867- पोलैंड मे मादाम क्यूरी का जन्म हुआ। उन्के पिता भौतिक शास्त्र के प्रोफ़ेसर थे। मादाम क्यूरी अपनी माध्यमिक शिक्षा समाप्त करने के बाद भौतिक शास्त्र पढ़ने पेरिस चली गयीं जहॉ उन्होंने विश्विद्यालय की शिक्षा के दौरान ही फ़्रांसीसी भैतिक शास्त्री पियर क्यूरी से विवाह कर लिया। मादाम क्यूरी ने वर्षो के कठिन परिश्रम के पश्चात रेडियम की खोज की। उल्लेखनीय है कि मादाम क्यूरी को दो बार नोबल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया।
1823- अमरीका के पांचवें राष्ट्रपति जेम्ज़ मुनरो ने मुनरो डाक्ट्राइन की घोषणा की जिसके अनुसार अमरीकी महाद्वीप को अमरीकी देशों से संबंधित बताया गया और कहा गया कि किसी भी गैर अमरीकी देश को इस क्षेत्र में हस्तक्षेप का अधिकार नहीं है। इस सिद्धांत के आधार पर अमरीका वचनबद्ध हुआ कि योरोप के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेगा। इस क़ानून पर अमरीका की ओर से बहुत गम्भीरता से ध्यान दिया गया और दूसरी पश्चिमी सरकारें भी इसे स्वीकार करने पर विवश हो गई। मुनरो डाक्ट्राइन में अमरीका के लिए नए उपनिवेश बनाने पर बल दिया गया था और संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस डॉक्ट्राइन को पारित करवाकर दक्षिणी और मध्य अमरीका के देशों को अपने वर्चस्व में ले लिया।
1913-को फ़्रांस के विख्यात लेखक अलबर्ट कामो का जन्म हुआ। उनका संबंध एक गरीब परिवार से था किंतु क़ानों ने अपनी दृढ इच्छाशक्ति से विश्व ख्याति प्राप्त की। उनकी कई रचनाएं हैं जिनमें कुछ के नामों का अनुवाद अजनबी सीज़योफ की कहानी और ताउन है। 1957 में क़ामो को साहित्य का नोबल पुरस्कार मिला। इसके तीन वर्ष बाद 1960 में एक सड़क दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई।
1917- को जब प्रथम विश्व युद्ध की आग भड़की हुई थी लेनिन और ट्रोट्स्की के नेतृत्व में बेल्शविक सेना ने करनेस्की की अंतरिम सरकार गिरा दी और सत्ता अपने हाथ में ले ली। रुस की ज़ार सरकार विदेशी शत्रु के मुक़ाबले में कमज़ोर थी और इस सरकार के भ्रष्टाचार और अत्याचार से जनता भी अप्रसन्न थी इसी कारण 15 मार्च सन 1917 ईसवी को ज़ार शासक निकोलाय द्वितीय को त्याग पत्र देना पड़ा और करनेस्की ने अस्थायी रुप से सत्ता संभाली किंतु बिल्शविकों ने शांति, रोटी और भूमि वितरण के नारों से जनमत का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया।
1823- अमरीका के पांचवें राष्ट्रपति जेम्ज़ मुनरो ने मुनरो डाक्ट्राइन की घोषणा की जिसके अनुसार अमरीकी महाद्वीप को अमरीकी देशों से संबंधित बताया गया और कहा गया कि किसी भी गैर अमरीकी देश को इस क्षेत्र में हस्तक्षेप का अधिकार नहीं है। इस सिद्धांत के आधार पर अमरीका वचनबद्ध हुआ कि योरोप के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेगा। इस क़ानून पर अमरीका की ओर से बहुत गम्भीरता से ध्यान दिया गया और दूसरी पश्चिमी सरकारें भी इसे स्वीकार करने पर विवश हो गई। मुनरो डाक्ट्राइन में अमरीका के लिए नए उपनिवेश बनाने पर बल दिया गया था और संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस डॉक्ट्राइन को पारित करवाकर दक्षिणी और मध्य अमरीका के देशों को अपने वर्चस्व में ले लिया।
1913-को फ़्रांस के विख्यात लेखक अलबर्ट कामो का जन्म हुआ। उनका संबंध एक गरीब परिवार से था किंतु क़ानों ने अपनी दृढ इच्छाशक्ति से विश्व ख्याति प्राप्त की। उनकी कई रचनाएं हैं जिनमें कुछ के नामों का अनुवाद अजनबी सीज़योफ की कहानी और ताउन है। 1957 में क़ामो को साहित्य का नोबल पुरस्कार मिला। इसके तीन वर्ष बाद 1960 में एक सड़क दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई।
1917- को जब प्रथम विश्व युद्ध की आग भड़की हुई थी लेनिन और ट्रोट्स्की के नेतृत्व में बेल्शविक सेना ने करनेस्की की अंतरिम सरकार गिरा दी और सत्ता अपने हाथ में ले ली। रुस की ज़ार सरकार विदेशी शत्रु के मुक़ाबले में कमज़ोर थी और इस सरकार के भ्रष्टाचार और अत्याचार से जनता भी अप्रसन्न थी इसी कारण 15 मार्च सन 1917 ईसवी को ज़ार शासक निकोलाय द्वितीय को त्याग पत्र देना पड़ा और करनेस्की ने अस्थायी रुप से सत्ता संभाली किंतु बिल्शविकों ने शांति, रोटी और भूमि वितरण के नारों से जनमत का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया।