संयुक्त
राज्य अमेरिका की स्थापना की आधिकारिक तिथि 4
जुलाई, 1776 है, जब द्वितीय महाद्विपीय
कांग्रेस ने 13
अलगाववादी उपनिवेशिक राज्यों के प्रतिनिधि स्वरूप स्वतन्त्रता
के घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए। पर सरकार के मूलभूत ढाँचे में सन् 1788 में
बहुत परिवर्तन किए गए जब लेख संघ (आर्टिकल्स ऑफ कॉन्फेडरेशन) के
स्थान पर अमेरिकी संविधान को लाया गया।
सरकारी
राजधानी के फिलाडेल्फिया स्थानांतरित होने से पूर्व, न्यूयॉर्क
नगर एक वर्ष तक संघिइय राजधानी था। 1791 में, राज्यों
ने अधिकार विधेयक को पारित किया, संविधान में वे दस संशोधन करने के
लिए जो व्यक्तिगत स्वतंत्रता और कानूनी सुरक्षा की सीमा के संघीय प्रतिबंधों को
निषिद्ध कर दे। उत्तरी राज्यों ने 1780 से 1804 के
बीच दास प्रथा को प्रतिबंधित कर दिया, लेकिन दक्षिणी राज्यों में
यह प्रथा जारी रही। सन् 1800 में नया बसा वॉशिंगटन
डी॰ सी॰ संघीय सरकार और राष्ट्र की नई
राजधानी बना।
अमेरिका की क्रांति -
नए
नवेले देश ने अपनी सीमाओं का पश्विम की ओर विस्तार करने के लिए स्थानीय भारतीय
लोगों पर युद्धचक्र आरंभ किया जो उन्नीसवीं सदी के अंत तक चला और स्थानीय
अमेरिकीयों को अपनी भूमियों से हाथ धोना पड़ा। 1812 में ब्रिटेन के
साथ हुए युद्ध के कारण, जो
बराबरी का रहा, अमेरिकी
राष्ट्रवाद को प्रबलता मिली। 1846 में ब्रिटेन के साथ हुई ओरेगॉन
संधि के कारण अमेरिका को वर्तमान अमेरिकी उत्तरपश्चिम पर नियंत्रण मिला। 1848 में मेक्सिको में
अमेरिकी हस्तक्षेप के कारण कैलिफोर्निया और
वर्तमान अमेरिकी दक्षिणपश्चिम का अमेरिका में विलय हो गया। 1848-1849 के कैलिफोर्निया स्वर्ण दौड़ (कैलिफोर्निया
गोल्ड रश) के
कारण यह विस्तार पश्चिम की ओर जारी रहा। लगभग आधी सदी के दौरान ही 4 करोड़ भैंसो
को उनकी चमड़ी और माँस और रेलमार्ग के विस्तार के लिए मार डाला गया। ये पशु, जो
स्थानीय भारतीय लोगों के लिए आर्थिक संसाधन और संस्कृति का महत्वपूर्ण भाग थे, इनका
मारा जाना भारतीय लोगों के लिए बहुत आघातकारी सिद्ध हुआ।
अमेरिकी
क्रान्ति से आशय अठ्ठारहवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में घटित घटनाओं से
है जिसमें तेरह कालोनियाँ ब्रितानी साम्राज्य से आजाद होकर संयुक्त राज्य अमेरिका (United
States of America / USA) के नाम से एक देश बना। इस क्रान्ति
में सन 1775 एवं 1783 के बीच तेरह कालोनियाँ मिलकर ब्रितानी साम्राज्य के साथ
सशस्त्र संग्राम में शामिल हुईं। इस संग्राम को 'क्रान्तिकारी युद्ध' या 'अमेरिका
का स्वतन्त्रता संग्राम' कहते
हैं।
इस क्रान्ति के फलस्वरूप सन 1776
में अमेरिका के स्वतन्त्रता की घोषणा की गयी
एवं अन्ततः सन 1781 के अक्टूबर माह में युद्ध के मैदान में क्रान्तिकारियों की
विजय हुई।
अमरीकी क्रान्ति 1775
से 1783 के दौरान जनरल जार्ज वाशिंगटन द्वारा
अमरीकी सेना का नेतृत्व करते हुए की गयी थी। वाशिंगटन ने अमरीकन उपनिवेशों को
एकीकृत करके संयुक्त राज्य अमरीका का
वर्तमान स्वरूप प्रदान किया। बाद में उन्हें 1789 में अमरीका का पहला राष्ट्रपति चुना
गया। 14 दिसम्बर 1799 को वाशिंगटन की मृत्यु हो गयी। उन्हें वर्तमान अमरीका का
राष्ट्र-निर्माता कहा जाता है। आज भी अमरीका में उनके ही नाम पर वाशिंगटन शहर
है।
मुख्यत:
अमरीकी क्रान्ति सामाजिक, राजनीतिक
व सैनिक क्रान्ति का मिला-जुला परिणाम था।
अमेरिका की स्वतंत्रता -
अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा (Declaration of
Independence) एक
राजनैतिक दस्तावेज है जिसके आधार पर इंग्लैण्ड के 13 उत्तर-अमेरिकी उपनिवेशों ने 4 जुलाई 1776 ई. को
स्वयं को इंग्लैण्ड से
स्वतंत्र घोषित कर लिया। इसके बाद से 4 जुलाई को यूएसए में
राष्ट्रीय अवकाश रहता है।
अमरीका के निवासियों ने ब्रिटिश शासनसत्ता के अधिकारों और
अपनी कठिनाइयों से मुक्ति पाने के लिए जो संघर्ष सन् 1775 ई. में
आरंभ किया था वह दूसरे ही वर्ष स्वतंत्रता संग्राम में परिणत हो गया। इंगलैंड के
तत्कालीन शासक जॉर्ज तृतीय की दमननीति से समझौते की आशा समाप्त हो गई और शीघ्र ही
पूर्ण संबंधविच्छेद हो गया। इंगलैंड से आए हुए उग्रवादी युवक टॉमस पेन ने अपनी
पुस्तिका "कॉमनसेंस" द्वारा स्वतंत्रता की भावना को और भी प्रज्वलित
किया। 7 जून, 1776 ई. को
वर्जीनिया के रिचर्ड हेनरी ली ने प्रायद्वीपी कांग्रेस में यह प्रस्ताव रखा कि
उपनिवेशों को स्वतंत्र होने का अधिकार है। इस प्रस्ताव पर वादविवाद के उपरांत
"स्वतंत्रता की घोषणा" तैयार करने के लिए 11 जून को
एक समिति बनाई गई, जिसने
यह कार्य थॉमस
जेफ़रसन को सौंपा। जेफ़रसन द्वारा तैयार किए
गए घोषणापत्र में ऐडम्स और फ्रैंकलिन ने कुछ संशोधन कर उसे 28 जून को
प्रायद्वीपी कांग्रेस के समक्ष रखा और 2 जुलाई को यह बिना विरोध पास
हो गया।
जेफ़रसन
ने उपनिवेशों के लोगों की कठिनाइयों और आवश्यकताओं का ध्यान रखकर नहीं, अपितु
मनुष्य के प्राकृतिक अधिकारों के दार्शनिक सिद्धांतों को ध्यान में रखकर यह
घोषणापत्र तैयार किया था जिसके निम्नांकित शब्द अमर हैं :
"हम इन
सिद्धांतों को स्वयंसिद्ध मानते हैं कि सभी मनुष्य समान पैदा हुए हैं और उन्हें
अपने स्रष्टा द्वारा कुछ अविच्छिन्न अधिकार मिले हैं। जीवन, स्वतंत्रता
और सुख की खोज इन्हीं अधिकारों में है। इन अधिकारों की प्राप्ति के लिए समाज में
सरकारों की स्थापना हुई जिन्होंने अपनी न्यायोचित सत्ता शासित की स्वीकृति से
ग्रहण की। जब कभी कोई सरकार इन उद्देश्यों पर कुठाराघात करती है तो जनता को यह
अधिकार है कि वह उसे बदल दे या उसे समाप्त कर नई सरकार स्थापित करे जो ऐसे
सिद्धांतों पर आधारित हो और जिसकी शक्ति का संगठन इस प्रकार किया जाए कि जनता को
विश्वास हो जाए कि उनकी सुरक्षा और सुख निश्चित हैं।"
इस
घोषणापत्र में कुछ ऐसे महत्व के सिद्धांत रखे गए जिन्होंने विश्व की राजनीतिक
विचारधारा में क्रांतिकारी परिवर्तन किए। समानता का अधिकार, जनता का सरकार बाने का अधिकार और अयोग्य सरकार को बदल देने
अथवा उसे हटाकर नई सरकार की स्थापना करने का अधिकार आदि ऐसे सिद्धांत थे जिन्हें
सफलतापूर्वक क्रियात्मक रूप दिया जा सकेगा, इसमें
उस समय अमरीकी जनता को भी संदेह था परंतु उसने इनको सहर्ष स्वीकार कर सफलतापूर्वक
कार्यरूप में परिणत कर दिखाया। जेफ़रसन ने ब्रिटिश दार्शनिक जॉन
लॉक के "जीवन, स्वतंत्रता
और संपत्ति" के अधिकार के सिद्धांत को भी थोड़े संशोधन के साथ स्वीकार किया।
उसने संपत्ति को ही सुख का साधन न मानकर उसे स्थान पर "सुख की खोज" का
अधिकार माँगकर अमरीकी जनता को वस्तुवादिता से बचाने की चेष्टा की, परंतु उसे कितनी सफलता मिली इसमें संदेह है।
ऐतिहासिक
घटना क्रम -
1619 : पहला
अफ्रीकी दास वजीर्निया पहुंचा।
1793 : रूई ओटने की मशीन के अविष्कार से दासों की मांग बढ़ी।
भगोड़े दास कानून में स्वतंत्र प्रांतों को दासों को वापस भेजने का प्रावधान किया
गया, लेकिन उत्तर में इसे प्रभावी तरीके से लागू नहीं किया गया।
1808 : अश्वेतों को लाने पर रोक लगाई गई।
1861 : अमेरिका से दक्षिण के अलग होने के बाद से कांफेडेरेसी की स्थापना। गृह युद्ध शुरू।
1863 : राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने स्वतंत्रता की घोषणा की, जिसके तहत कांफेडरेट प्रांतों के सभी दासों को आजाद घोषित किया गया।
1865 : गृहयुद्ध की समाप्ति। लिंकन की हत्या।
1868 : संविधान में 14वां संशोधन कर सभी अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिकों पूर्ण नागरिकता को देने का प्रावधान किया गया।
1870 : अश्वेत पुरुषों को मताधिकार दिया गया।
1869 : सुप्रीमकोर्ट ने नस्लीय आधार पर पृथक्कीकरण को संविधान सम्मत बताया, जिससे दक्षिण में अलगाव शुरू हुआ।
1947 : जैकी राबिन्सन मेजर लीग बेसबाल में खेलने वाले पहले अश्वेत खिलाड़ी बने।
1948 : राष्ट्रपति हैरी एस ट्रíमन ने अमेरिकी सशस्त्र सेनाओं में अलगाव खत्म करने केलिए आदेश जारी किया
1954 : सुप्रीम कोर्ट ने ब्राउन बनाम बोर्ड आफ एजुकेशन मामले में स्कूलों में अलगाव को अंसवैधानिक करार दिया।
1861 : अमेरिका से दक्षिण के अलग होने के बाद से कांफेडेरेसी की स्थापना। गृह युद्ध शुरू।
1863 : राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने स्वतंत्रता की घोषणा की, जिसके तहत कांफेडरेट प्रांतों के सभी दासों को आजाद घोषित किया गया।
1865 : गृहयुद्ध की समाप्ति। लिंकन की हत्या।
1868 : संविधान में 14वां संशोधन कर सभी अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिकों पूर्ण नागरिकता को देने का प्रावधान किया गया।
1870 : अश्वेत पुरुषों को मताधिकार दिया गया।
1869 : सुप्रीमकोर्ट ने नस्लीय आधार पर पृथक्कीकरण को संविधान सम्मत बताया, जिससे दक्षिण में अलगाव शुरू हुआ।
1947 : जैकी राबिन्सन मेजर लीग बेसबाल में खेलने वाले पहले अश्वेत खिलाड़ी बने।
1948 : राष्ट्रपति हैरी एस ट्रíमन ने अमेरिकी सशस्त्र सेनाओं में अलगाव खत्म करने केलिए आदेश जारी किया
1954 : सुप्रीम कोर्ट ने ब्राउन बनाम बोर्ड आफ एजुकेशन मामले में स्कूलों में अलगाव को अंसवैधानिक करार दिया।
1955 : अलाबामा के मोंटगोमरी में रोसा पार्क नाम की महिला ने
अलग बस में सीट छोड़ने से इनकार करदिया। उनकी गिरफ्तारी से शहरों मे अश्वेतों के
लिए अलग बस की व्यवस्था समाप्त करने के लिए मार्टिन लूथर किंग की अगुवाई में एक
वर्ष तक बहिष्कार अभियान चला।
1963 : मार्टिन लूथर किंग को अलाबामा के बर्किंघम में नागरिक अधिकार विरोध के दौरान जेल भेजा गया। उन्होंने वाशिंगटन में प्रसिद्ध आई हैव ए ड्रीम भाषण दिया।
196 : नागरिक अधिकारों के नेता माल्कम एक्स की हत्या। कांग्रेस ने मताधिकार कानून पारित किया।
1966 : मसाच्टूसेट्स के ऐडवर्ड ब्रूक गृह युद्ध के बाद शुरू हुए पुनर्निर्माण दौर के बाद से पहले अमेरिकी सीनेटर निर्वाचित हुए।
1967 : थर्गूद मार्शल सुप्रीम कोर्ट के पहले अश्वेत न्यायाधीश बने।
1968 : मार्टिन लूथर किंग की टेनेसी के मेम्फिस में हत्या।
1990 : डगलस वाइल्डर सीनेट की अगुवाई करने वाले पहले अश्वेत बने। वह वजीर्निया के गर्वनर बने गए।
1963 : मार्टिन लूथर किंग को अलाबामा के बर्किंघम में नागरिक अधिकार विरोध के दौरान जेल भेजा गया। उन्होंने वाशिंगटन में प्रसिद्ध आई हैव ए ड्रीम भाषण दिया।
196 : नागरिक अधिकारों के नेता माल्कम एक्स की हत्या। कांग्रेस ने मताधिकार कानून पारित किया।
1966 : मसाच्टूसेट्स के ऐडवर्ड ब्रूक गृह युद्ध के बाद शुरू हुए पुनर्निर्माण दौर के बाद से पहले अमेरिकी सीनेटर निर्वाचित हुए।
1967 : थर्गूद मार्शल सुप्रीम कोर्ट के पहले अश्वेत न्यायाधीश बने।
1968 : मार्टिन लूथर किंग की टेनेसी के मेम्फिस में हत्या।
1990 : डगलस वाइल्डर सीनेट की अगुवाई करने वाले पहले अश्वेत बने। वह वजीर्निया के गर्वनर बने गए।

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