आज का इतिहास 4 जनवरी - Study Search Point

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आज का इतिहास 4 जनवरी

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1642-  ईसवी को ब्रिटेन के भौतिक शास्त्री, विचारक और गणितज्ञ, आइज़ैक न्यूटन का जन्म हुआ। 24 वर्ष की आयु में वे मेकैनिज़्म से संबंधित महत्वपूर्ण नियम का पता लगाने में सफल हुए। उन्होंने इन नियमों को अंतरिक्ष में पाये जाने वाले ग्रहों के संबंध में प्रयोग किया। उन्होंने ग्रेविटी अथवा गुरुत्वाकर्षण के मुख्य नियम का पता लगाया और महत्वपूर्ण आविष्कारों की आधार शिला रखी। न्यूटन ने गणित के प्राकृतिक नियम नामक पुस्तक में संचरण के तीनों नियमों का उल्लेख किया है।

1573- ईसवी को ईसाइयों के नेता पोप ग्रेगवार सातवें की पहल से एक सम्मेलन आयोजित हुआ जिसमें ईसाई देशों के धर्मगुरुओं ने भाग लिया। इस सम्मेलन में निर्णय लिया गया कि धर्मगुरुओं की नियुक्ति के मामले में इन देशों के राजा कोई हस्तक्षेप न करें। इस निर्णय के कारण ईसाई धर्मगुरुओं के राजाओं के बीच लम्बे रक्तरंजित युद्ध हुए।
1961-  मोरक्को के दारुल बैज़ा नगर में इसी नाम का एक राजनैतिक सम्मेलन आयोजित हुआ इसका  उददेश्य एक अफ़्रीक़ी राजनैतिक बलॉक को अस्तित्व में लाना था। यह सम्मेलन मिस्र के तत्कालीन राष्ट्रपति जमाल अब्दुन्नासिर की पहल का परिणाम था। अलजीरिया, घाना, गिनी, माली, मोरक्को, मिस्र और सीरिया ने इसमें भाग लिया था। इस सम्मेलन में अफ़्रीक़ा की एक संयुक्त सैनिक कमान और मंडी बनाने के प्रस्ताव पारित किये गये किंतु इन प्रस्तावों को व्यावहारिक रुप नहीं दिया जा सका।

1966-  भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम समझौता कराने के उद्देश्य से ताशकंद सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस समझौते के परिणाम स्वरुप भारत और पाकिस्तान के बीच दूसरा युद्ध समाप्त हो गया। किंतु दोनों देशों के बीच तनाव समाप्त नहीं हुआ।

1948  ईसवी को म्यानमार ने ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्त की और आज का दिन देश में राष्ट्रीय दिवस के रुप में मनाया जाने लगा। 19वीं शताब्दी से यह देश ब्रिटेन के अधिकार में चला गया था और 19 वीं शताब्दी के मध्य में इसका भारत में विलय हो गया जो उस समय ब्रिटेन का उपनिवेश था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इस देश पर जापान का अधिकार हो गया किंतु इस युद्ध में जापान  की पराजय के बाद म्यानमार उसके अधिकार से निकल गया और अंतत: 1948 ईसवी में इस देश को पूर्ण रुप से स्वतंत्रता मिली। यह देश हिंद महासागर के तट पर स्थित है। इसका क्षेत्रफल 6 लाख 76 हज़ार 552 वर्ग किलोमीटर है।  

2002- ईसवी को इटली के सरडीनिया द्वीप में विश्व के सबसे लम्बी आयु वाले पुरुष ऐटोनिया टोडे का निधन हुआ जिसके कुछ ही घंटों बाद विश्व की सबसे वृद्ध महिला मारिया ग्रेज़िया ब्रोकोलों का इटली की राजधानी रोम के दक्षिण में स्थित एक कस्बे में निधन हुआ। टोडे की आयु 112 वर्ष और मारिया ब्रोकोलो की आयु 110 दस वर्ष थी।

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