोम की ओर आने वाले लोगों को अपनी यात्रा के दौरान सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का पालन करना चाहिए। इसके बाद 17वीं शताब्दी के अंत तक लगभग सभी पश्चिमी देशों में सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का ही अनुसरण किया गया।
Image source : Quora
पहली बार सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम की शुरूआत -18वीं शताब्दी में संयुक्त राज्य अमेरिका में “टीमस्टर्स” की शुरुआत हुई थी। यह एक बड़ा वैगन होता था, जिसे घोड़ों की एक टीम खींचती थी. इन वैगनों पर ड्राइवरों के लिए बैठने हेतु सीट नहीं होते थे। अतः ड्राइवर सबसे बाएं घोड़े पर बैठता था और दाएं हाथ से चाबुक के द्वारा सभी घोड़ों को नियंत्रित करता था। लेकिन इसके कारण अमेरिकी लोगों को सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम में बदलाव करना पड़ा और वे सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण करने लगे।
इस बदलाव की प्रमुख वजह यह थी कि सबसे बाएं घोड़े पर बैठकर सड़क पर दायीं ओर चलते हुए पीछे से या आगे से आने आले वैगनों पर नजर रखना आसान था। 1792 में सर्वप्रथम अमेरिका के पेन्सिल्वेनिया प्रान्त में सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम को लागू किया गया और 18वीं शताब्दी के अंत तक यह नियम पूरे संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में अनुसरण किया जाने लगा।
यूरोपीय देशों में सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम की शुरूआत -
यूरोपीय देशों में सर्वप्रथम फ्रांस में सड़क पर दायीं चलने के नियम को लागू किया था, लेकिन फ्रांस में इस नियम को क्यों लागू किया गया, इसके संबंधित स्पष्ट कारणों की जानकारी उपलब्ध नहीं है. कुछ लोगों का कहना है कि फ्रांसीसी क्रांतिकारी पोप के आदेश का पालन नहीं करना चाहते थे, अतः उन्होंने इस नियम का अनुसरण किया। एक मान्यता यह भी है फ्रांसीसी अंग्रेजों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले नियम का अनुसरण नहीं करना चाहते थे। इसके अलावा कुछ लोगों का मानना है कि सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम की शुरूआत नेपोलियन ने की थी।
बाद में नेपोलियन ने इस प्रणाली को उन सभी देशों में फैलाया जिन पर उसने विजय प्राप्त की थी. नेपोलियन के पराजित होने के बाद भी जिन देशों में उसने जीत हासिल की थी, उनमें से अधिकांश ने सड़क पर दायीं ओर चलने की प्रणाली को जारी रखने का फैसला किया। इन देशों में सबसे महत्वपूर्ण जर्मनी था, जिसने 20वीं शताब्दी में कई यूरोपीय देशों पर कब्जा किया और उन देशों में सड़क पर दायीं ओर चलने की प्रणाली को लागू किया।
भारत में सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण करने के कारण -
अमेरिका की तरह इंग्लैंड में कभी भी घोड़ों से खींचे जाने वाले वैगनों का इस्तेमाल नहीं किया गया, क्योंकि लंदन और अन्य ब्रिटिश शहरों की तंग या छोटी गलियों में इन वैगनों को खींचना मुमकिन नहीं था। इसके अलावा इंग्लैंड पर कभी भी नेपोलियन या जर्मनी ने विजय प्राप्त नहीं की थी इस कारण इंग्लैंड के ऊपर जर्मनी की संस्कृति और नियम लागू नहीं किये जा सकें।
यही कारण है कि इंग्लैंड में हमेशा से सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का ही पालन किया जाता है और 1756 में इंग्लैंड में इसे आधिकारिक कानून का रूप दिया गया था। अर्थात इंग्लैंड ने भी पोप द्वारा दिए गये आदेश का पालन किया था।
अब दुनिया में जैसे-जैसे ब्रिटिश साम्राज्य का विस्तार हुआ, सड़क पर बायीं ओर चलने से संबंधित नियम का अनुसरण सभी ब्रिटिश शासित देशों में किया जाने लगा।
चूँकि भारत भी 200 वर्षों तक अंग्रेजों के शासन के अधीन था, इस कारण भारत में भी सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का पालन किया जाता है। इस प्रकार आप कह सकते हैं कि भारत में बायीं ओर चलने का नियम अंग्रेजों ने शुरू किया था।
• वर्तमान समय में पूरी दुनिया में कुल 163 देशों में सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण किया जाता है, जबकि 76 देशों में सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण किया जाता है।
• ब्रिटेन, आयरलैंड, माल्टा और साइप्रस को छोड़कर सभी यूरोपीय देशों में सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण किया जाता है।
• चीन में सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण किया जाता है, लेकिन चीन के आधिपत्य वाले हांगकांग और मकाऊ में सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण किया जाता है।
साभार - जागरण जोश,
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