देश के 434 शहरों एवं नगरों में कराये गए स्वच्छता सर्वेक्षण के बाद केंद्र सरकार ने 04 मई 2017 को स्वच्छ भारत रैंकिंग जारी कर दी है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडु ने एक कार्यक्रम में रैंकिंग के अनुसार शहरों की सूची जारी की। इंदौर स्वच्छ भारत की रेस में नंबर वन बन गया है। इसके बाद नंबर दो पर भी मध्य प्रदेश की राजधानी #भोपाल है। तीसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश का तटीय शहर #विशाखापट्टनम है, और गुजरात का #सूरत शहर इस लिस्ट में चौथे स्थान पर है। पिछले साल इसी सर्वेक्षण का विजेता रहा कर्नाटक का मैसूर शहर इस साल पांचवें स्थान पर खिसक गया है।
देशभर में कराए गए सर्वे में शामिल 83 प्रतिशत से अधिक लोगों ने माना था कि स्वच्छ भारत अभियान चलाए जाने के बाद से उनका क्षेत्र पिछले वर्ष की तुलना में अधिक स्वच्छ हुआ है। सर्वे में कहा गया है कि 404 शहरों और कस्बों के 75 प्रतिशत आवासीय क्षेत्र में अधिक #स्वच्छता देखी गई। इसके साथ ही 185 शहरों में रेलवे स्टेशन के आसपास का पूरा इलाका स्वच्छ बताया गया है। गौरतलब है कि देश के शीर्ष 50 स्वच्छ शहरों में गुजरात के सर्वाधिक 12 शहर शामिल हैं, और उसके बाद 11 शहरों के साथ मध्य प्रदेश दूसरे स्थान पर है। शीर्ष 50 स्वच्छ शहरों की सूची में आठ शहर आंध्र प्रदेश के भी हैं। इन परिणामों के मुताबिक, सबसे आखिरी पायदानों पर रहे 50 शहरों में से आधे शहर उत्तर प्रदेश से हैं।
सर्वेक्षण रिपोर्ट में देश में सबसे गंदे 50 शहरों में उ.प्र के सर्वाधिक 25 शहर है। इनमें उत्तर प्रदेश का #गोंड़ा शहर सबसे गंदा पाया गया है, जिसे रैकिंग में सबसे नीचे यानि 434वां स्थान मिला है।
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