अदृश्य कांच ( Invisible glass) : साल 1935 में कैथरीन ब्लोगेट (Katherine Blodgett) ने ऐसा तरीका विकसित किया जिससे मोनोमोलेकुलर ( monomolecular ) यानी बहुत बारीक परत कांच या धातु पर एक बार में फैलाई जा सके। उन्होंने बैरियम स्टेरेट (barium stearate) एक किस्म का तत्व, की 44 परतें कांच पर चढ़ाई जिससे कांच 99 प्रतिशत (संचार) ट्रांसमिसिव हो गया।
उनके इस प्रयोग से अदृश्य कांच इजाद हुआ। कैथरीन ब्लोगेट ऐसी पहली महिला थी जिन्हें 1926 में भौतिकी में पीएचडी की उपाधी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी द्वारा प्रदान की गई। उन्हें जनरल मोटर्स द्वारा हायर कर लिया गया था।
उनके इस प्रयोग से अदृश्य कांच इजाद हुआ। कैथरीन ब्लोगेट ऐसी पहली महिला थी जिन्हें 1926 में भौतिकी में पीएचडी की उपाधी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी द्वारा प्रदान की गई। उन्हें जनरल मोटर्स द्वारा हायर कर लिया गया था।
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