हिल पैलेस कोची शाही परिवार का आधिकारिक निवास है, जो केरल का सबसे बड़ा पुरातात्विक संग्रहालय बन गया है। वर्ष 1865 में निर्मित इस महल के संकुल में 49 भवन केरल की पारम्परिक वास्तुकलात्मक शैली में शामिल हैं जो सुंदर मनोहारी दृश्यों के साथ 52 एकड़ से अधिक क्षेत्र फल में फैला है और यहां हिरण उद्यान और घोड़े पर सवारी की सुविधाएं हैं। यहां अनेक प्रकार के फूल हैं जिनमें दुर्लभ औषधीय पौधे उगाए जाते हैं। यहां पूर्ण सज्जित लोक - पुरातात्विक संग्रहालय है जिसमें तैलीय चित्र, भित्ति चित्र, पत्थर के शिल्पकारी नमूने और पांडुलिपियां, शिला लेख, सिक्किम, कोची शाही परिवार की वस्तुएं और शाही फर्नीचर के साथ सिंहासन शामिल है।
यहां 200 से अधिक बर्तनों और सिरामिक पात्रों के दुर्लभ नमूने भी प्रदर्शित किए गए हैं जो जापान और चीन से लाए गए हैं, कुडाकालू (मकबरे का पत्थर) थोपी कालू (हुड स्टोन), मेनहिर, ग्रेनाइट, लेटराइट स्मारक, पहाड़ को काट कर बनाए गए पत्थर युग के हथियार, लकड़ी के बने मंदिर के मॉडल, सिंधु घाटी सभ्यता के मोहन जोदाड़ों और हड़प्पा की वस्तुओं के प्लास्टर से बने मॉडल भी यहां हैं। इस संग्रहालय में समकालीन कला की एक दीर्घा भी है।
ये सभी इमारतें समकालीन शैली को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। ये इमारतें पारंपरिक वास्तुकला का एक उदाहरण हैं। इस परिसर में हिरन पार्क, पुरातात्विक संग्रहालय, बच्चों का पार्क, एक प्रागैतिहासिक पार्क और एक ऐतिहासिक संग्रहालय है।
इन सब के अलावा इस महल के प्रांगण में कुछ दुर्लभ मसाले और जड़ी बूटियाँ भी होती हैं। केरल राज्य पुरातत्व विभाग संग्रहालय के रखरखाव के लिए जिम्मेदार है और उन्होंने महल की मूल स्थापत्य शैली को संरक्षित रखने का एक शानदार काम किया है। यह महल तथा संग्रहालय जनता के लिए खुला है। वास्तव में मलयालम फिल्म मणिचित्राअजहु के कुछ दृश्यों की शूटिंग हिल पैलेस में की गई है।
यहां 200 से अधिक बर्तनों और सिरामिक पात्रों के दुर्लभ नमूने भी प्रदर्शित किए गए हैं जो जापान और चीन से लाए गए हैं, कुडाकालू (मकबरे का पत्थर) थोपी कालू (हुड स्टोन), मेनहिर, ग्रेनाइट, लेटराइट स्मारक, पहाड़ को काट कर बनाए गए पत्थर युग के हथियार, लकड़ी के बने मंदिर के मॉडल, सिंधु घाटी सभ्यता के मोहन जोदाड़ों और हड़प्पा की वस्तुओं के प्लास्टर से बने मॉडल भी यहां हैं। इस संग्रहालय में समकालीन कला की एक दीर्घा भी है।
इन सब के अलावा इस महल के प्रांगण में कुछ दुर्लभ मसाले और जड़ी बूटियाँ भी होती हैं। केरल राज्य पुरातत्व विभाग संग्रहालय के रखरखाव के लिए जिम्मेदार है और उन्होंने महल की मूल स्थापत्य शैली को संरक्षित रखने का एक शानदार काम किया है। यह महल तथा संग्रहालय जनता के लिए खुला है। वास्तव में मलयालम फिल्म मणिचित्राअजहु के कुछ दृश्यों की शूटिंग हिल पैलेस में की गई है।
स्रोत: राष्ट्रीय पोर्टल
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