जिम कार्बेट नेशनल पार्क, उत्तराखंड
कॉर्बेट के मनोहारी दृश्य और खूबसूरत नजारें को देखकर आप मग्नमुग्ध हो जाएंगे। जिम कॉर्बेट पार्क नेशनल पार्क कुमाऊ पहाड़ियों के अद्भूत प्राकृतिक दृश्यों से घिरे जंगल और रामगंगा नदी के किनारे बसा है। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क भारत में सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान है। उत्तराखंड का जिम कॉर्बेट रिजर्व देश के सबसे लोकप्रिय टाइगर रिजर्वो में से एक है। उत्तराखंड के नैनीताल के निकट हिमालय की पहाड़ियों पर स्थित जिम कार्बेट नेशनल पार्क विभिन्न वन्य, जीवों और वनस्पतियों के लिए जाना जाता है। जिम कोर्बेट राष्ट्रीय अभयारण्य का भ्रमण हाथी पर सवार होकर किया जा सकता है। पहले यह पार्क (उद्यान) रामगंगा राष्ट्रीय उद्यान के नाम से जाना जाता था, लेकिन वर्ष 1957 में इसका नाम कॉर्बेट नेशनल पार्क (कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान) रखा गया। कॉर्बेट में आपको वन्यजीवों की कई जातियां देखने को मिल जाएंगी जैसे बाघ, तेंदुआ, हाथी, चीतल, हिरण जंगली सुअर, बंदर और सियार आदि। इन जानवरो को नजदीक से देखकर आप रोमांचित हो जाएंगे।
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, मध्यप्रदेश
बांधवगढ़ अभयारण्य मध्य प्रदेश का सबसे प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। इसे 1968 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित कर दिया गया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान स्थित है। यह उद्यान अपने बाघों के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। प्रसिद्ध सफेद चीते की खोज यहीं हुई थी। 1993 में इस पार्क को टाईगर प्रोजेक्ट के अधीन लाया गया। यह खासतौर पर टाइगर क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। बाघों से रूबरू होने की यह सही जगह है। सड़कों के बीचोंबीच बाघों को आसानी से देखा जा सकता है। बांधवगढ़ का वन क्षेत्र फ्लोरा और फना की प्रजातियों से भरा हुआ है। जंगल में नीलगाय और चिंकारा सहित हर तरह के वन्यप्राणी और पेड़ हैं। इस राष्ट्रीय उद्यान में पशुओं की 22 और पक्षियों की 250 प्रजातियां पाई जाती हैं। हाथी पर सवार होकर या फिर वाहन में बैठकर इन वन्यप्राणियों को देखा जा सकता है।
सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान, पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल राच्य के दक्षिणी भाग में गंगा नदी के सुंदरवन डेल्टा क्षेत्र में स्थित है सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान। सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान रॉयल बंगाल टाइगर के लिए प्रसिद्ध हैं। पश्चिम बंगाल में स्थित यह राष्ट्रीय उद्यान मैंग्रोव (सुंदरी) जंगल से घिरा है। यहां नमकीन पानी में रहने वाले मगरमच्छ भी मिलते हैं। सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान 1973 में मूल सुंदरवन बाघ रिजर्व क्षेत्र का कोर क्षेत्र तथा 1977 में वन्य जीव अभयारण्य घोषित हुआ था। 1984 को इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था।
रणथंभौर नेशनल पार्क, राजस्थान
राजस्थान का रणथंभौर नेशनल पार्क दुनियाभर के पर्यटकों में लोकप्रिय है। यहां पर्यटक वन्यजीवों को प्राकृतिक माहौल में देखकर काफी रोमांचित होते हैं। रणथंभौर राष्ट्रीय अभ्यारणय अपनी खूबसूरती, विशाल परिक्षेत्र और बाघों की मौजूदगी के कारण विश्व प्रसिद्ध है। रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान देश के बेहतरीन बाघ आरक्षित क्षेत्रों में से एक है। 1981 में इसे राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला। यह उद्यान अरावली और विंध्य की पहाड़ियों में फैला है। बाघ के अलावा यहां चीते भी रहते हैं। यह चीते उद्यान के बाहरी हिस्से में अधिक पाए जाते हैं। इन्हें देखने के लिए कचीदा घाटी सबसे उपयुक्त जगह है। बाघ और चीतों के अलावा सांभर, चीतल, जंगली सूअर, चिंकारा, हिरन, सियार, तेंदुए, जंगली बिल्ली और लोमड़ी भी पाई जाती है। जानवरों के अलावा पक्षियों की लगभग 264 प्रजातियां यहां देखी जा सकती हैं। यहां जीप सफारी का भी आनंद उठाया जा सकता है।
नंदा देवी राष्टीय उद्यान, उत्तराखंड
नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड के नंदा देवी पर्वत पर स्थित है। इस क्षेत्र के अंतर्गत फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान है। यह उद्यान 1982 में राष्ट्रीय उद्यान बना। नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान और फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान को सम्मिलित रूप से 1988 में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है। इस उद्यान में पक्षियों के अलावा कई प्रजातियों के सुंदर फूल और खूबसूरत तितलियां भी देखी जा सकती हैं।
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश अपने राष्ट्रीय पार्को और जंगलों के लिए प्रसिद्ध है। मध्यप्रदेश के मंडला जिलें में स्थित विश्व प्रसिद्ध कान्हा राष्ट्रीय उद्यान की प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों के बीच हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहा है। कान्हा एशिया के सबसे सुरम्य और खूबसूरत वन्यजीव रिजर्वो में एक है। कान्हा को 1933 में अभ्यारण्य के तौर पर स्थापित कर दिया गया और इसे 1955 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया। यहां अनेक पशु पक्षियों को संरक्षित किया गया है। लगभग विलुप्त हो चुकी बारहसिंहा की प्रजातियां यहां देखने को मिल जाती है। इस पार्क को ज्यादातर अनुसंधान और संरक्षण कार्यक्रमों के लिए जाना जाता है। यहां बाघ के साथ ही बारासिंघा और कई तरह के जानवर और पक्षियों के प्रकार देखने को मिलेंगे।
काजीरंगा नेशनल पार्क, असम
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान न केवल भारत में वरन पूरे विश्व में एक सींग वाले गैंडे (राइनोसेरोस, यूनीकोर्निस) के लिए प्रसिद्ध है। यह राष्ट्रीय उद्यान असम का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है। यह केंद्रीय असम में स्थित है। उद्यान उबड़-खाबड़ मैदानों, लंबी-ऊंची घासों, आदिवासियों और भयंकर दलदलों से पूर्ण कुल 430 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। सर्दियों में साइबेरिया से कई मेहमान पक्षी भी आते हैं। काजीरंगा में विभिन्न प्रजातियों के बाज, विभिन्न प्रजातियों की चीलें और तोते आदि भी पाए जाते हैं। काजीरंगा उद्यान यूनेस्को के विश्व विरासत स्थालों की सूची में शामिल है।
गिर वन राष्ट्रीय उद्यान, गुजरात
गिर वन राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य गुजरात में स्थित है। गिर वन राष्ट्रीय उद्यान बाघ संरक्षित क्षेत्र है जो एशियाई बब्बर शेर के लिए विश्व प्रसिद्ध है। जूनागढ़ नगर से 60 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में शुष्क झाड़ीदार पर्वतीय क्षेत्र में स्थित इस उद्यान का क्षेत्रफल लगभग 1,295 वर्ग किलोमीटर है। यहां की वनस्पति में सागौन, साल और ढाक (ब्यूटिया फ्रोंडोसा) जैसे पर्णपाती वृक्षों सहित कांटेदार जंगल शामिल हैं। गिर वन संरक्षित क्षेत्र की स्थापना 1913 में एशियाई सिंहों के बचे हुए सबसे बड़े समूह को संरक्षण प्रदान करने के लिए की गई थी। इसे 1965 में अभयारण्य का दर्जा प्रदान कर दिया गया था। यहां के अन्य प्राणियों में तेंदुआ, जंगली सूअर, चित्तीदार हिरन, नीलगाय, चौसिंगा हिरन और चिंकारा शामिल हैं। इस क्षेत्र के मध्य में स्थित विशाल जलाशय में कुछ मगरमच्छ भी हैं।
पेरियार नेशनल पार्क, केरल
पेरियार नेशनल पार्क (पेरियार राष्ट्रीय उद्यान) दक्षिणी भारत का एक खूबसूरत और प्रसिद्ध पार्क है। पेरियार राष्ट्रीय उद्यान दक्षिण भारत के केरल राज्य में स्थित है। यह राष्ट्रीय उद्यान एक बाघ संराक्षित क्षेत्र है। उद्यान सन 1040 से पेरियार नदी के परिक्षेत्र में स्थित है। पेरियार उद्यान को वर्ष 1998 से हाथी संरक्षण परियोजना के अंतर्गत भी लाया गया है। यहां नदी के गहरे जल में हाथी तैरने का अभ्यास भी करते हैं। नील गाय, साम्भर, भालू, चीता तथा तेंदुआ आदि जंगली जानवर भी यहां पाए जाते हैं। उद्यान की स्थापना 1950 में की गई थी, जबकि टाइगर रिजर्व वर्ष 1978 से शुरू किया गया था। रियार उद्यान के बीचों-बीच झील भी है जो 1895 में पेरियार नदी पर बांध बनाकर निकाली गई थी। पर्यटकों को झील में बोटिंग करना बहुत लुभाता है।
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, मध्यप्रदेश
सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान, पश्चिम बंगाल

रणथंभौर नेशनल पार्क, राजस्थान
नंदा देवी राष्टीय उद्यान, उत्तराखंड

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश
काजीरंगा नेशनल पार्क, असम

गिर वन राष्ट्रीय उद्यान, गुजरात

पेरियार नेशनल पार्क, केरल
