माउंट एवरेस्ट(हिमालय) पर पहुँचने वाले सर्वप्रथम व्यक्ति 'तेनज़िंग नोर्गे, - Study Search Point

निरंतर कर्म और प्रयास ही सफलता की कुंजी हैं।

माउंट एवरेस्ट(हिमालय) पर पहुँचने वाले सर्वप्रथम व्यक्ति 'तेनज़िंग नोर्गे,

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तेनज़िंग नोर्गे (Tenzing Norgay) एक पर्वतारोही थे। विश्व के सबसे ऊँचे पर्वत शिखर माउंट एवरेस्ट(हिमालय) पर पहुँचने वाले सर्वप्रथम व्यक्ति 'तेनज़िंग नोर्गे' का जन्म 1914 में नेपाल के एक निर्धन परिवार में हुआ था। तेनज़िंग की इस महान विजय यात्रा में सर एडमंड हिलेरी उनके सहयोगी थे। तेनज़िंग कर्नल जान हण्ट के नेतृत्व में एक ब्रिटिश पर्वतारोही दल के सदस्य के रूप में हिमालय की यात्रा पर गये थे और दृढ़ निश्चय के साथ आगे बढ़ते हुए29 मई, 1953 को उन्होंने एवरेस्ट के शिखर को स्पर्श किया। तेनज़िंग की इस ऐतिहासिक सफलता ने उन्हें इतिहास में अमर कर दिया है।
Edmund Hillary and Tenzing Norgay in 1953
भारत के अतिरिक्त इंग्लैंड एवं नेपाल की सरकारों ने भी उन्हें सम्मानित किया था। 1959 में उन्हें 'पद्मभूषण' से अलंकृत किया गया। वास्तव में 1936-53 तक के सभी एवरेस्ट अभियानों में उनका सक्रिय सहयोग रहा था। तेनज़िंग बौद्ध धर्म के अनुयायी थे और 1933 में वे भारतीय नागरिक बन गये थे। कॉफ़ी उनका प्रिय पेय और कुत्ते पालना उनका मुख्य शौक़ था। बचपन से ही पर्वतारोहण में रुचि होने के कारण वे एक अच्छे एवं कुशल पर्वतारोही बन गये। उनका प्रारम्भिक नाम नामग्याल बांगडी था। वे तेनज़िंग खुमजुंग भूटिया भी कहलाते थे। तेनज़िंग को अपनी सफलताओं के लिए जार्ज मैडल भी प्राप्त हुआ था। 1954 में दार्जिलिंग में 'हिमालय पर्वतारोहण संस्थान' की स्थापना के समय उन्हें इसका प्रशिक्षण निर्देशक बना दिया गया था। तेनज़िंग ने अपने अपूर्व साहस से भारत का नाम हिमालय की ऊँचाइयों पर लिख दिया है, जिसके लिय वे सदैव याद किए जाएंगे।

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