अनार और हल्‍दी की LED बिजली की 20 फीसदी बचत, - Study Search Point

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अनार और हल्‍दी की LED बिजली की 20 फीसदी बचत,

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आईआईटी मद्रास के  रसायन विज्ञान विभाग के पूर्व शोधकर्ता डॉ विक्रम सिंह ने प्राकृतिक अर्कों का उपयोग करते हुए सफेद प्रकाश उत्सर्जन के उत्पादन पर अपने काम के लिए बिराक गांधीवादी युवा तकनीकी अभिनव (जीआईटीआई) पुरस्कार 2017 जीता है।
डॉ सिंह और प्रो अशोक मिश्र ने सफेद प्राकृतिक उत्सर्जन के लिए - लाल अनार और हल्दी - के अर्क का इस्तेमाल किया। यह परिणाम वैज्ञानिक रिपोर्ट साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित किए गए थे।
डॉ. विक्रम सिंह का दावा है कि उनकी बनाई अनार और हल्‍दी की LED बिजली की 20 फीसदी बचत करेगी और पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाएगी। हल्दी से कर्कुमिन और अनार से अन्थोस्थनी प्राकृतिक पिगमेंट्स लिया गया है। इसी के जरिए LED लाइट बनाई गई है।
उन्‍होंने हल्दी और अनार के मिश्रण से व्हाइट लाइट एमिशन की खोज की है। यह पदार्थ एलईडी बल्ब, डाइलेजर और इंडीकेटर्स बनाने में इस्तेमाल हो सकेगा। इससे निकलने वाली रोशनी दूधिया होगी। देश में जो LED इस्तेमाल हो रही हैं, उनके मैटेरियल में लेंथनाइड काफी मात्रा में होते हैं।
यह पर्यावरण के लिए नुकसानदेह हैं। लेंथनाइड महंगा भी है, जबकि डॉ. विक्रम के नए शोध के मुताबिक अनार और हल्‍दी की LED काफी सस्‍ती और पर्यावरण के अनुकूल होगी। पिछले वर्ष सितंबर में जर्मन में आयोजित कांफ्रेंस में वैज्ञानिकों ने उनके शोध की प्रशंसा की थी।

साभार - Online Tyari

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